सभी चाहते हैं कि उनके पास अपना एक सुन्दर सा घर हो। कई लोग अपने घरों की सुंदरता, आकार, कार्यक्षमता और वास्तुशिल्प डिजाइन (functionality and architectural design) पर गर्व करते हैं, और जो अपना खुद का घर बनाना चाहते हैं, वो भी यही चाहते हैं कि उनके घर की डिजाइन शानदार हो। अपने घर के फ्रंट एलिवेशन डिज़ाइन की योजना बनाने के लिए रचनात्मक रूप से बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आज इस आर्टिकल में बात करेंगे हाउस एलिवेशन डिज़ाइन के बारे में, तो पढ़ते रहिये -TWN
“एक बंगला बने न्यारा” के. एल सहगल का 1937 का गीत हो या 1982 की फिल्म साथ-साथ का प्रसिद्ध गीत “ये तेरा घर ये मेरा घर किसी को देखना हो गर” हो, ये सभी यही प्रदर्शित करते है की चाहे कोई भी दौर हो ,अपना एक आशियाना बनाना हर किसी का सपना होता है। लगभग हम सभी के दिमाग में एक आकृति या संरचना होती है, जिसको हम अपने घर के रूप में देखना चाहते हैं। हालांकि, हम जो कुछ भी करते हैं वह हमारे दिमाग में पहले एक विचार के रूप में शुरू होता है, और ऐसा कहा जाता है की घर के डिजाइन को घर के मालिक के विचारों और उसके जीवन शैली को प्रतिबिंबित (reflect the mind and lifestyle) करना चाहिए या दर्शाना चाहिए। घर के डिजाइन (House Design) में मौजूदा रुझान या ट्रेंड्स वास्तुशिल्प चमत्कारों से कम नहीं हैं। ज्यादातर लोग वही घर पसंद करते हैं जिनकी बनावट या डिज़ाइन आकर्षक होती है। घर को कभी ना नष्ट होने वाली सम्पत्ति भी कहा जा सकता है। इसके अलावा घर की बनावट और सुंदरता वहां रहने वाले लोगों के बारे में भी काफी कुछ बयां करती है। आइए जानते हैं हाउस एलिवेशन क्या है।
प्रॉपर्टी कानून (property law) ने इमारत के 'सामने' यानि फ्रंट भाग को संदर्भित करने के लिए एलिवेशन शब्द का उपयोग किया है। सामने की तरफ से देखने पर घर जैसा दिखता है, इसे फ्रंट एलिवेशन (Front elevation) कहा जाता है। इसी तरह साइड और टॉप एलिवेशन (side and top elevations) भी होते हैं। ये सभी चारों तरफ से घर की डिज़ाइन को संदर्भित करते हैं। इस आर्टिकल में हम आपको फ्रंट एलिवेशन के बारे में बताएंगे कि कैसे आप अपने घर का फ्रंट डिज़ाइन अच्छे से तैयार कर सकते हैं। एक घर का अच्छा फ्रंट एलिवेशन यह सुनिश्चित करता है कि मकान मालिक को सही घर मिले, साथ ही निर्माण शुरू होने के बाद महंगे संशोधनों को भी रोका जा सके।
अपने घर के फ्रंट एलिवेशन डिज़ाइन Elevation Design की योजना बनाने के लिए रचनात्मक रूप से बहुत सावधानी बरतने की आवश्यकता है। खिड़कियां, प्रवेश द्वार, साथ ही पोर्च (windows, entrance, and porch) की नियुक्ति को सोच समझकर किया जाना चाहिए। फ्रंट एलिवेशन डिज़ाइन का घर के फर्श की योजना पर सीधा प्रभाव पड़ता है। डिजाइन के कई सिद्धांत हैं जो एक सामान्य घर के फ्रंट एलिवेशन डिज़ाइन Front elevation design की तैयारी में प्रयोग किये जाते हैं। अगर आप चाहते हैं कि मेहमानों के सामने आपका प्रभाव अच्छा पड़े तो अपने घर की डिज़ाइन को क्रिएटिव (creative) और सुंदर यानि आँखों के लिए जो आकर्षक हो, उस तरीका का रखना होगा।
डिजाइन में संतुलन और समरूपता का बहुत बड़ा प्रभाव होता है। संतुलन और समरूपता के जरिये घर पर ऐसी विशेषताएं बनायी जा सकती हैं जिनका दर्पण जैसा प्रभाव (Mirror effect) होता है। उदाहरण के लिए, डिजाइन में संतुलन और पूर्णतावाद (balance and perfectionism in design) की छाप देने के लिए बालकनियों और खिड़कियों को विपरीत दिशा में समान संख्या में पंक्तिबद्ध और सुव्यवस्थित किया जाता है। एक डिजाइन में संतुलन की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन डिजाइन के अन्य पहलुओं का उपयोग एक सुंदर सामान्य घर का एलिवेशन बनाने के लिए किया जा सकता है।
संतुलन (balance), समरूपता बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं, पर घर को साधारण ना दिखने के लिए विभिन्न प्रकार के बाहरी डिजाइन महत्वपूर्ण हैं। समानता में विविधता (Variety in unity) एक डिजाइन की अवधारणा है जहां आप अपने घर के डिजाइन में डिफरेंट या अलग-अलग एलिमेंट शामिल कर के उसे और भी आकर्षक बना सकते हैं। जैसे एक समान ऊंचाई पर समान ज्यामितीय आकृतियों geometric shapes का निर्माण करना, लेकिन उनके रंग और बनावट के आकर में बदलाव करना जिससे डिज़ाइन बोरिंग न लगे। क्रिएटिव स्ट्रेचिंग, फोल्डिंग, ट्विस्टिंग, या टिल्टिंग शेप (Creative stretching, folding, twisting, or tilting shapes) को सामान्य हाउस फ्रंट एलिवेशन डिज़ाइन में नियोजित किया जा सकता है ताकि आकर्षक एलिवेशन तैयार किया जा सके, जिसे आपके मेहमान लंबे समय तक याद रखेंगे।
घर के पहलुओं को सामने लाने के लिए घर के फ्रंट एलिवेशन डिजाइन पर जोर दिया जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, घर पर आने वाले आगंतुक को घर का मुख्य द्वार घर का मुख्य केंद्र लगना चाहिए। मुख्य केंद्र को दर्शाने के कई तरीके हैं। कंट्रास्ट (Contrast) सबसे आसान उपकरणों में से एक है जिसका उपयोग आप ध्यान आकर्षित करने के लिए कर सकते हैं। यह विरोधी रंगों, विभिन्न आकृतियों या बनावट (opposing colours, different shapes or textures) का उपयोग करके दो वस्तुओं के बीच महत्वपूर्ण अंतर को सामने लाता है। मुख्य केंद्र बनाने के लिए किन तत्वों का उपयोग करना है यह घर की डिजाइन पर निर्भर करता है, हालांकि जितने रचनात्मक तरीके से आप इसको तैयार करेंगे आपका घर उतना ही आकर्षक लगेगा।
वर्तन पूरे डिजाइन को प्रभावित करता है
खूबसूरत घर किसे पसंद नहीं होता! एक सामान्य हाउस फ्रंट एलिवेशन डिज़ाइन घर के मालिक को घर के सौंदर्यशास्त्र को स्पष्ट रूप से देखने में मदद करता है। घर की बाहरी बनावट और सजावट एक शक्तिशाली प्रभाव दे सकती है, इसके साथ ही इसमें ट्रेडिशनल एलिमेंट्स को भी जोड़ा जा सकता है, ताकि डिज़ाइन और अधिक प्रभावशाली लगे। 3D हाउस डिज़ाइन (3D house designs), फ़र्नीचर और अन्य उपयोगिताओं प्रदान करने के साथ, घर के अंदर के रीयलिस्टिक दृश्य (realistic visualizations) प्रदान करते हैं। एलिवेशन डिजाइन का मकसद ही यही है कि आपको सही मायने में एक आकर्षक और सही घर हो सके, जो मकान मालिक के विचार से मेल खता हो।
प्रत्येक घर भूमि के एक टुकड़े पर स्थित होता है, और इस क्षेत्र में यह कैसे फिट बैठता है यह निर्माण क्षेत्र और विभिन्न भवन नियमों सहित कई कारकों द्वारा निर्धारित किया जाएगा। जैसे -घर के आस पास बची हुई जमीन को फूलों, घास, शहरी खेती पर्माकल्चर गार्डन या किसी भी अन्य असीमित विकल्पों से सजाया जा सकता है।
पर्सपेक्टिव, देखने के नजरिये या दृष्टिकोण को संदर्भित करता है। प्रकाश और पर्सपेक्टिव लगभग हमेशा एक साथ चलते हैं। घर बनवाते समस्य घर की ओर सूर्य के प्रकाश की दिशा और घर में रौशनी के प्रभाव पर विचार करना चाहिए। यह आपको पॉजिटिव वाइब्स देगा और यह आपकी कार्यक्षमता को भी एफेक्ट करेगा। क्योंकि प्राकृतिक प्रकाश अमूल्य है और इसे घर में आने देना चाहिए। उपलब्ध प्राकृतिक प्रकाश स्रोतों का लाभ उठाने के लिए घर को उसी हिसाब से डिज़ाइन करना चाहिए।
एक घर के डिजाइन का उसके निवासियों के बीच संबंध और उनके स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ता है। और घर का फ्रंट एलिवेशन डिजाइन पूरे घर के डिजाइन को प्रभावित करता है इसलिए इसे ध्यान से सोच समझकर बनाना चाहिए। जैसे, बालकनियों और पोर्च की स्थिति निर्धारित करेगी कि रसोई कहाँ है और यह परिवर्तन पूरे डिजाइन को प्रभावित करता है।
ये बात लगभग सभी जानते हैं कि वास्तु शास्त्र दिशा से संबंधित एक भारतीय विज्ञान है जो प्रकृति, ग्रहों और अन्य ऊर्जाओं के पाँच तत्वों को संतुलन के साथ समायोजित करता है। वास्तु किसी भी जगह को लाभकारी बनाने में मदद करता है। इसलिए घर के फ्रंट एलिवेशन डिज़ाइन को सोच समझकर वास्तु के अनुसार ही बनवाना चाहिए। क्योंकि यह घर में रहने वालों के स्वास्थ्य, पूँजी और खुशी को बढ़ाने का भी कारण होता है। यदि आप चाहते हैं कि आपका घर या परिवेश हमारे समग्र विकास और समृद्धि में मदद करे, तो घर के लिए वास्तु के सिद्धांतों का पालन करना आवश्यक है।
दुनियाभर में, हर देश की अपनी स्थापत्य शैली होती है, जो उसके इतिहास, संस्कृति और अनुभवों से आकार लेती है और अपनी अलग पहचान को दर्शाती है। दुनिया में ऐसे कई खूबसूरत शहर हैं, जिन्हें आर्किटेक्चर का बेजोड़ नमूना माना जाता है और जिनकी बड़ी इमारतें, भवन, बेहतरीन सड़कें और कई अन्य जगह देखने लायक हैं। हालांकि, शहरों को मजबूत, कलात्मक, प्राचीन और आधुनिक तरीके से बनाया गया है। आपको दुनिया के ऐसे शहरों के बारे में बताते हैं, जिसकी वास्तुकला अपने आप में खास और अनोखी है।
इससे पहले कि हम वास्तुकला या आर्केट्रेक्चर का अध्ययन करने के लिए सबसे अच्छे देश की बात करें, आपको पहले कुछ चीज़ों को अच्छे से समझना चाहिए कि विदेश में अध्ययन करना एक अच्छा विचार क्यों है? विदेश में अध्ययन करने से आप एक नए राष्ट्र की वास्तुकला का अवलोकन कर सकते हैं और उसको समझ सकते हैं या सीख सकते हैं। इसके अलावा आपको विभिन्न देशों की संस्कृति के बारे में भी जानकारी प्राप्त होती है।
इंग्लैंड अपनी खूबसूरत इमारतों और इलेक्ट्रिक स्टाइल आर्केट्रेक्चर के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ वास्तुकला की कई प्रसिद्ध यूनिवर्सिटीज भी हैं जैसे University of Bath, University of Cambridge, and the University of Sheffield आदि, यहाँ से कई बड़े आर्केट्रेक्ट निकले हैं।
वास्तुकला के क्षेत्र में चीन की एक विशेष पहचान है। यहाँ आपको मंदारिन के साथ पूर्वी परिप्रेक्ष्य से वास्तुकला देखने का अवसर मिलेगा। यहाँ कई बड़े इंस्टीटूशन भी हैं जैसे Shanghai Jiao Tong University, Tsinghua University, and Tongji University आदि। यदि आप आर्केट्रेक्चर की पढ़ाई करना चाहते हैं तो चीन एक अच्छा विकल्प है।
खूबसूरत घरों और इमारतों के लिए जापान भी बहुत प्रसिद्ध है। यहाँ कई सारी यूनिवर्सिटीज भी हैं जहाँ से आप वास्तुकला की पढ़ाई भी कर सकते हैं। जैसे University of Tokyo and Kyoto वहां की प्रसिद्ध आर्केट्रेक्ट यूनिवर्सिटीज में से हैं।