स्मार्ट निवेश निवेश के बुनियादी सिद्धांतों का विस्तार है और इसमें सही निवेश विकल्प शामिल हैं जो आपके भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी मदद करने के लिए आपकी विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
आर्थिक अनिश्चितता के समय में, यह समझ में आता है कि लोग शेयर बाजार और अन्य निवेश शुरू करने से डर सकते हैं। लेकिन क्या अभी निवेश करना वास्तव में आपके वित्तीय भविष्य के लिए एक स्मार्ट कदम नहीं है?
निवेश में हमेशा जोखिम होता है - जीवन में कोई गारंटी नहीं होती है, और इस तथ्य से बचने का कोई रास्ता नहीं है। हालांकि, स्मार्ट निवेशक जानते हैं कि बाजार में चाहे कुछ भी हो रहा हो, निवेश के हमेशा अच्छे अवसर मिलते हैं। बेहतर निवेश के लिए इसे अपना रोडमैप मानें! यह जानने से पहले की स्मार्ट इन्वेस्टर कैसे बने हमें यह समझना भी जरूरी है की इन्वेस्टमेंट क्या होता है ?
ये बात तो हम सब मानते हैं न कि किसी भी काम में एक्सपर्ट होने के लिए हमें उसके बारे में पूरा ज्ञान और समझ होनी चाहिए तभी हम उस चीज़ में पर्फ़ेक्ट बनते है इसी तरह smart investor बनने के लिए भी आपको इन्हीं चीजों की आवश्यकता होनी चाहिए लेकिन
अगर आप इस विषय में दिलचस्पी रखते हैं तो हम आपको आज बतायेंगे की आप एक स्मार्ट इन्वेस्टर कैसे बनें how to become a smart investor?
दोस्तों यदि आप इन्वेस्टर बनने में रुचि रखते हैं तो सबसे पहले आपको इस विषय की कुछ बेसिक जानकारी होनी चाहिए। यदि आपको इसके बारे में जानकारी है और आपके दिमाग में ज्यादा टाइम यही चलता है कि आप एक अच्छे इन्वेस्टर कैसे बने और इंटरनेट internet पर हमेशा इससे जुड़ी जानकारियों को खोजते रहतें है ।
तो आज से आपकी तलाश ख़त्म क्योंकि आज हम आपको इन्वेस्टर से जुड़ी कुछ ऐसी लाभकारी बातें आपको बतायेंगे जो आपकी स्मार्ट इन्वेस्टर बनने में मदद करेगें। और इस ब्लॉगपोस्ट में हम ये भी जानेंगे कि आप कहां-कहां इन्वेस्ट कर सकते हैं।
यह जानने से पहले की स्मार्ट इन्वेस्टर कैसे बने हमें यह समझना भी जरूरी है की इन्वेस्टमेंट क्या होता है ?
सबसे पहले जानते हैं इन्वेस्टमेंट क्या होता है और इसके अंतर्गत क्या क्या आता है। तो इन्वेस्टमेंट का हिंदी में मतलब होता है निवेश करना। क्या निवेश का अर्थ बचे हुए पैसों को म्यूच्यूअल फंड्स या LIC की किसी पॉलिसी में निवेश करना है? हाँ ये भी एक इन्वेस्टमेंट है लेकिन इन्वेस्टमेंट कई क्षेत्रों में किया जा सकता है।
इन्वेस्टमेंट का दायरा काफी बड़ा है। इसमें शेयर मार्केट, कमोडिटी मार्केट stock market, commodity market इत्यादि सब आ जाते हैं। इन्वेस्टमेंट का मतलब केवल किसी योजना या स्कीम में ही निवेश करने से नहीं होता है बल्कि इसमें मुख्य तौर पर ऐसा निवेश आता है जिसमे आप किसी कंपनी फिर चाहे वह छोटी हो या बड़ी, उसमे निवेश करते हैं।
जिस कंपनी में आप निवेश कर रहे हैं वह कंपनी किसी भी क्षेत्र से जुड़ी हुई हो सकती है। साथ ही इसमें किया गया निवेश भी भिन्न भिन्न हो सकता है।
जैसे आप किसी बड़ी व अंतरराष्ट्रीय कंपनी के शेयर खरीद कर उसमे निवेश कर सकते हैं तो इसके अलावा किसी स्टार्ट अप कंपनी में निवेश कर उसे आगे बढ़ाने में सहायता कर सकते हैं जिससे वह आगे चल कर वह आपको लाभ दे सके। साथ ही आप अपना कोई स्टार्ट अप शुरू कर सकते हैं।
इन्वेस्टमेंट करने से पहले आपको ये पता होना चाहिए कि आप कहां-कहां इन्वेस्ट कर सकते हैं। यदि पैसे बचाने में अच्छे हैं या फिर अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए अपने पैसे बचाना चाहते हैं तो आप कई जगहों पर इन्वेस्ट कर सकतें है।जैसे:-
स्टॉक मार्केट निवेश का सबसे लोकप्रिय विकल्प है। यहाँ पर आप विभिन्न कंपनियों के स्टॉक खरीद सकते हैं जिन्हें शेयर भी कहा जाता है। स्टॉक मार्केट निवेश में देरी न करें, क्योंकि यह बाजार के प्रतिस्पर्धात्मक दबाव के कारण बदलता रहता है।
इक्विटी निवेश एक अच्छा विकल्प है जहाँ आप कंपनी के भाग खरीद सकते हैं। यह निवेश लंबे समय के लिए बनाया गया है और इससे आपको अच्छा मुनाफा भी मिलता है।
म्युचुअल फंड एक अच्छा विकल्प है जहाँ निवेशकों के पैसे एकत्रित करके अधिक निवेश किया जाता है। इससे निवेशकों को कई सारे निवेश विकल्प उपलब्ध होते हैं।
फिक्स्ड डिपॉजिट एक ऐसा इन्वेस्टमेंट है जो बैंक या फिर अन्य वित्तीय संस्थाओं द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। इसमें आप अपने पैसों को निश्चित अवधि तक जमा करते हैं और ब्याज राशि को आपके जमा किए गए पैसों पर मिलता है। इस इन्वेस्टमेंट का एक बड़ा लाभ यह है कि यह बहुत सुरक्षित होता है। इसकी न्यूनतम अवधि 7 दिन होती है जबकि अधिकतम अवधि 10 वर्ष तक हो सकती है।
बॉन्ड एक आम वित्तीय उपकरण हैं जिसे वित्तीय संस्थाएं जैसे कि सरकार, बैंक और कंपनियों द्वारा जारी किए जाते हैं। इसमें एक निश्चित समय अवधि के दौरान ब्याज दर के आधार पर एक निश्चित राशि जमा की जाती है। बांड इन्वेस्टमेंट के माध्यम से आप आय जनरेट कर सकते हैं और अपने पूंजी को वित्तीय आपूर्ति के लिए एक अच्छा विकल्प बना सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस में निवेश करने के लिए आपको अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस में जाना होगा और उनकी वेबसाइट पर भी ऑनलाइन निवेश के बारे में जानकारी उपलब्ध है। पोस्ट ऑफिस में आप कई तरह के इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं जैसे-
पोस्ट ऑफिस रिक्शा निवेश (Post Office Recurring Deposit): इसमें आप हर महीने निश्चित राशि जमा करते हैं जिसकी अवधि 5 वर्ष होती है और अवधि के अंत में आपको जमा की गई राशि के साथ ब्याज भी मिलता है।
पोस्ट ऑफिस साविंग अकाउंट (Post Office Savings Account): यह एक सामान्य बचत खाता होता है जिसमें आप अपनी खाते में जमा की गई राशि पर ब्याज प्राप्त कर सकते हैं।
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (Post Office Time Deposit): इसमें आप अपनी राशि को कुछ समय के लिए जमा करते हैं और उस समय के अंत में आप उस राशि पर ब्याज प्राप्त करते हैं। यह टाइम डिपॉजिट कई अवधियों में उपलब्ध होता है जैसे - 1, 2, 3 या 5 वर्षों के लिए।
इस योजना में निवेश करने से आप अपनी आय को वृद्धि दे सकते हैं और साथ ही अपने भविष्य को सुरक्षित बनाए रख सकते हैं।
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प्रोविडेंट फंड एक बहुत ही लोकप्रिय निवेश विकल्प है जो भारत में अधिकतर कंपनियों में काम करने वाले लोगों के लिए उपलब्ध होता है। यह एक निवेश की तरह होता है जिसमें आप अपनी संख्या शुरू में निवेश करते हैं और इस पर वार्षिक ब्याज आपको मिलता रहता है। यह निवेश लंबे समय तक चलता है और निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प होता है।
प्रोविडेंट फंड का उपयोग करने के लिए, आपको अपने नियोक्ता के द्वारा स्थापित किए गए इस निधि में निवेश करना होगा। निधि का नाम विभिन्न नियोक्ताओं के लिए भिन्न होता है, लेकिन इसका मुख्य उद्देश्य उनकी तुलना में संचय करना होता है।
इस निधि में निवेश करने के लिए नियोक्ताओं को नियमित अंतराल में अपनी वेतन या सैलरी का एक निश्चित भाग इस निधि में जमा करना होगा। इस निवेश के लिए एक नियोक्ता भी उनकी ओर से एक अनुदान देता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट एक तरह का बैंक खाता होता है जहाँ आप अपनी राशि को निश्चित समयावधि के लिए जमा करते हैं और ब्याज दर के आधार पर अपने पैसे को बढ़ाते हैं। इसमें आपको निश्चित अवधि, ब्याज दर और ब्याज की मासिक या त्रैमासिक या वार्षिक वित्तीय लाभ प्राप्त होता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट को विभिन्न बैंकों, पोस्ट ऑफिस और निजी वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्रदान किया जाता है। आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट के अवधि 7 दिन से 10 वर्ष तक होती है।
उदाहरण: अगर आपके पास 50,000 रुपये हैं और आप इन पैसों को 5 वर्षों के लिए जमा करना चाहते हैं तो आप फिक्स्ड डिपॉजिट में जमा कर सकते हैं। अगर बैंक की ब्याज दर 6% है तो आपकी जमा राशि 73,162 रुपये हो जाएगी।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली एक आय वर्धक योजना है जो सीनियर सिटीजन्स के लिए बनाई गई है। यह योजना सिर्फ 60 साल की उम्र से अधिक वाले लोगों के लिए उपलब्ध है।
इस योजना में आपको प्रति वर्ष ७.४ प्रतिशत ब्याज दिया जाता है। इसके अलावा, इस योजना के तहत आप एक बार में 15 लाख तक निवेश कर सकते हैं। निवेश की अवधि तीन साल से पांच साल तक हो सकती है। यह निवेश किसी भी सरकारी बैंक या राज्य सरकार के बैंक शाखाओं में की जा सकती है।
आप यहां ध्यान रखें कि आप एक साल से कम अवधि के लिए निवेश नहीं कर सकते हैं। इस योजना का मूल्यांकन सालाना होता है। इस योजना को बंद करवाने के लिए शुल्क भी लगता है।
इस दुनिया में करोड़ो लोग इन्वेस्ट कर रहे हैं लेकिन जो व्यक्ति स्मार्ट तरीके से इन्वेस्ट करता है या स्मार्ट इन्वेस्टमेंट प्लान बनाता है Smart investment plan है उसे उसके द्वारा इन्वेस्ट किया गया पैसा ज्यादा अच्छा फल देता है। आप अपने द्वारा मेहनत से कमाए गए पैसों को निवेश करने जा रहे हैं तो आपको स्मार्ट इन्वेस्टर बनने के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स के बारे में जानना जरुरी है।
एक अच्छा इन्वेस्टर बनने के लिए सबसे पहले तो आपको इन्वेस्टमेंट के सिद्धांतों को समझना चाहिये। आपको सबसे पहले ये समझना होगा कि आप कैसे और कहां इन्वेस्ट कर सकते हैं। इसकी बेहतर जानकारी के लिए आपको इससे जुड़ी हर तरह का ज्ञान होना चाहिए। इसके लिए आप इन्वेस्टमेंट से जुड़ी किताबे पढ़ सकते हैं,या किसी बड़े इन्वेस्टर से सलाह ले सकतें है ताकि आप भी बड़े-बड़े इन्वेस्टर की सूची में खुद को शामिल कर सकतें हैं।
मार्केट चाहे stocks की हो या कोई भी जरूरी वस्तुओं की उसमें आय दिन बदलाव तो होते ही रहतें है। उसी तरह investment market में होने वाले सभी प्रकार के उतार-चढ़ाव के इस पैटर्न को समझना होगा। और मार्केट की रणनीतियों पर ध्यान देना होगा। और अच्छे रिटर्न वाली इसवेस्टमेंट को सीखना होगा। इन्वेस्टमेंट की अच्छी जानकारी के लिए आप इसकी पढ़ाई या (online course) कोर्स भी कर सकते है।
अपना ब्रोकरेज अकाउंट तब बनाइये जब आपको मार्केट की अच्छी समझ हो जाये। अगर आप अब इस इन्वेस्टमेंट की दुनियां को समझ गए है तो अपना ब्रोकरेज बना सकतें है। अच्छी समझ होने का मतलब ये नहीं है कि आप परफेक्ट हो गए हैं।
ये एक ऐसा क्षेत्र हैं जहां आपको अच्छे रिजल्ट पाने के लिए हमेशा market research करते रहना पड़ेगा। ताकि आप अच्छे और बड़े इन्वेस्टर बन सकें। लेकिन ध्यान रखें आप जिस भी प्रकार के इन्वेस्टर बन रहें है उसी फील्ड की सारी जानकारियों की समझ रखें।
अच्छा इन्वेस्टर बनने के लिए आपको मार्केट से जुड़ी सभी जानकारियों से up to date रहने की आवश्यकता है ताकि मार्केट में क्या चल रहा है और आपको कहाँ इन्वेस्ट करना है का पूरा ज्ञान हो। इसके लिए आप T.V, media या newspaper आदि का सहारा ले सकतें है।
पैसों को इन्वेस्ट करने के लिए आजकल लोग ज्यादातर stock market जैसे प्लेटफॉर्म को चुन रहें है। इसलिए आपको यहां पैसे लगाने से पहले आपको उसकी पूरी समझ होनी चाहिए क्योंकि ये एक ऐसा क्षेत्र है जहां लोग बिना समझ के ही पैसा लगा देते हैं और मुनाफ़े की जगह नुकसान झेलते है और अपने मन में ये धारणा बना लेते है कि स्टॉक मार्केट पैसे इन्वेस्ट करने के लिए सबसे बेकार की जगह है।
लेकिन सच तो ये है कि आपका ज्ञान बेकार है यदि आप पूरे ज्ञान और सूझबूझ कर इन्वेस्टमेंट करते हैं तो आप लाखों करोड़ों कमा सकते हैं।
ये आपको हमेशा ही बताया जाता है कि कहीं भी पैसा लगाने से पहले आप अच्छी तरह से पहले ही research और planning करें। क्योंकि ये हम सब जानते है कि कहीं भी पैसा लगाना हमारे लिए कितना रिस्की होता है इसलिए हम में से अधिकांश लोग कम से कम पैसा लगाने से पहले बहुत बार सोचते है फिर इन्वेस्ट करते हैं।
स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने के लिए अपना एक बेहतर पोर्टफोलियो बनायें। यदि आप नए और आप इस portfolio के शब्द से बाकिफ़ नहीं है तो आपको बता दें कि पोर्टफोलियो बनाने का मतलब है कि यदि आपने एक शेयर में इन्वेस्ट किया है तो आपको एक से अधिक शेयर में इन्वेस्ट करना चाहिए।
बड़े-बड़े इन्वेस्टर भी इसी रणनीति को फ़ॉलो करते है। ये इसलिए किया जाता है क्योंकि यदि आपको किसी शेयर में लॉस हो रहा होगा तो बाकी के शेयर से प्रॉफिट मिल सके। इन्वेस्टमेंट के लिए अच्छा पोर्टफोलियो क्यों बनाना चाहिए शायद अब आप समझ गए होंगे।
इन्वेस्टमेंट की दुनियां में क़दम रखने के लिए सबसे पहले आपको दिमाग से तैयार होने की जरूरत होती होती क्योंकि यहां आपको लॉस भी देखने को मिलेगा और मुनाफा भी। इसलिए इन दोनों पहलुओं के लिए खुद तैयार रखें।
आप पैसा लगाने के लिए दूसरों की बातों में कभी न आये हमेशा खुद ही रिसर्च और पूरा ज्ञान पाने के बाद ही इन्वेस्ट करें और खुद को self motivate करतें रहें। आप जो भी कार्य करते है उसे आप से ज्यादा अच्छे से कोई नहीं जानता इसलिए खुद पे भरोसा रखें।
अंत में दोस्तों आज हमनें इस पोस्ट में स्मार्ट इन्वेस्टर बनने के बारे में पूरी जानकारी को बताया है यदि आप भी इस निवेश की दुनिया में खुद को शामिल करना चाहते हैं तो यकीन माइये यदि आप यहां बताई गई सब बातों को ध्यान में रखकर आगे बढ़ते हैं तो आपको एक स्मार्ट इन्वेस्टर बनने से कोई नहीं रोक सकता। हमें पूरी उम्मीद है कि आपको ये पोस्ट जरूर पसंद आया होगा।
आप जिस भी कंपनी में निवेश करने जा रहे हैं फिर चाहे वह स्टार्ट अप हो या कुछ और इसके लिए आपको उस कंपनी का पास्ट जरूर देखना चाहिए। यानि उस कंपनी का अभी तक कैसा परफॉर्म रहा है इसकी बारे में पूरी जानकारी रखें। इसके साथ ही वह आने वाली परेशानियों का सामना कैसे करती है यह भी जान लें।
यदि आप इन चीज़ों के बारे में जान लेते हैं तो इससे आप उस कंपनी की कार्य प्रणाली के बारे में बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। जब आप उसके पास्ट के बारे में पूरी तरह से जान लेते हैं तो अब आपको उसकी टीम के बारे में भी जानने की जरुरत है।
क्योंकि ये बात सच है कि किसी भी कंपनी का भविष्य उसकी टीम होती है। यदि टीम बढ़िया है तो कंपनी को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है। दरअसल यदि टीम अपने काम को बिल्कुल परफेक्ट तरीके से करती है तो वो कंपनी कभी नुकसान में नहीं जायेगी। कुल मिलाकर किसी भी कंपनी का भविष्य उसके यहाँ काम कर रहे कर्मचारियों पर निर्भर करता है। इसलिए आपको स्मार्ट इन्वेस्टर बनने के लिए इन दोनों चीज़ों के बारे में अवश्य जानें।
स्मार्ट इन्वेस्टर बनने के लिए आपको सबसे पहली बाजार का अच्छे से विश्लेषण करना जरुरी है। भले ही बाजार बहुत बड़ा है लेकिन फिर भी आप जितना अधिक से अधिक बाजार के बारे में जानेंगे तो उतना ही आपके लिए मार्केट के बारे में जानना आसान होगा। क्योंकि एक स्मार्ट इन्वेस्टर की मुख्य पहचान भी यही होती है।
बाजार का विश्लेषण करने से आपको यह फायदा होगा कि आपको इससे पता चलेगा कि किस क्षेत्र में निवेश करना आपके लिए सही है और किस क्षेत्र में नहीं। क्योंकि आज जो सामने दिखता है वैसा होता नहीं है। आज के समय में सब कुछ बहुत ही तेजी के साथ बदल रहा है। इसलिए यदि आपको स्मार्ट इन्वेस्टर बनना है तो उसके लिए बाजार की स्थिति का आकलन करना बहुत ही जरुरी कदम है।
आज इस टेक्नोलॉजी के समय में आगे बढ़ने के लिए आपको स्मार्ट तरीके से इन्वेस्ट करना होगा यानि आपको तकनीक के साथ बने रहना होगा। आपको नयी नयी टेक्नोलॉजी के साथ समय समय पर खुद को अपडेट करना होगा। क्योंकि यह तकनीक ही आपको स्मार्ट इन्वेस्टर बनने में बहुत मदद करेगी। ऐसे कई गैजेट्स हैं जिनका इस्तेमाल स्मार्ट इन्वेस्टमेंट के लिए किया जा सकता है।
आज आप जो भी जानकारी लेना चाहते हैं ऑनलाइन सारी चीज़ें देख सकते हैं। आज कई ऐसी ऍप व वेबसाइट आ गयी हैं जहाँ पर आपको कई तरह के इन्वेस्ट करने के तरीके मिल जाएंगे। इसके लिए आप अन्य सफल निवेशकों के बारे में जान सकते हैं और उनसे कई चीज़ें सीख सकते हैं।
आज आप इन्वेस्ट करने के लिए गैजेट्स व तकनीक को इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप अपने मोबाइल में कई तरह की इन्वेस्टमेंट ऐप्स इनस्टॉल करके काफी कुछ सीख सकते हैं।
आपको स्मार्ट इन्वेस्टर बनने के लिए ये भी ध्यान रखना जरुरी है कि आपको कभी भी अपना सारा पैसा एक ही जगह पर नही लगाना चाहिए। स्मार्ट इन्वेस्टर अपना सारा पैसा कभी भी नहीं लगाता है। भले ही आप चाहे कई क्षेत्रों में पैसा निवेश कर रहे हैं लेकिन वह सारा का सारा ही निवेश ना कर दें।
आपको चाहिए कि आप हमेशा थोड़ा बहुत पैसा अपने पास बचा कर रखें क्योंकि समय कब कैसा आ जाये ये कोई नहीं जानता है। इससे ये फायदा होगा कि बुरी परिस्थितियों में वह आपके काम आ सकेगा।
यानि जहाँ भी आपने इन्वेस्ट किया हो वो पैसा किन्हीं परिस्थितियों के कारण डूब जाये या फिर दुनिया में भयानक मंदी आ जाये तो उस वक्त आपके पास फिर कुछ भी नहीं बचेगा। तो तब आपका बचाया हुआ पैसा उस वक्त काम आ सकता है। इसलिए अपना सारा पैसा ही निवेश पर लगाने की बजाए आपको उसमे से कुछ पैसा बचा कर जरूर रख लेना चाहिए।
स्मार्ट इन्वेस्टर बनने के लिए आपको जोखिम उठाना भी सीखना होगा। क्योंकि यदि आप किसी भी क्षेत्र में जोखिम उठाने में असमर्थ हो तो आप जीवन में सफल नहीं हो सकते हैं। यदि आप जोखिम या खतरा देखकर डर जाते हैं तो आपको कभी भी फायदा नहीं होगा।
आप यह निश्चित रूप से नहीं कह सकते हैं कि आपके द्वारा निवेश किया गया पैसा आगे चलकर आपको लाभ ही कमाकर देगा। इसलिए इन्वेस्ट करने में जोखिम शुरू हो जाता है इसलिए इसमें डरने की कोई जरुरत नहीं है। हाँ ये जरूर है कि कई बार जोखिम बड़ा होता है तो कई बार यह सामान्य नज़र आता है।
ये सच्चाई है कि जो भी व्यक्ति किसी चीज़ में निवेश कर रहा है तो वह अपने साथ कई तरह के जोखिम लेकर चलता है। इस बात से भी हम सब वाकिफ हैं कि जितना बड़ा जोखिम होगा उतना ही बड़ा लाभ भी आपको मिलेगा। इसलिए यह स्मार्ट इन्वेस्टर बनने के लिए बेहद जरुरी है कि आप इन जोखिम को उठाना सीखें और उसी के हिसाब से आगे की रणनीति बनाएं।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। निवेश को चुनने से पहले निवेशक के वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम सहनशीलता और निवेश क्षितिज जैसे कारकों पर विचार करना महत्वपूर्ण है। व्यक्तिगत निवेश सलाह के लिए एक वित्तीय विशेषज्ञ से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।