आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि, किस तरह नए मैनेजर बनने के दौरान आप अपने आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं।
कई लोग नौकरी करने के दौरान बड़े छोटे स्तर से शुरुआत करते हैं और एक बड़े मुकाम पर पहुंचते हैं। यानी की एक मैनेजर Manager बनने की शुरुआत एकदम से नहीं होती पहले आपको छोटी नौकरी करनी पड़ती है, उसके बाद आप किसी बड़ी नौकरी को हासिल कर पाते हैं।
धीरे-धीरे आप कदम-दर-कदम मैनेजर की कुर्सी पर पहुंचते हैं। मैनेजर की कुर्सी पर पहुंचने के बाद आपको यह नहीं पता होता कि, आप किस तरह इस भूमिका को बेहतर तरीके से निभा पाएंगे, क्योंकि इससे पहले आपने कभी भी यह काम नहीं किया है, हालांकि आपको पुराने कामों का अनुभव होता है, लेकिन फिर भी आपको इस नए काम को करने के लिए आत्मविश्वास Self-Confidence की जरूरत होती है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि, किस तरह एक नए मैनेजर बनने के दौरान आप अपने आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं।
कोई कोर्स करें या किसी अनुभवी की सलाह लें
यह माना जा सकता है कि, आप अच्छी नौकरी कर रहे थे और आप मैनेजर बनने के हकदार थे आपको आपके पूर्व अनुभव ही प्रबंधक की कुर्सी पर ले कर आए हैं, लेकिन इसके बावजूद कई कार्यो की जिम्मेदारी आप पर दबाव बना सकती हैं। इसके लिए नई भूमिका को निभाने के लिए या तो आप किसी प्रबंधक कोर्स Management Course की शुरुआत कर सकते हैं, जिसमें आपको वरिष्ठ लीडर्स यह सिखाते हैं कि किस तरह एक अच्छा मैनेजर बना जाए। इसके अलावा आप किसी भरोसेमंद अनुभवी व्यक्ति की सलाह ले सकते हैं, जो आपका जाना पहचाना व्यक्ति हो और आपको यह बता सके कि आप किस तरह अपनी नई भूमिका को अच्छी तरह निभा सकते हैं।
आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि, आप जिस व्यक्ति से सलाह ले रहे हैं, वह पहले भी मैनेजर की भूमिका अच्छी तरह निभा चुका हो, क्योंकि अनुभव हर क्षेत्र का अलग-अलग होता है। आपको अपने क्षेत्र के अनुभवी की सलाह लेना ज्यादा अच्छा साबित होगा।
खुद के साथ सरल और सहज और दयालु रहें
क्योंकि आपको मैनेजर की एक बड़ी भूमिका निभाने का मौका मिला है, आप सोचते हैं कि, आप अच्छी तरह सभी काम करें, यह आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए अच्छा भी है, लेकिन इससे आप पर ज्यादा दबाव भी बन सकता है। ऐसे में अपने आप के प्रति सरल सहज और दयालु बने रहें, जैसा कि आप किसी अन्य कर्मचारी की भूमिका में थे।
नए प्रबंधक की भूमिका में आपको सरल और सहज महसूस करने में समय लग सकता है। आप गलतियां भी कर सकते हैं, ऐसे मौके पर आप अपने लक्ष्य को साधने में लग जाते हैं, लेकिन अपने लक्ष्य को शुरुआत में ही इतना बड़ा भी ना बनाएं कि, अगर वह पूरा ना हो, तो आपका आत्मविश्वास डगमगा जाए।
अपनी ताकत और कमजोरियों को पहचाने
हर इंसान में उसकी कुछ ताकत होती है और कमजोरियां strengths and weaknesses भी होती है। उदाहरण के रूप में समझा जाए तो, आप की कमजोरियां यह हो सकती हैं कि, आप समय प्रबंधन time management या समूह के समाने बोलने में थोड़ा असहज हों, जबकि आपकी ताकत व्यक्तिगत संचार कौशल personal communication skills और लोगों के प्रति दयालु भाव रखना हो सकती है।इसके लिए आपको पहचानना होगा कि, आप की ताकत क्या है और आप की कमजोरियां क्या है। इनको पहचान कर उन पर अच्छी तरह काम करना होगा। जिसके बाद आप प्रबंधक का किरदार अच्छी तरह निभा पायेंगे।
आप मदद ले सकते हैं
जब एक मैनेजर के रूप में आप भूमिका निभाते हैं और आप इसमें नए होते हैं, तो आपको जरूरी नहीं है कि सारी चीजें पता हो, इसके लिए आप किसी की मदद भी ले सकते हैं। नए काम के दौरान आत्मविश्वास समय, अनुभव और समर्थन के साथ आता है। यदि आपके पास कोई ऐसा व्यक्ति है, जिस पर आप विश्वास करते हैं और जो आपके प्रश्नों का सही उत्तर दे सकता है, तो वह व्यक्ति आपके आत्मविश्वास को काफी हद तक बढ़ा सकता है।
आत्मविश्वासी होने का दिखावा भी कर सकते हैं
जब तक आप एक नए मैनेजर के रूप में अपनी भूमिकाओं को अच्छी तरह नहीं समझते, तब तक आप इस बात का दिखावा कर सकते हैं कि, आप पूरी तरह आत्म-विश्वासी हैं। अंग्रेजी में एक कहावत है कि, 'फेक इट टील यू मेक इट' Fake it till you make it, यानी की जब तक दिखावा करते रहें जब तक आपको आपका मुकाम हासिल नहीं हो जाता। आपको अपने अंदाज को इस तरह रखना होगा कि, लोग आपको दिखावे के दौरान पकड़ ना पाए। आपको आपकी आंखों पर ध्यान देना होगा। आपके हाथ मिलाने के तरीके पर ध्यान देना होगा। आत्म विश्वास से बोलने के तरीके पर ध्यान देना होगा। यह तरीके आपको दिखावा करने में मदद तो करेंगे, लेकिन आत्म विश्वासी बनने के लिए आपको छोटे-छोटे अनुभव लेकर एक अच्छा मैनेजर बनना होगा।
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि, आपने अपने आप को अच्छा मैनेजर बनाने के लिए कितनी तैयारी की है। यह आपको कई बार अच्छे और बुरे अनुभव दे सकता है। इसीलिए अपने नए किरदार के लिए हमेशा तैयार रहें और आत्म विश्वासी होने का प्रयास अपने पहले दिन से करें।