हम सभी जानते हैं कि आज के समय में जलवायु परिवर्तन (climate change) बहुत तेजी से बढ़ रहा है, और प्रदूषण (pollution) का स्तर भी काफी बढ़ गया है। वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों का स्वास्थ्य, खुशहाली (health and well-being) और आर्थिक सुगमता सब खतरे में हैं। एक स्वच्छ और अधिक सस्टेनेबल भविष्य (sustainable future) सुनिश्चित करने के लिए अब पहले से कहीं अधिक समाधानों की आवश्यकता है। इस आर्टिकल में, हम आपको कुछ ऐसी कंपनियों के बारे में बताएंगे जो ग्रीन बिज़नेस (Green business) को बढ़ावा दे रहीं है, साथ ही आपको ग्रीन बिज़नेस आइडियाज के बारे में भी पता चलेगा। तो पढ़ते रहिए- TWN
हमे इस तथ्य को भी स्वीकार करना होगा कि पृथ्वी के संसाधन सीमित हैं, और जनसंख्या एवं अद्योगीकरण गतिविधियों का तेजी से विस्तार होने के कारण पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव बन रहा है जिससे धीरे-धीरे प्राकृतिक संसाधन (Natural resource) नष्ट हो रहे हैं। आज के दौर में, विकास और आर्थिक प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए हमे प्रकृति का भी ख्याल रखना होगा। यहाँ, हम आपको ग्रीन बिज़नेस से जुड़े कुछ पहलुओं के बारे में बताएंगे, जिससे आर्थिक विकास भी होगा और प्राकृतिक लाभ भी प्राप्त होगा। चलिए शुरू करते हैं-
आज के समय में कई छोटे-बड़े उद्योग बाजार में अपनी जगह बनाए हुए हैं, लेकिन जलवायु परिवर्तन की वजह से बहुत से व्यवसायों ने अपने मुनाफे में गिरावट दर्ज की है। ग्रीन बिज़नेस एक ऐसी पहल है जिसके जरिए आप प्रकृति को क्षति पहुंचाए बिना आर्थिक उन्नति हासिल कर सकते हैं।
जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप विश्व में खतरे की स्थिति पैदा हो गई है, जो भूमि क्षरण के माध्यम से, प्रकृति और जैव विविधता के नुकसान के रूप में गंभीर क्षति का कारण बन सकती है। इसलिए ग्रीन बिज़नेस भविष्य की जरूरत भी है।
दुनिया भर के बड़े व्यवसायों ने महसूस किया है कि जलवायु परिवर्तन से संबंधित चिंताओं के कारण उनकी लाभप्रदता पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, दुनिया भर में बड़े व जागरूक व्यवसायों ने आगे बढ़ने के तरीके के रूप में ग्रीन बिज़नेस को तेजी से स्वीकार किया है। पिछले दशक में, इन जलवायु संबंधी प्राकृतिक आपदाओं में तेजी से वृद्धि के चलते कई बड़ी कंपनियों के सीईओ और पर्यावरण-उद्यमियों का ध्यान इस ओर आकर्षित हुआ है।
ग्रीन बिज़नेस में आप अपने उत्पादों को बनाने के लिए सस्टेनेबल सामग्रियों का उपयोग करते हैं। ग्रीन बिज़नेस में कार्बन उत्सर्जन (carbon emission) में कटौती करते हुए जितना संभव हो उतना कम पानी, ऊर्जा और कच्चे माल का उपयोग करने का लक्ष्य निर्धारित किया जाता है। ग्रीन बिज़नेस में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से उपयोग किया जाता है। यह बिज़नेस व्यावसायिक दृष्टिकोण से प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा को बढ़ता है और जलवायु परिवर्तन में योगदान को कम करता है। इसे इको-फ्रेंडली (eco-friendly business) बिज़नेस भी कहा जा सकता है।
एक पर्यावरण के अनुकूल व्यवसाय, या "हरित व्यवसाय" (Green Business) वह है जो पर्यावरण की दृष्टि से सस्टेनेबल भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करता है। हरित व्यवसाय पर्यावरण और उनके समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव डालने का प्रयास करते हैं। सतत और हरित व्यावसायिक विचार व्यवसाय शुरू करने के आपके लक्ष्य के साथ पर्यावरण के प्रति आपकी प्रतिबद्धता को भी जोड़ते हैं। इसके अलावा, ग्रीन बिज़नेस अच्छा रेवेन्यू और लाभ भी देते हैं।
नीलसन (Nielsen) के एक अध्ययन से पता चला है कि 66% वैश्विक उपभोक्ता सस्टेनेबल उत्पादों के लिए अधिक रुपए देने के लिए तैयार हैं।
आज के दौर में उपभोक्ता समझदार हो रहे हैं और अनसस्टेनिबल व्यावसायिक मॉडलों (unsustainable business models) से पड़ने वाले पर्यावरणीय प्रभावों के बारे में जागरूक हो रहे हैं। इसलिए, ज्यादातर ग्राहक उत्पादों के पर्यावरणीय नजरिए से सुधार के लिए मांग कर रहे हैं। नतीजतन, पर्यावरण के प्रति जागरूक ग्राहकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ग्रीन मार्केटिंग कंपनी की प्रतिष्ठा को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप एक सकारात्मक ब्रांड छवि या पॉजिटिव ब्रांड इमेज और बिज़नेस का अच्छा प्रभाव हो सकता है। ऐसे व्यवसाय जो पर्यावरण के प्रति जागरूक होते हैं और सस्टेनेबल डेवलपमेंट को ध्यान में रखकर काम करते हैं, वो ज्यादा ग्राहकों की उपस्थिति सुनिश्चित कर पाते हैं।
ग्रीन बिज़नेस में अधिक प्रतिस्पर्धात्मक लाभ और नवाचार के परिणामस्वरूप वित्तीय लाभ के अलावा, पर्यावरणीय स्थिरता से संबंधित सुधारों के माध्यम से कंपनियां महत्वपूर्ण लागत बचत का अनुभव कर रही हैं। जिससे लागत में कमी, सस्टेनेबिलिटी और लाभ तीनों के बीच संतुलन रहता है।
भारत के औद्योगीकरण (industrialization) के क्षेत्र में तेजी से प्रगति के साथ, पर्यावरणविदों (environmentalists) के विभिन्न वर्गों द्वारा पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में भी चिंता व्यक्त की गई है। कंपनियां खुद अब उन तरीकों के बारे में अधिक जागरूक हैं जिनसे उनके कारखाने अक्सर पारिस्थितिकी तंत्र (ecosystem) को प्रभावित करते हैं। अब कंपनियां सफलता के लिए हरित मार्ग अपना रहीं हैं। नीचे भारत की शीर्ष दस हरित कंपनियां दी गयी हैं, जिन पर फिइनोवेशन Fiinovation (सामाजिक विकास के क्षेत्र में दिल्ली में शीर्ष सीएसआर सलाहकार कंपनियों में से एक है) का मानना है कि ये कंपनियां दूसरों को स्थिरता का मार्ग दिखा रही हैं।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बनाने में एलजी इंडिया अग्रणी रहा है, जो पर्यावरण के अनुकूल हैं। हाल ही में, इसने भारतीय बाजार के लिए LED E60 और E90 सीरीज मॉनिटर लॉन्च किया है। इसकी खासियत यह है कि यह पारंपरिक एलईडी मॉनिटर (LED monitors) की तुलना में 40% कम ऊर्जा की खपत करता है। इसके अलावा, उन्होंने अपने उत्पादों में खतरनाक सामग्री के उपयोग को कम रखने की कोशिश की और हलोजन या पारा (halogen or mercury) का इस्तेमाल बहुत कम किया।
एचसीएल एक और ब्रांड है जो बाजार में पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों को पेश करने की कोशिश कर रहा है और उसने हाल ही में एचसीएल एमई 40 नोटबुक (HCL ME 40 notebooks) लॉन्च किए हैं। ये नोटबुक किसी भी पॉलीविनाइल क्लोराइड (पीवीसी) polyvinyl chloride (PVC)सामग्री या अन्य हानिकारक रसायनों का उपयोग नहीं करती है, इसके साथ ही, ऊर्जा दक्षता ब्यूरो ने इसे पहले से ही फाइव स्टार्व रेटिंग दी है।
इको ब्रांडिंग हायर की नई हरित पहल का एक हिस्सा है और उन्होंने इको लाइफ सीरीज (Eco Life Series) लॉन्च की है। उनके पास अर्ध स्वचालित और स्वचालित रेफ्रिजरेटर (semi automatic and automatic refrigerators) और वाशिंग मशीन, स्प्लिट और विंडो एयर कंडीशनर और बहुत कुछ है।
सैमसंग इंडिया में हमेशा से एलईडी टीवी के लिए मशहूर रही है और अब वे पर्यावरण के अनुकूल एलईडी बैकलाइट (eco- friendly LED backlight) के साथ आए हैं। सैमसंग 40% कम बिजली का उपयोग करते हैं, उनमें mercury and lead जैसे हानिकारक रसायन भी नहीं होते हैं।
टीसीएस के पास विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त सस्टेनेबिलिटी प्रैक्टिस (recognized Sustainability practice) है और पहले से ही न्यूजवीक के शीर्ष विश्व की ग्रीनेस्ट कंपनी के खिताब में शीर्ष (Newsweek’s top World’s Greenest Company title) पर है। इसका वैश्विक ग्रीन स्कोर (green score) भी 80.4% है और यह मुख्य रूप से कृषि और सामुदायिक लाभों के लिए प्रौद्योगिकी बनाने की उनकी पहल के कारण हुआ है।
भारत की सबसे बड़ी तेल उत्पादक ONGC एक पहल के साथ बदलाव लाने के लिए तैयार है। ग्रीन श्मशान (green crematoriums), जो अंतिम संस्कार की चिताओं के लिए एक आदर्श प्रतिस्थापन के रूप में काम करेगा।
एटीएम में काउंटरफॉइल (counterfoils) के लिए कागज के उपयोग को कम करने और इलेक्ट्रॉनिक संदेश भेजने के लिए यह भारत के पहले बैंकों में से एक है। इसने कागज बचाने और वनों की कटाई को कम करने में बहुत योगदान दिया है।
आईटीसी ने कम कार्बन उत्सर्जन (Low Carbon Growth) और एक स्वच्छ पर्यावरण दृष्टिकोण अपनाया है और पहले से ही ओजोन उपचारित मौलिक क्लोरीन मुक्त ब्लीचिंग तकनीक (ozone treated elemental chlorine free bleaching technology) पेश की है जिसने दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन में सुधार किया है।
एमआरएफ ने जेडएसएलके श्रृंखला (ZSLK series) शुरू की है, यह सिलिका-आधारित रबर (silica- based rubber) से बने पर्यावरण के अनुकूल ट्यूबलेस टायर बना रही है और अपने वाहन चलाने वालों को अतिरिक्त ईंधन दक्षता भी प्रदान कर रही है।
आशा है ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा, बिज़नेस से जुड़े आइडियाज और जानकारी के लिए पड़ते रहिए -TWN
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