बच्चों को कुछ छोटी-छोटी अच्छी आदतें सिखाकर आप उन्हें एक बेहतर इंसान बना सकते हैं। अगर उन्हें बचपन से ही अच्छी बातें नहीं सिखाई जाएंगी तो वे बड़े होकर जिद्दी बनते हैं और अपने से बड़ों की बात नहीं मानते हैं। इसीलिए हर माता-पिता को अपने बच्चों को सही वातावरण देना चाहिए। पैरेंट्स को अपने बच्चों को शुरुआत से ही ऐसी कुछ बातें सिखानी चाहिए जो ज़िंदगी भर बच्चे के काम आ सकें।
बच्चे अपने आस-पास के मौहौल से बहुत कुछ सीखते हैं इसीलिए हर माता-पिता को अपने बच्चों को सही वातावरण देना चाहिए। पैरेंट्स को अपने बच्चों को शुरुआत से ही ऐसी कुछ बातें सिखानी चाहिए जो ज़िंदगी भर बच्चे के काम आ सकें।
बच्चों को कुछ छोटी-छोटी अच्छी आदतें सिखाकर आप उन्हें एक बेहतर इंसान बना सकते हैं। अगर उन्हें बचपन से ही अच्छी बातें नहीं सिखाई जाएंगी तो वे बड़े होकर जिद्दी बनते हैं और अपने से बड़ों की बात नहीं मानते हैं। आइए जानते हैं कि बच्चों में किन आदतों का होना जरूरी है।
1.बात करने का तरीका
बच्चे को शिष्टाचार में रहना सिखाएं। उसे समझाएं की बड़ों से कैसे बात करनी चाहिए और उनका सदैव आदर करना चाहिए।
2.सही और गलत में फर्क
छोटी सी उम्र में ही बच्चे को सही और गलत में फर्क करना बताएं। जब आपके बच्चे को सही और गलत में फर्क पता होगा तो वह अपने और दूसरों के साथ कभी भी गलत नहीं होने देगा।
3.समय का सदुपयोग
बच्चे को बताएं कि जीवन में सबसे ज्यादा मूल्यवान समय है और जिसे समय की कद्र करने आ गई उसे आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता है।
4.ईमानदारी
जो बच्चे ईमानदार होते हैं वह झूठ नहीं बोलते और कुछ गलत नहीं करते हैं इसीलिए अपने बच्चे को ईमानदारी का सबक सिखाने में देरी ना करें।
5.दूसरों की मदद करना है ज़रूरी
अपने बच्चे को सिखाएं कि दूसरों की मदद करना ज़रूरी है। उन्हें बताएं कि जिन्हें हमारी जरूरत होती है, हमें उनकी मदद करनी चाहिए।
6.शेयरिंग इज केयरिंग
अपने बच्चे को सिखाएं कि अगर उसके पास कोई चीज़ जरूरत से ज्यादा है तो वह उस चीज़ को दूसरों को दे सकता है। ऐसा करने से आपका बच्चा दूसरों की भावनाओं की कद्र करना सीखेगा।
7.बड़ो की बात मानना
जब बच्चे ये बात समझ जाते हैं कि बड़े जो कुछ भी करते हैं वह उनकी भलाई के लिए करते हैं तो वे आसानी से अपने से बड़ो की बात मानने लगते हैं।
8.धैर्य रखना है ज़रूरी
बच्चों से किसी भी चीज़ के लिए इंतजार नहीं होता है इसीलिए ये जरूरी है कि आप उन्हें धैर्य रखना सिखाएं।
9.प्लीज,धन्यवाद और सॉरी बोलना सिखाएं
प्लीज,धन्यवाद और सॉरी बोलना बेसिक मैनर्स हैं इसीलिए इन शब्दों को जब बार-बार बोलेंगे तो आपका बच्चा भी आपसे यह सीख जाएगा।
10.किसी का मज़ाक ना उड़ाना
बच्चों में यह कमी देखी जाती है कि वे दूसरे बच्चों का मज़ाक उड़ाते हैं जो बहुत गलत है क्योंकि अगर किसी का बचपन से मजाक उड़ाया जाए तो आगे चलकर उसमें आत्मविश्वास की कमी देखी जाती है। अपने बच्चे को ये सिखाएं कि दूसरों का मज़ाक उड़ाना गलत है।
11.किसी को डिस्टर्ब ना करना
अपने बच्चे को सिखाएं कि अगर कोई व्यक्ति अपने काम में व्यस्त है तो उसे डिस्टर्ब ना करें और अगर बच्चे को बहुत जरूरी काम है तो वह उनसे एक्सक्यूज़ मी बोलकर अपनी बात को रख सकता है।
12.पैसे की कद्र करना
बच्चे को आप निजी जीवन का उदाहरण देकर पैसे की कद्र करना सिखा सकते हैं।
13.दूसरों की तारीफ करना
बच्चे को सिखाएं कि अगर उसे दूसरों में कुछ अच्छा लगता है तो वह उसकी तारीफ कर सकता है।
14.चीजों को व्यवस्थित रखना
बच्चे को सिखाएं कि उसे अपनी चीज़ों को व्यवस्थित रखना आना चाहिए और उसके ऐसा करने पर आप अपने बच्चे की तारीफ करें ताकि भविष्य में भी उसकी यही आदत बनी रहे।
15.असभ्य भाषा का प्रयोग ना करना
बच्चे टीवी और मोबाइल से बहुत कुछ सीखते हैं इसीलिए अगर उन्होंने असभ्य भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया है तो उन्हें समझाएं और उन्हें सही भाषा बोलने का तरीका बताएं।