सफलता success कार्यों का एक संयोजन है और इन कार्यों को आपको एक लंबे अंतराल तक करना होता है और यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको वो सब मिलता है, जिसकी आप चाह रखते हैं। ज्यादातर ऐसा होता है कि हमें शुरुआत में ही वह काम कठिन लगने लगता है और हम बिना प्रयास किए ही ये सोच लेते हैं कि हमसे नहीं हो पाएगा और हम बहुत आसानी से हार मान लेते हैं। हम ये भूल जाते हैं कि कड़ी मेहनत hard work ज़रूरी है लेकिन निरंतरता consistency यानी की कंसिस्टेंसी उससे भी ज्यादा ज़रूरी है।
सफलता का सबसे अच्छा सूत्र है कि आप निरंतर प्रयासों से सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं। जब हम सफलता के बारे में बात करते हैं तो हम कड़ी मेहनत hard work, फोकस focus, निरंतरता consistency, प्रयास practice, हार न मानने जैसी कई चीजों पर चर्चा करते हैं और सूची कभी खत्म नहीं होती है क्योंकि सभी के पास एक सूची होती है और वे आपको यह बताने के लिए तैयार होते हैं कि सफल कैसे बनें।
जब आप असफल होते हैं तो आप और बेहतर तरीके से जान पाते हैं कि आप जीवन में क्या चाहते हैं और क्यों चाहते हैं? अगर आपने असफलता का सामना किया है तो आपको खुद पर विश्वास करने की जरूरत है। ऐसा भी तो हो सकता है कि असफलता एक बुरा अंत नहीं बल्कि एक अच्छी शुरुआत बन जाए। आज हम जानेंगे कि असफलता से सीख लेकर हम सफल कैसे बनें- How to become successful by learning from failure.
क्या कोई ऐसा है जो अमीर, प्रसिद्ध और सफल नहीं बनना चाहता। आप सोच रहे होंगे कि भला ये भी कोई सवाल हुआ। मुझे सफल बनना ही है।
हर कोई अमीर, प्रसिद्ध और सफल बनना चाहता है। सफलता के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यह आपको अचानक से नहीं मिलती है। आपको लंबे समय तक निरंतर प्रयास करना होता है। हम अक्सर लोगों को यह कहते हुए सुनते हैं कि मैंने लगभग 3 महीने बहुत मेहनत की लेकिन मैं असफल रहा। यह मुख्य समस्या है। हम कभी यह समझने की कोशिश नहीं करते कि वास्तव में सफलता क्या होती है। हम हमेशा सोचते हैं कि अगर मैं कड़ी मेहनत करता हूं या किसी खास चीज को एक निश्चित समय देता हूं, तो मैं जल्द ही सफल हो जाऊंगा लेकिन वास्तविकता बहुत अलग है।
सफलता कार्यों का एक संयोजन है और इन कार्यों को आपको एक लंबे अंतराल तक करना होता है और यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको वो सब मिलता है, जिसकी आप चाह रखते हैं। ज्यादातर ऐसा होता है कि हमें शुरुआत में ही वह काम कठिन लगने लगता है और हम बिना प्रयास किए ही ये सोच लेते हैं कि हमसे नहीं हो पाएगा और हम बहुत आसानी से हार मान लेते हैं। हम ये भूल जाते हैं कि कड़ी मेहनत ज़रूरी है लेकिन निरंतरता यानी की कंसिस्टेंसी उससे भी ज्यादा ज़रूरी है।
सफलता का सबसे अच्छा सूत्र है कि आप निरंतर प्रयासों से सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं। जब हम सफलता के बारे में बात करते हैं तो हम कड़ी मेहनत, फोकस, निरंतरता, प्रयास, हार न मानने जैसी कई चीजों पर चर्चा करते हैं और यह सूची कभी खत्म नहीं होती है क्योंकि सभी के पास एक सूची होती है और वे आपको यह बताने के लिए तैयार होते हैं कि सफल कैसे बनें। आज हम आपको ऐसे 4 बेसिक टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपको सफल, अमीर और खुश रखने में मदद करेंगे।
समय सबसे बड़ा धन है। इससे बड़ी लग्जरी इस दुनिया में नहीं है। आप न तो समय बना सकते हैं और न ही इसे खरीद या बेच सकते हैं। यदि आप इस बात को अच्छे से समझते हैं कि समय सबसे बड़ा धन है, यकीन मानिए आपने आधी लड़ाई जीत ली है क्योंकि अधिकांश असफल लोग समय का सम्मान नहीं करते हैं। अगर आप समय का सम्मान करेंगे तो वह आपका सम्मान करेगा। एक कहावत है कि समय के समान मूल्यवान कुछ भी नहीं है, धन भी नहीं, क्योंकि आप अधिक धन प्राप्त कर सकते हैं लेकिन आपको अधिक समय कभी नहीं मिलेगा।
आजकल, आप लोगों को सोशल मीडिया, टीवी, नेटफ्लिक्स आदि पर समय बर्बाद करते हुए देखेंगे। यदि आप नए कौशल सीखना पसंद नहीं करते हैं तो आप अपने खाली समय में किताबें पढ़ सकते हैं। मुझे अब तक की सबसे अच्छी सलाह मिली है - कभी भी समय बर्बाद मत करो। किताबें पढ़िए, कुछ नया सीखिए, कुछ नया लिखिए, जर्नल लिखिए, टू-डू लिस्ट बनाइए या कुछ समय के लिए रेस्ट करिए लेकिन अपना समय अनावश्यक गपशप करने, कुछ बकवास देखने या घंटों सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करने में बर्बाद न करें।
अपने समय का प्रभावी ढंग से उपयोग करें क्योंकि आप आज जो करते हैं उससे आपका भविष्य बनता है। हम ऐसा नहीं कह रहे हैं कि ब्रेक न लें, अपने दोस्तों या परिवार से बात न करें। यदि आप कड़ी मेहनत कर रहे हैं, तो अपने और अपने परिवार के लिए कुछ समय निकालना बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन दैनिक कार्यों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करें और अपनी समय सारिणी का अच्छे से पालन करें।
एक कहावत है जो मुझे लगता है कि हम में से अधिकांश लोगों ने कहीं न कहीं तो ज़रूर सुनी होगी- यदि आप अभ्यास नहीं करते हैं, तो आप सफल होने के लायक नहीं हैं।
अभ्यास हमें परिपूर्ण बनाता है। किसी भी चीज में विशेषज्ञ बनने का एकमात्र तरीका अभ्यास है। अगर आप किसी चीज में कमजोर हैं तो उसे टालें नहीं, आजमाएं। चाहे वह कोई विषय हो, कौशल हो या कुछ भी हो। जैसे- अगर आपको पब्लिक स्पीकिंग से डर लगता है या आप खुद को इस सिचुएशन में इमेजिन भी नहीं कर सकते कि आप के पास एक माइक है और आपको हजारों लोग सुन रहे हैं तो आप सिर्फ अभ्यास से ही एक अच्छे स्पीकर बन सकते हैं। यही आप किसी विषय में फेल हो रहे हैं तो सिर्फ और सिर्फ अभ्यास से ही आप उस विषय में अच्छा कर सकते हैं।
आज आप देखेंगे कि लोग अभ्यास के महत्व को नजरअंदाज करते हैं लेकिन यदि आप सफल होना चाहते हैं तो इन नियमों को कभी न भूलें। अभ्यास सफलता की कुंजी है।
इस दुनिया में कोई भी परफेक्ट नहीं है। हम सभी गलतियां करते हैं। जीवन गलतियां करने और उससे सीखने के बारे में हैं। अगर आपने कोई गलती की है तो उससे सीखें और आगे बढ़ें। उस गलती, उसके परिणाम और सबसे महत्वपूर्ण बात यह कि लोग क्या कहेंगे, इस बारे में ज्यादा न सोचें।
जीवन आगे बढ़ने के बारे में है। यदि आपने कुछ हासिल किया है, तो लगभग 1 सप्ताह तक उस जीत का जश्न न मनाएं।
मुझे पता है कि कभी-कभी ऐसा होता है। कभी-कभी आपको कोशिश करने का मन नहीं करता है। आप हार मानने जैसा महसूस करते हैं। आप अपनी उपलब्धियों की तुलना अन्य लोगों की उपलब्धियों से करने लगते हैं और ये सब आपको दुखी महसूस कराता है।
लेकिन यहां जीवन की एक सीख है- परिस्थिति कैसी भी हो, खुश रहो। जब आप हर परिस्थिति में खुश रहते हैं तो आप आप अधिक उत्पादक, सहज और उत्साही बन जाते हैं।
शिकायत करना बंद करें और सकारात्मक दृष्टिकोण रखें क्योंकि सकारात्मक दृष्टिकोण से आप बाधाओं से भी अवसर पैदा कर सकते हैं।
कभी हार मत मानें क्योंकि आप कभी नहीं जानते, जिस क्षण आपको गिव अप करने का मन करता है वह चमत्कार से ठीक पहले का क्षण हो सकता है।
हर व्यक्ति अपने जीवन में कभी ना कभी तो असफल जरूर हुआ है। आप इतिहास से कुछ महान वैज्ञानिक, लेखक, उद्यमी, खिलाड़ी, अभिनेता, आदि का नाम याद करिए और उनके बारे में पढ़िए। शायद ही कोई ऐसा महान व्यक्ति होगा जिसने अपने जीवन में असफलता का सामना नहीं किया होगा। असफल होने पर बहुत दर्द होता है। ऐसा महसूस होता है कि हमारी मेहनत का परिणाम हमें क्यों नहीं मिला, क्या कमी रह गई थी, अगली बार प्रयास करना सही होगा क्या, क्या मैं हार मान लूँ और कुछ और करूं?
क्या आप मानेंगे अगर मैं कहूं कि सफलता का असली रहस्य असफलता है?
जब आप असफल होते हैं तो आप और बेहतर तरीके से जान पाते हैं कि आप जीवन में क्या चाहते हैं और क्यों चाहते हैं? अगर आपने असफलता का सामना किया है तो आपको खुद पर विश्वास करने की जरूरत है। ऐसा भी तो हो सकता है कि असफलता एक बुरा अंत नहीं बल्कि एक अच्छी शुरुआत बन जाए। दरअसल, अगर हमें जीवन में हर चीज़ आसानी से मिलने लगेगी तो हम काफी अभिमानी बन जाएंगे और अपने आप को दुनिया में सबसे सर्वश्रेष्ठ समझने लगेंगे। अगर आप जीवन में असफल नहीं होंगे तो आप शायद उतने बेहतर इंसान नहीं बन पाएंगे और आपकी सफलता की सराहना कम लोग करेंगे। आज हम जानेंगे कि असफलता से सीख लेकर हम सफल कैसे बनें-
अकसर ऐसा होता है कि हमें लगता है हमने बहुत मेहनत की है और हमें इस बार कोई सफल होने से नहीं रोक सकता लेकिन दुर्भाग्यवश परिणाम वो नहीं होता है जैसा हम चाहते हैं इसीलिए असफल होने के कारणों को जानने की कोशिश करना और उनकी सूची बनाना अतिआवश्यक है। एक बार फिर से जानने की कोशिश करें कि आप अभी भी हार ना मानते हुए फिर से कोशिश करना चाहते हैं।
अगर आपके पास सफल होने के और मेहनत करने के पर्याप्त कारण नहीं हैं तो जीवन में सफल होना मुश्किल है। आपके पास अपने सपने को पूरा करने का एक मजबूत कारण होना चाहिए। आप असफलता को सफलता में बदलने वाले लोगों की जीवनी भी पढ़ सकते हैं। महान लोगों की जीवनी पढ़कर आपको काफी प्रेरणा मिलेगी।
आपने अक्सर देखा होगा कि हर जिम्मेदार व्यक्ति अपनी गलतियों को तुरंत स्वीकार कर लेता है और यह खूबी आपके पास भी होनी चाहिए। अपनी गलतियों को छुपाना और ना स्वीकार करना, अपनी असफलता का दोष दूसरों को देना, आदि आपके लिए आगे चलकर गलत साबित होगा। जीवन में हम अपनी गलतियों से कई महत्वपूर्ण और बेहतरीन सबक सीखते हैं। भविष्य में सफल बनना है तो गलतियों को स्वीकार करना पड़ेगा।
अब आपने अपनी गलती स्वीकार ली है तो अब समय आ गया है अपनी गलतियों से सीखने का। अपनी सारी गलतियों को लिखें और जानने की कोशिश करें कि किन-किन क्षेत्रों में आपको सुधार की आवश्यकता है। हमेशा याद रखें कि व्यर्थ में स्वयं को दोष देने से अच्छा है अपने ऊपर काम किया जाए और अपने आप को बेहतरीन बनाया जाए।
असफलता से अच्छे से अच्छे लोगों का आत्मविश्वास डगमगा सा जाता है। यह सिर्फ आपके नहीं सबके साथ होता है। अपने ऊपर विश्वास रखें और एक बार फिर कोशिश करें। अगर आपका लक्ष्य आपके लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है तो उसमें जान लगा दीजिए, अगर लक्ष्य महत्वपूर्ण नहीं है तो जाने दीजिए। दुनिया आपके ऊपर भरोसा करती है इससे कुछ खास फर्क नहीं पड़ता अगर आप खुद पर ही विश्वास नहीं करते हैं। हमेशा याद रखें कि आपका आत्मविश्वास आपकी सबसे बड़ी संपति है।
निष्कर्ष
हम सभी सफल होना चाहते हैं लेकिन हममें से ज्यादातर लोग सफलता के रहस्यों को नहीं जानते हैं। सफलता कार्यों का एक संयोजन है और इन कार्यों को आपको एक लंबे अंतराल तक करना होता है और यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको वो सब मिलता है, जिसकी आप चाह रखते हैं। अपना समय बर्बाद मत करो, हमेशा ईमानदार रहो, खुद पर विश्वास करो, कभी हार मत मानो, कभी भी अभ्यास करना बंद मत करो, सभी परिस्थितियों में खुश रहो, आगे बढ़ते रहो और हमेशा एक सकारात्मक दृष्टिकोण रखो। अगर आप इतना करते हैं त आप ज़रूर सफल बनेंगे।