कई लोगों का कहना है कि जो लोग सुबह जल्दी उठते हैं वे बेहतर महसूस करते हैं, काम के प्रति मोटिवेट रहते हैं और देर से उठने वालों की तुलना में अधिक काम भी करते हैं इसीलिए आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आपको सुबह जल्दी उठने में आसानी होगी।
आपने अंग्रेजी की वो कहावत ' अर्ली टू बेड एंड अर्ली टू राइज ' तो जरूर सुनी होगी और पूरी कहावत का मतलब है कि रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना, स्वस्थ, धनवान और बुद्धिमान बनने का मार्ग है। जब लोग नए साल की संकल्प सूची बनाते हैं तो उसमें अक्सर मुझे सुबह जल्दी उठना है लिखना नहीं भूलते हैं। पर सुबह जल्दी उठ कर ऐसा क्या मिल जाएगा, जो देर से उठने पर नहीं मिलेगा। दरअसल ऐसा कई सारे लोगों का मानना है कि सुबह के 4 बजे का समय पूरे दिन भर का सबसे उत्पादक समय होता है और यह समय दुनियां के सबसे सफल लोगों के जागने का समय है। सफल लोग सुबह जल्दी उठ कर काम पर लग जाते हैं और जो लोग देर से उठते हैं उनकी तुलना में वे अपना आधा काम तो उसी समय कर चुके होते हैं।
वास्तव में इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आप अपना काम कब शुरू कर रहे हैं और उसे कब समाप्त कर रहे हैं। असल में फर्क इस बात से पड़ता है कि आप अंत में क्या हासिल कर पा रहे हैं।
कई लोगों का कहना है कि जो लोग सुबह जल्दी उठते हैं वे बेहतर महसूस करते हैं, काम के प्रति मोटिवेट रहते हैं और देर से उठने वालों की तुलना में अधिक काम भी करते हैं इसीलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ टिप्स जिनकी मदद से आपको सुबह जल्दी उठने में आसानी होगी।
1.अपने सोने का समय निर्धारित करें
जीवन में अगर आपने अपने सोने और जागने का समय निर्धारित कर लिया तो बाकी चीज़ें आपके लिए थोड़ी आसान हो जाती हैं। कोशिश करें कि आप अपने सोने का समय निर्धारित करें फिर चाहे कोई भी कारण हो इस रूटीन में बदलाव ना लाएं। ज़ाहिर सी बात है अगर आपको सुबह जल्दी उठना है, तो अच्छी नींद लेनी ही पड़ेगी। ज्यादा समय के लिए सोने की बजाय कोशिश करें कि आप अधिक गुणवत्ता वाली नींद लें।
2.मोबाइल, लैपटॉप और टेलीविजन का इस्तेमाल रात में ना करें
मोबाइल, लैपटॉप और टेलीविजन से जो किरणें आती हैं उससे लोगों को नींद आने में दिक्कत होती है। हम अपना सारा दिन मोबाइल और लैपटॉप पर ही बिताते हैं, ऐसे में अच्छी नींद लेने के लिए सोने से पहले इन सब चीजों को इस्तेमाल में ना लाएं।
3.अपनी मानसिकता बदलें
जब आप सोने के लिए बिस्तर पर जाते हैं, तो दूसरे दिन की योजनाओं के बारे में सोचने लगते हैं इससे आप चिंतित और परेशान होते हैं। चिंतित और परेशान होने की वजह से नींद आने में कठिनाई होती है और आप एक बार फिर सुबह देर से उठते हैं। दूसरे दिन क्या होगा इसके बारे में चिंतित होने से अच्छा है आप अपने आप से कहिए कि कल जो भी होगा, वह अच्छा होगा और मैं आने वाले दिनों को बेहतरीन बनाने की हर संभव कोशिश करूंगा।
4.प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करें
प्रोटीन की कमी की वजह से अक्सर लोग थका हुआ महसूस करते हैं और जरूरत से ज्यादा सोते हैं। नाश्ते में आप प्रोटीन युक्त भोजन लें और कार्ब्स का कम सेवन करें
5.अलार्म क्लॉक पर निर्भर ना रहें
अब जब आप सही समय पर सो रहे हैं, मोबाइल, लैपटॉप का इस्तेमाल रात में नहीं कर रहे हैं, अपनी मानसिकता में बदलाव ला रहे हैं, स्वस्थ भोजन कर रहे हैं तो सुबह जल्दी उठने के लिए आपको अलार्म क्लॉक की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए। शुरुआत के दिनों में आप अलार्म क्लॉक का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन 21 दिनों के बाद आपको इस रूटीन की आदत हो जाएगी और आपको अलार्म क्लॉक की भी आवश्यकता नहीं होगी। उठने के बाद व्यायाम करें, स्नान करें, बढ़िया नाश्ता लें, किताबें पढ़ें, अपना पसंदीदा गाना सुनें और काम पर लग जाएं। खुद का ध्यान रखें और अपने आप को किसी से कम ना समझें।