एक बेहतर लेखक बनने के लिए किसी भी व्यक्ति को निरंतर अभ्यास और अन्य लेखकों के काम के बारे में जानने की आवश्यकता होती है। यदि आपके पास प्रभावी ढंग से संवाद करने का कौशल या अपने मन की बात को कहने के लिए आत्मविश्वास नहीं है तो ये जान लीजिए कि लिखना आपके लिए मुश्किल होगा।
क्या आप लेखन की शुरुआत कर रहें हैं? क्या आप इस बात से परेशान हैं कि कैसे आप अपने लेखन को बेहतर बनाएं, आज हम लेखन की शुरुआत करने वालों के लिए 5 टिप्स (5 Tips for Beginners in Writing) देने वाले है जिससे आप एक बेहतर लेखक बन पाएंगे।
लिखना आसान है या मुश्किल इसके लिए बात सिर्फ इतनी है की यह आसान तब लगेगा अगर आप अपने विषय के बारे में जानकारी रखते हों और व्याकरण, वाक्य बनाने, शब्दावली और लेखन शैली के बारे में सही तरह से समझते हों।
क्या आप लेखन Writing की शुरुआत कर रहें हैं? क्या आप इस बात से परेशान हैं कि कैसे आप अपने लेखन को बेहतर बनाएं, आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स Tips देने वाले है जिससे आप एक बेहतर लेखक Good Writer बन पाएंगे।
लिखना आसान है या मुश्किल इसके लिए बात सिर्फ इतनी है की यह आसान तब लगेगा अगर आप अपने विषय के बारे में जानकारी रखते हों और व्याकरण Grammer, Sentence making वाक्य बनाने, Vocabulary शब्दावली और Writing Skills लेखन शैली के बारे में सही तरह से समझते हों। अगर आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है तो आपको हमेशा लेखन बुरा और मुश्किल नजर आएगा।
सच तो यह है कि लिखना हर व्यक्ति के लिए आसान हो सकता है। अच्छा लिखने के लिए आपको बहुत अच्छा व्याकरण या कठिन शब्दावली की ज़रूरत नहीं है क्योंकि जब आप लेखन की शुरुआत कर देते हैं तो लिखते-लिखते ही आपको व्याकरण और शब्दों की समझ हो जाती है ।
इसीलिए अभी से यह सोचकर मत घबराइए कि मुझे अच्छी शब्दावली और व्याकरण का ज्ञान नहीं है। अगर आप अभी से ऐसा सोचकर कोशिश नहीं करेंगे तो शायद आप कभी भी वैसा नहीं लिख पाएंगे जैसा आप लिखना चाहते हैं।
आपको नए शब्दों को जानने के लिए किताबों की ताकत को कम नहीं आंकना चाहिए। अच्छी किताबें चुनें और अपनी शब्दावली बढ़ाएं। हर उस शब्द को देखें जिसे आप समझ नहीं पाते, उसके अर्थ को समझें और उसका सही तरीके से कैसे उपयोग करें इस बात पर ध्यान दें। स्मार्टफोन Smart Phone और अन्य उपकरणों के साथ शब्दों को खोजना अब आसान बनाता जा रहा है।
नए शब्द सीखने के अलावा पढ़ना आपकी लेखन शैली को बढ़ाने का बेहतरीन तरीका है। इस बात पर ध्यान दें कि लेखक अपने विचारों को कैसे प्रकट करते हैं और उनके उदाहरणों से सीखते रहें।
किताबें पढ़ने के अनेकों फायदे हैं मगर क्योंकि आपको एक बेहतरीन लेखक बनना है तो आपको तो ढेर सारी किताबें पढ़नी चाहिए। आप उन लेखकों की किताबों से शुरुआत करें जो आपको सबसे ज्यादा पसंद हों या जिनकी किताबों को पढ़ना आपको सबसे ज्यादा अच्छा लगता है।
समझने की कोशिश करें कि किस वाक्य में लेखक क्या कहना चाहता है और अगर ऐसे नहीं तो उसे किसी वाक्य को किस तरह से लिखना चाहिए। एक ही किताब को कई बार पढ़ें ताकि आप समझ पाएं कि अगर लेखक से कोई कई रह गई है तो उसका क्या कारण है, आदि। यकीन मानिए आप कुछ ही दिनों में ऐसा पाएंगे कि आपकी शब्दावली, व्याकरण और वाक्य बनाने के तरीके में गज़ब का परिवर्तन आया है।
जो ज्ञान अपके पास नहीं है उसे आप कभी साझा नहीं कर सकते। आप लोगों को वह नहीं सिखा सकते जो आप नहीं जानते औ आप इससे खुद को और लोगों को भ्रमित ही करेंगे। आप अपने पाठकों के साथ बहुमूल्य जानकारी साझा करने के लिए पढ़ने और सीखने की नियमित आदतें बनाएं। आप व्यावहारिक रूप से कुछ भी सीख सकते हैं।
कभी-कभी आप अपने आप को सीमित कर लेते हैं और अपने मानसिक विकास को रोक देते हैं। अच्छे विषयों के बारे में सीखने से खुद को कभी ना रोकें। कठिन चीजों को पढ़ने और समझने के लिए अपने दिमाग को तैयार करें। नई चीजों को आजमाने के लिए आत्मविश्वास पैदा करें।
आप इसके लिए कला, चिकित्सा, उपचार जैसे विषयों में रुचि ले सकते हैं। सभी विषयों के बारे में अधिक जानने से डरें नहीं, ताकि आप उनके बारे में विश्वसनीय रूप से लिख सकें।
लिखने से पहले ऐसा बिल्कुल भी ना सोचें कि मुझे बस इस एक विषय पर पकड़ बनानी है और इसी में अच्छा करना है। कोई विषय आपका पसंदीदा हो सकता है लेकिन कोशिश करें कि आप हर विषय के बारे में जानकारी रखें और सभी विषयों पर आपको अच्छा लिखना आना चाहिए।
जब आप कुछ नया सीखते हैं, जैसे नृत्य, गीत या कोई भी आदत, आप बार-बार अभ्यास करते हैं जब तक कि आप कुशल नहीं हो जाते। लेखन सहित किसी भी विधा में यही सिद्धांत लागू होता है। कई विषयों पर लिखने का अभ्यास करने के लिए समय लें। आप सरल और कम जटिल विषयों पर लिख कर शुरुआत कर सकते हैं। फिर जैसे-जैसे आप आगे बढ़ें, आप कठिन विषय चुन सकते है।
अगर मानकर चलें कि आपने कभी भी एक पूरा लेख या निबंध लिखने की कोशिश नहीं की है और आप इसे आज़माना चाहते हैं तो आप अपने या अपनी रुचियों के बारे में लिखकर शुरुआत कर सकते हैं। ये विषय आसान होंगे क्योंकि ये व्यक्तिगत ज्ञान पर आधारित होंगे और इनके लिए कम रिर्सच Research की आवश्यकता पड़ेगी। इससे पहले कि आप विषयों के बारे में लिखना शुरू करें हो सकता है कि आप अपने दिमाग में एक विचार पहले से बनाना चाहेंगे।
अपने लेख का फोकस article focus बनाने के लिए छोटी बातों या अवधारणाओं से शुरू करें और उन्हें एक बड़ी अवधारणा में बुनें। मुख्य विचार को निष्कर्ष के रूप में उपयोग करें। ये प्रक्रियाएं पहली बार में चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं लेकिन अभ्यास से आसान हो सकती है। सरल विषयों में महारत हासिल करने के बाद आप कठिन विषयों पर लिखने का प्रयास कर सकते हैं।
प्रतिदिन लिखना आपको एक अच्छा लेखक बनाएगा। यह आपको एक ब्लॉग, एक लघु कथा या पूरी पुस्तक लिखने के लिए आपके सपने को साकार करने के करीब लाएगा। दरअसल, आप जितना अधिक पढ़ते और लिखते हैं, उतना ही अधिक लिखने के संबंध में आप रोज़ कुछ नया सीखते हैं। इसके अतिरिक्त आप अपने विचारों को कागज पर बेबाकी से लिखने सफल हो जाएंगे।
अगर आपको यह देखना है कि आपके लेखन में कितना सुधार आया है तो आप कुछ ऐसा लीजिए जिसे आपने कुछ समय पहले लिखा था और इसकी किसी ऐसे लेखन से करिए जिसे आपने हाल फिलहाल में लिखा है। आप यह पाएंगे कि यद्यपि आपने ऐसा गोल नहीं बनाया होगा फिर भी आप लेखन में पहले से बेहतर हो गए हैं।
रोज़ लिखने का अभ्यास करना कोई प्रतिभा नहीं है, यह तो एक अनुशासन है। यही कारण है कि अगर आप एक अच्छा लेखक बनना चाहते हैं तो ये सुनिश्चित करें कि आप नित्यदिन लेखन का अभ्यास कर रहे हैं। article focus,
एक विश्वसनीय, भरोसेमंद लेखक बनने के लिए आपको लेखन के नियमों का पालन करना चाहिए। कभी भी किसी के लेखन की चोरी की नहीं करना चाहिए और उन विचारों के लिए श्रेय देना चाहिए जो आपने किसी के द्वारा लिए हैं। कॉपीराइट उल्लंघन Copyright से बचना चाहिए। आप दूसरों के अध्ययन और शोध का उल्लेख कर सकते हैं, लेकिन लेखकों को अपने संदर्भों की सूची में जोड़कर उन्हें श्रेय दें। आप इसके लिए लिंक भी प्रदान कर सकते हैं।
किसी भी विषय पर कुछ लिखने से पहले आप अपने कीवर्ड को गूगल में सर्च करें और जो टॉप 10 रिजल्ट्स आते हैं उन्हें पहले पढ़ें। इन 10 ब्लॉग्स को पढ़ने से आपको कीवर्ड्स की पूरी जानकारी मिल जाएगी और आपको ये भी पता चल जाएगा कि ब्लॉग के किन-किन टॉपिक्स पर अभी नहीं लिखा गया है।
आप उन टॉपिक्स पर अपने ब्लॉग लिख सकते हैं और उसे दूसरे ब्लाग्स से बेहतर बना सकते हैं। आप यूट्यूब पर भी कीवर्ड रिसर्च कर सकते हैं और यहां से भी आपको अच्छी जानकारी मिल जाएगी। इसके अलावा कोरा और मीडियम Quora & medium जैसी साइट्स पर आपको काफी अच्छे कंटेंट मिल जाएंगे और रिसर्च करने के लिए आप इन साइट्स की मदद ले सकते हैं।
ग्रामरली Grammarly और कॉपीस्केप Copyscape जैसे ऑनलाइन टूल Online Tools के साथ अपने लेखन को बेहतर बनाना आसान हो गया है। आप इसका उपयोग कर सकते हैं। आप अपने व्याकरण की जांच कर सकते हैं और सीख भी सकते हैं कि ऑनलाइन टूल के माध्यम से अपने लेख को कैसे बेहतर बना सकते हैं।
इसके अलावा ऑनलाइन माध्यम पर कई ऐसे टूल मौजूद है जिससे अब पता लगा सकते हैं कि लेख में कोई प्लेगेरिज्म plagiarism तो नहीं है। आप इन सभी चीजों का इस्तेमाल करके एक बेहतर लेखक बन सकते हैं।
भले ही कोई भी लेख हो, वह आसान और साधारण भाषा में होना चाहिए ताकि उसे एक बार पढ़ना शुरू करें तो अंत तक पूरा पढ़ कर ही रखें और उस लेख में इस्तेमाल किए गए शब्द भी बहुत कठिन नहीं होने चाहिए। यह ध्यान रखें कि आपके लेख में पाठकों को उनके हर सवालों के जवाब मिल जाए।
आपको लेख लिखने के सही फॉर्मेट के बारे में पता होना चाहिए। लेख कैसे लिखते हैं, इंट्रोडक्शन में क्या मेंशन करना है, ब्लॉग को पूरा कैसे करना है, निष्कर्ष में क्या लिखना है, आदि इन सब की जानकारी आपको होनी चाहिए। इन सब बातों में ध्यान में रखकर आप शानदार लेख लिख सकते हैं, जिसे लोग पसंद करेंगे।