कुछ क्षेत्रों में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं का बोलबाला है। अर्थशास्त्री बताते हैं कि आज ऐसी कई फील्ड्स हैं जिसमें महिलाएं पुरुषों से भी अच्छा कर रही हैं। ये सभी चीजें दर्शाती हैं कि महिलाओं में यह सभी प्रतिभाएं पहले से ही थीं, बस समान अवसर ना मिलने के कारण वह पीछे रह जाती थीं। आज हम आपको कुछ ऐसे रोजगार क्षेत्र के बारे में बताएंगे, जिसमें महिलाओं के लिए रोजगार की कमी नहीं है।
एक समय हुआ करता था जब घर के सभी लोगों की देखभाल करना, सबकी जरूरत पूरा करना, खाना बनाना आदि काम महिलाओं का होता था और पुरूषों का काम कमाने का होता है। महिलाओं को पढ़ने का अवसर नहीं मिल पाता था और उनकी कम उम्र में ही शादी भी कर दी जाती थी। एक छोटी उम्र में ही उन्हें अपने परिवार के सभी सदस्य की जिम्मेदारी उठानी पड़ती थी। आज समय पूरे तरीके से बदल गया है। लड़कियों को शिक्षा लेने से, अपनी मनपसंद नौकरी करने से और आगे पढ़ने से अब उन्हें कोई नही रोक सकता है। अपने जीवन के फैसले लेना उनका अधिकार है।
यही सब कारण हैं जिनकी वजह से महिलाएं ना सिर्फ आज नौकरी कर रही हैं, बल्कि कुछ क्षेत्रों में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं का बोलबाला है। समय बदलने में देर नहीं लगती है और यह उसका ही उदाहरण हैं। अर्थशास्त्री बताते हैं कि आज ऐसी कई फील्ड्स हैं जिसमें महिलाएं पुरुषों से भी अच्छा कर रही हैं। ये सभी चीजें दर्शाती हैं कि महिलाओं में यह सभी प्रतिभाएं पहले से ही थीं, बस समान अवसर ना मिलने के कारण वह पीछे रह जाती थीं। आज हम आपको कुछ ऐसे रोजगार क्षेत्र के बारे में बताएंगे, जिसमें महिलाओं के लिए रोजगार की कमी नहीं है।
1.बच्चों की देखभाल
जब बात बच्चों की देखभाल की आती है और उन्हें संभालने की आती है तो इसमें महिलाओं ने महारत हासिल की है। खुद अभिभावक भी यही चाहते हैं कि उनके बच्चे का ध्यान कोई महिला ही रखे। बच्चों की जरूरतों को पूरा करना महिलाओं को अच्छे से आता है इसीलिए आज चाइल्ड केयर सेंटर में पुरुषों की तुलना में महिलाओं को नौकरी मिलने में आसानी होती है। चाइल्ड केयर सेंटर में 90 प्रतिशत एंप्लॉय महिलाएं होती हैं।
2.सामाजिक सेवा
एक रिपोर्ट के अनुसार सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्र में 75 से 80 प्रतिशत महिलाएं काम कर रही हैं। ऐसे क्षेत्र में उनकी डिमांड भी ज्यादा है और खुद महिलाएं भी इसमें हिस्सा लेना पसंद करती हैं।
3. शिक्षक
महिलाएं एक बेहतरीन शिक्षक होती हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि छोटी कक्षाएं जैसे नर्सरी और किंडरगार्टन में महिलाएं बच्चों को पढ़ाती हैं। जब बात बच्चों को पढ़ाने की आती है तो इसमें महिलाओं की अहम भूमिका हैं। सिर्फ नर्सरी और किंडरगार्टन ही नहीं, हायर एजुकेशन में भी बच्चों की पहली पसंद एक महिला शिक्षक ही होती हैं। सर्वे के अनुसार देश में 75 प्रतिशत महिला शिक्षक हैं।
4.नर्सिंग
मरीजों का खयाल रखने के लिए अक्सर महिलाओं को चुना जाता है। यही कारण है कि मरीजों का ध्यान रखने में आज 10 लोगों में से 9 महिलाएं हैं।
5.एकाउंटेंट
एकाउंटेंट को हमेशा से ही एक पुरुष प्रधान क्षेत्र माना जाता था लेकिन अब महिलाएं भी इसमें जोरो शोरों से हिस्सा ले रही है। उन्होंने ना सिर्फ इसमें हिस्सा लिया बल्कि उनका प्रदर्शन भी इसमें काफी अच्छा माना जा रहा है।
6.ब्यूटीशियन
ये एक महिला प्रधान क्षेत्र पहले से ही है और अब पुरुष भी इस क्षेत्र में काम करना पसंद कर रहे हैं। अब तो सलून की सर्विस, क्लाइंट के घर पर ही देने का चलन शुरू हो गया है। कई महिलाएं इस क्षेत्र में अपना खुद का बिज़नेस शुरू करती हैं वही कुछ महिलाएं बड़ी कंपनियों के साथ काम करना ज्यादा पसंद करती हैं। दुनिया भर में इस क्षेत्र में 92 प्रतिशत महिलाएं काम कर रही हैं।