आजकल छात्र अलग-अलग क्षेत्रों में करियर बना रहे हैं। अब छात्र डॉक्टर, इंजीनियर के अलावा अन्य क्षेत्रों में रूचि ले रहे हैं। जैसे जिन छात्रों को संगीत, नृत्य और नाटक आदि एक्टिविटी में रूचि है तो इससे जुड़ा कोर्स करके अपने भविष्य को एक अच्छी राह दे रहे हैं। छात्र डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स Diploma in Performing Arts (प्रदर्शन कला) को कर रहे हैं।
यह आर्ट्स के क्षेत्र का कोर्स है और उन छात्रों के लिए ये कोर्स एक बेहतरीन ऑप्शन है जो डांस, संगीत और नाटक आदि में रूचि रखते हैं। यानि इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रतिभा और कौशल के साथ इस क्षेत्र में रुचि होना भी बहुत आवश्यक है।
प्रदर्शन कला का अर्थ किसी कला रूप को दृश्यात्मक नाटकीय प्रदर्शन के साथ जोड़ना है, जैसे संगीत, नृत्य और अभिनय आदि। इस कोर्स को करके आप अपना अच्छा करियर बना सकते हैं और ग्लैमर की दुनिया का सपना देखने वालों के लिए यह बहुत ही अच्छा करियर ऑप्शन है।
उत्कृष्ट वेतन, लोकप्रियता और प्रतिष्ठा प्राप्त करने के लिए, भारत की युवा आबादी इस क्षेत्र की ओर आकर्षित हो रही है। आप इस प्रोफेशनल कॅरियर के तहत सम्मान और पैसा दोनों कमा सकते हैं। परफार्मिंग आर्ट प्रदर्शन कला में छात्र को डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स करवाए जाते हैं। क्रिएटिव स्टूडेंट्स के लिए तो ये एक बेहतरीन कोर्स है।
हर किसी के शौक बचपन से ही अलग-अलग होते हैं। किसी को डांस करने का शौक होता है तो किसी को गाने का किसी को पेंटिंग का। अक्सर लोग अपने इस शौक को पार्ट टाइम करते हैं। क्योंकि लोग सोचते हैं कि सिर्फ पढ़ाई जरुरी है बाकी अन्य चीज़ों में कोई करियर स्कोप नहीं है। लेकिन ये गलत सोच है और आजकल इन क्षेत्रों में काफी अच्छा स्कोप है।
बस आपके अंदर इन सब चीज़ों के प्रति एक जूनून होना चाहिए और आप इनमें हायर स्टडिज कर अपने शौक को नौकरी में बदल सकते हैं। जैसे डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स, यह आर्ट्स के क्षेत्र का कोर्स है। उन छात्रों के लिए ये कोर्स एक बेहतरीन ऑप्शन है जिनको नाटक, संगीत, डांस Drama, Music, Dance आदि में रूचि होती है।
तो चलिए आज इस लेख में डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स Diploma in Performing Arts (प्रदर्शन कला) के बारे में विस्तार से जानते हैं कि इस कोर्स को कैसे करें और इस कोर्स को करने के बाद क्या करियर स्कोप है?
परफॉर्मिंग आर्ट्स Performing Arts या प्रदर्शन कला एक ऐसा शब्द है जो किसी कला रूप को दृश्यात्मक नाटकीय प्रदर्शन के साथ जोड़ता है, जैसे संगीत, नृत्य और अभिनय आदि। यानि परफॉर्मिंग आर्ट्स का मतलब है वह आर्ट जिसको परफॉर्म किया जाये। प्रदर्शन कला वह कला है जो प्रदर्शन की जाती है और जिसमें कोई भी कलाकार अपने शरीर,अपनी भावनाओं, अपने कंठ और चेहरे के हावभाव का उपयोग करके कला का प्रदर्शन performing arts करते हैं।
जैसे संगीत, नृत्य और नाटक या अभिनय सभी प्रदर्शन कला या परफॉर्मिंग आर्ट्स के उदाहरण हैं। परफॉर्मिंग आर्ट्स आज के समय का बेस्ट कोर्स है जिसमें कई कैरियर ऑप्शन हैं। परफॉर्मिंग आर्ट्स के बाद आप संगीत और मनोरंजन में बेहतरीन कैरियर बना सकते हैं। दरअसल आज के समय में मनोरंजन उद्योग Entertainment industry काफी तेजी से प्रगति कर रहा है।
वैसे भी कला शुरू से ही भारतीय संस्कृति का एक अनिवार्य हिस्सा रही है। यदि आप दूसरों का मनोरंजन करने में माहिर हैं तो आप परफॉर्मिंग आर्ट्स के क्षेत्र में अपना शानदार करियर great career बना सकते हैं। प्रदर्शन कला के द्वारा कई त्योहारों और प्रोग्राम्स में रंग और खुशी आती है। परफॉर्मिंग आर्ट्स के द्वारा अपनी विरासत को बचाया जा सकता है।
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स में नृत्य, संगीत और नाटक आदि प्रदर्शन कलाओं के बारे में पढ़ाया जाता है। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को परफॉर्मिंग आर्ट्स का एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करना है जिससे वे भविष्य में अपनी स्किल्स के आधार पर आसानी से नौकरी प्राप्त कर सकें।
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स 1 से 3 साल का कोर्स होता है। 12वीं के बाद छात्र कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं। सामान्यतः इस कोर्स की अवधि संस्थान और कोर्स पर आधारित होती है। सामान्यतः डिप्लोमा कोर्स की अवधि 1 साल की होती है लेकिन वो उस कोर्स पर निर्भर करता है। ऐसे कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय हैं जो प्रमाण पत्र स्तर, डिप्लोमा, स्नातक स्तर और मास्टर स्तर पर प्रदर्शन कला में शिक्षा प्रदान करते हैं।
इस कोर्स में छात्र मेरिट के आधार पर प्रवेश ले सकते हैं। इस कोर्स में छात्रों को डांस, संगीत और नाटक, भारतीय संस्कृतिक नृत्य आदि के बारे में सिखाया जाता है। कोर्स पूरा करने के बाद आप कई पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं और चाहें उच्च शिक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को उनकी रूचि के आधार पर उनके करियर को संवारना है। जिससे वे इस ज्ञान के आधार पर अध्ययन के उच्च स्तर पर निर्माण करने में सक्षम हों। इस कोर्स में थ्योरी के साथ साथ प्रैक्टिकल के द्वारा भी कोर्स का पूरा ज्ञान दिया जाता है।
डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स करने के लिए और इसमें करियर बनाने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 12 वीं पास होना अनिवार्य है। कुछ संस्थानों में प्रवेश 12 के अंकों के आधार पर होता है, जबकि कुछ कॉलेजों में प्रवेश प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद मिलता है। किसी भी स्ट्रीम का छात्र इस कोर्स में प्रवेश ले सकता है। देखा जाये तो अब पश्चिम के विश्वविद्यालयों से प्रेरित होकर भारत में भी बहुत से लिबरल आर्ट्स कॉलेज अब प्रोफाइल आधारित प्रवेश को अपना रहे हैं।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश Banaras Hindu University (Faculty of Performing Arts)
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली National School of Drama, New Delhi,
Devi Ahilya University, Madhya Pradesh
सुभारती कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स एंड फैशन डिजाइन, उत्तर प्रदेश
गोवा विश्वविद्यालय, गोवा Goa University, Goa
Lalit Kalakshetra Raviraj Institute of Art and Culture, Tamil Nadu ललित कलाक्षेत्र रविराज इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट एंड कल्चर, तमिलनाडु
आंध्र विश्वविद्यालय, आंध्र Andhra University, Andhra
गुरुनानक देव यूनिवर्सिटी, पंजाब Gurunanak Dev University, Punjab
Institute of Visual and Performing, Uttar Pradesh इंस्टीट्यूट ऑफ विजुअल एंड परफार्मिंग, उत्तर प्रदेश
Savitribai Phule University of Pune (Center for Performing Arts)
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी Lovely Professional University
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, मध्य प्रदेश Devi Ahilya University, Madhya Pradesh
इंडियन एकेडमी ऑफ ड्रैमेटिक आर्ट्स, नई दिल्ली Indian Academy of Dramatic Arts, New Delhi
डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय, असम Dibrugarh University, Assam
यूनिवर्सिटी ऑफ मोजार्टम साल्ज़बर्ग, ऑस्ट्रिया University of Mozarteum Salzburg, Austria
कर्टिस इंस्टीट्यूट ऑफ म्यूजिक, यूएस Curtis Institute of Music, US
रॉयल कॉलेज ऑफ म्यूजिक, यूके Royal College of Music, UK
इंडियाना यूनिवर्सिटी ऑफ ब्लूमिंगटन, यूएस Indiana University of Bloomington, US
हांगकांग एकेडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स Hong Kong Academy of Performing Arts
इस कोर्स को करने के लिए स्टूडेंट्स के अंदर पाठ्यक्रम के साथ कुछ स्किल्स skills का होना जरुरी है ये स्किल्स निम्नलिखित हैं:
पैशनेट (जुनून)
अवलोकन शक्ति observation power
मनोरंजन उद्योग के लिए प्रतिबद्धता Commitment to the Entertainment Industry
अभिव्यक्ति क्षमता expressiveness
विजुआलाइजेशन कौशल visualization skills
प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स
एबिलिटी टू रिस्पांस स्पॉन्टेनियसली
इनोवेटिव (रचनात्मकता) Innovative
एबिलीटी टू फोकस एंड कंसंट्रेट Ability to focus and concentrate
समय प्रबंधन कौशल
संगठन कौशल
ऑब्जर्वर
स्व प्रस्तुति
आर्टिस्टक एबिलिटी
वर्क एथिक्स work ethics
परफॉर्मिंग आर्ट्स में सैलरी Salary अच्छी खासी मिल जाती है। यहाँ पर सैलरी आपकी स्किल और टैलेंट के आधार पर मिलती है। इस सेक्टर में पैसे की कोई कमी नहीं है। वैसे सामान्यतः एक परफॉर्मिंग आर्टिस्ट को रु.50000/- से रु.60000 रुपये प्रति महीना सैलरी मिलती है। जब आपको अनुभव हो जाता है तो तब आपको रु.1,00,000 रुपये तक महीना मिल जाती है। चलिए जानते हैं इस सेक्टर में लगभग आप कितना कमा सकते हैं।
म्यूजिशियन - 7 लाख रुपये सालाना
एक्टर - 5 लाख से 10 लाख लगभग
टीचर : 2.95 लाख रुपये (शुरुआती सैलरी)
ऑडियो इंजीनियर : 2.90 लाख सालाना
डांसर : 1.5 लाख से 4 लाख (शुरुआती सैलरी)
कोरियोग्राफर : 2 लाख से 5 लाख रुपये (शुरुआती सैलरी)
थिएटर डायरेक्टर - 6 लाख से 10 लाख रुपये
इस क्षेत्र में आप दो तरीकों से जुड़ सकते हैं। एक औपचारिक और दूसरा अनौपचारिक। औपचारिक यानि इस क्षेत्र से संबंधित कोर्स को करके आप यहां कदम रख सकते हैं। दूसरा अनौपचारिक जिसमें आप संगीत, नृत्य और नाटक के समूह में शामिल होकर इस क्षेत्र में जाकर अपना करियर सुरक्षित बना सकते हैं।
आज प्रदर्शन कला में अपार संभावनाएं हैं। डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स करने के बाद आप काफी अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके अलावा यदि छात्र उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करना चहाते हैं जो वह परफॉर्मिंग आर्ट्स में डिग्री और पीजी डिप्लोमा इन परफॉर्मिंग आर्ट्स कोर्स कर सकते हैं। आज सोशल मीडिया, यूट्यूब और इंस्टाग्राम ने प्रदर्शन कला में क्रांति ला दी है। परफॉर्मिंग आर्ट्स में संभावनाएं काफी अच्छी हैं जैसे -