लोग व्यवसाय शुरू करने के लिए बड़े-बड़े सपने देखते हैं और कई लोग इसमें सफल भी होते हैं, लेकिन उद्यमी बनने के लिए आपको कई उतार-चढ़ाव झेल कर आगे बढ़ना पड़ता है। आज हम आपको उन सच्चाइयों से रूबरू कराएंगे, जिनका सामना उद्यमी अपने जीवन काल में करते हैं, जिससे वे एक अच्छे और सच्चे उद्यमी बनता है।
बदलते दौर में कई लोगों का रुझान व्यवसाय की तरफ बढ़ने लगा है। कई लोग व्यवसाय शुरू करने के लिए बड़े-बड़े सपने देखते हैं और कई लोग इसमें सफल भी होते हैं, लेकिन उद्यमी Entrepreneur बनने के लिए आपको कई उतार-चढ़ाव झेल कर आगे बढ़ना पड़ता है।
जब हम सपने देखते हैं, तो हमें उन सच्चाइयों Truths का पता नहीं होता, जो हमारे व्यवसाय Business और उद्यमिता Entrepreneurship के समय सामने आने वाला है।
कुछ सच्चाईयां ऐसी होती हैं, जो हम किसी के अनुभव से जान जाते हैं, लेकिन जब हम उद्यमिता में उतरते हैं, तो पक्की असलियत का पता हमें तब चलता है, जब हम असली मैदान में काम कर रहे होते हैं। आज हम आपको उन सच्चाइयों से रूबरू कराएंगे, जिनका सामना उद्यमी अपने जीवन काल में करते हैं, जिससे वे एक अच्छे और सच्चे उद्यमी बनता है।
स्टार्टअप और बिजनेस
जब आप स्टार्टअप Startup या बिजनेस की दुनिया में कदम रखते हैं तो आप की सबसे बड़ी ताकत होती है आप क्या बेच रहे हैं और क्या सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा आपने अपने जीवन काल में जो कुछ भी किया हो, इससे ग्राहकों Customers को कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर आपका प्रोडक्ट Product या आपकी सेवाएं Services अच्छी हैं, तो ही ग्राहक आपको याद रखेंगे, लेकिन इस सच्चाई को पचा पाना हर उद्यमी के लिए आसान नहीं होता, क्योंकि यह कड़वी सच्चाई है।
आप सर्वोपरि होते हैं
स्टार्टअप या बिजनेस में आप एक टीम बनाते हैं और आपकी टीम के लिए आप सर्वोपरि होते हैं। आप जो भी निर्णय लेते हैं कार्य के दौरान उसको बड़ा निर्णय माना जाता है। अगर आप सोचते हैं कि, आपके किसी भी निर्णय या योजना पर किसी की नजर नहीं है, तो यह आपकी गलती है। यह सच है कि, आप पूरी टीम के लिए सबसे ऊंचे पद पर हैं तो आप के निर्णय और योजना, यहां तक कि आपकी कही गई हर बात पर लोगों की नजर होती है। अगर आपने अपनी सोच को सही समय पर नहीं बदला और इस बात को नजरअंदाज किया तो उद्यमिता के क्षेत्र में आप आगे नहीं बढ़ सकते।
निवेशकों से रहें सावधान
बिजनेस या स्टार्टअप में जब आपको निवेश के लिए पैसे की जरूरत होती है तो आप निवेशकों Investors की तरफ देखते हैं और अगर आपकी सोच और आइडिया Idea अनोखा Unique है, तो अक्सर निवेशक आपकी मदद करते हैं, लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि, आप इस बात पर विश्वास करके ना चले कि, निवेशक हमेशा आपके सहयोग में लगे रहेंगे। अगर आपके व्यवसाय में उतार-चढ़ाव आते हैं, तो निवेशक आपसे काफी कुछ छीन भी सकते हैं, निवेशक आपके स्टार्टअप को बड़ा बनाने के लिए आपके साथ नहीं होते, वे केवल अपने निवेश को बढ़ाने के लिए आपके साथ जुड़ते हैं।
अनोखे निर्णय लेने की क्षमता
व्यवसाय की शुरुआत हो या फिर स्टार्टअप की आपको आपके निर्णय ही जीत की तरफ ले जाते हैं। अक्सर देखा जाता है कि अगर कोई निर्णय अनोखा है और उस निर्णय की वजह से आप को हार का सामना करना पड़े, तो लोग आप पर हंसते हैं, लेकिन अगर आप का अनोखा निर्णय आपको जीत की तरफ ले जाए, तो लोग आप की तारीफ करते हैं।
इसी तरह बिजनेस में आपको हमेशा कुछ अलग करने की क्षमता और निर्णय लेने की क्षमता रखनी होगी। आप के निर्णय कभी गलत भी साबित हो सकते हैं, लेकिन आपके अलग निर्णय लेने की क्षमता ही आपको बिजनेस में आगे बढ़ाएगी और लोगों को यह बताएगी कि आप कितने सफल हुए।
खुद को बदलाव के लिए तैयार रखें
व्यवसाय या स्टार्टअप की शुरुआत में आप काफी जुनूनी होते हैं, लेकिन जैसे-जैसे आपका व्यवसाय बढ़ता है, आपको बदलाव की आवश्यकता होती है। और यह बदलाव कैसे भी हो सकते हैं। टीम बनाने को लेकर बदलाव हों या फिर आपके काम करने की किसी गतिविधि को लेकर, आपको हमेशा बदलाव के लिए तैयार रहना होगा। यह कड़वा सच है कि, बदलाव को अपनाकर ही आप आगे बढ़ सकते हैं। जो लोग बदलाव को जल्दी स्वीकार कर लेते हैं और अपने अनुभव को इस में मिलाकर काम करते हैं, वे जल्दी आगे बढ़ते हैं।
परेशानियां सिर्फ आपकी नहीं हैं
व्यवसाय दूर से बड़ा सुहाना लगता है, लेकिन जब इसमें काम करने की बारी आती है तो पता चलता है कि, इसमें कितनी परेशानियां हैं। जब परेशानियां आती हैं, तो एक Founder को महसूस होता है कि, परेशानियां केवल उसके साथ ही चल रही है और सारी दुनिया सफल हो रही हैं। आपको इस सोच से बाहर निकलना होगा, क्योंकि परेशानियां सबकी जिंदगी में होती है। जिस तरह आप एक अच्छे सच को देखकर शुरू हुए थे, उसी तरह आपको व्यवसाय में सकारात्मक रह कर आगे चलना होगा।
भावनात्मक नजरिये का ध्यान रखें
आप जब व्यवसाय में होते हैं, तो उतार-चढ़ाव का असर आपकी गतिविधियों और आपके चेहरे पर नजर आता है और इसे आपकी पूरी टीम भी देख रही होती है, इसलिए आपके भावनात्मक नजरिए को हमेशा काबू में रखें, क्योंकि आपके हर एक कदम पर आपकी टीम की नजर है और अगर आप निराश दिखते हैं, तो टीम में भी निराशा आ जाती है।
बाहरी सच से अलग है स्टार्टअप या व्यवसाय
व्यवसाय या स्टार्टअप की शुरुआत के दौरान जब आप सपने देखने की शुरुआत करते हैं, तो आप सोचते हैं कि मेरा नया ब्रांड होगा, मेरा नया प्रोडक्ट होगा, मैं लोगों को काम पर रखूंगा, अपनी कंपनी को बड़ा बनाऊंगा आदि, लेकिन जब आप मैदान में उतरते हैं, तो आपको हर रोज नई कठिनाई का सामना करना पड़ता है और इस कठिनाई से लड़कर आगे बढ़ना पड़ता है। यह भी कड़वा सच है, इस बात को जानकर ही आप स्टार्टअप में कदम रखें।
यहां जीत एक बार में नहीं मिलती
जिस तरह खेल के मैदान में जीत-हार का फैसला 1 दिन के अंदर हो जाता है, उसी के विपरीत उद्यमिता की एक सच्चाई यह भी है कि इसमें आपको 1 दिन में जीत या हार नहीं मिलती, यहां आपको हर रोज नई चुनौतियों Challenges का सामना करना पड़ता है। आपको हर रोज नई उन्नति की तरफ आगे बढ़ना पड़ता है, लेकिन यह सच्चाई शुरुआत में समझ में नहीं आती।
विपरीत परिस्थितियों में हौसला
कई बार विपरीत परिस्थितियों में आपको कड़े निर्णय लेने पड़ते हैं। उदाहरण के रूप में समझें तो कई बार जब आप स्टार्टअप में बुरा समय देख रहे होते हैं तो आपको कई लोगों को नौकरी से भी निकालना पड़ सकता है, ऐसे मौकों पर आप खुद को दोष देना लगते हैं, क्योंकि इन परिस्थितियों में आपको लगता है कि, आपकी वजह से सब कुछ गलत हो रहा है, लेकिन आप को इस सच को स्वीकार करना भी जरूरी है।
इसके अलावा कंपनी की छोटी से छोटी परेशानी में भी लोग आपकी तरफ देखते हैं, क्योंकि स्टार्टअप या व्यवसाय के दौरान आप मालिक बनकर काम करते हैं और हर छोटी समस्या से लेकर बड़ी समस्या की चिंता आपको ही करनी पड़ती है। माना कि इस दौरान आप एक टीम के साथ काम करते हैं, लेकिन सभी विभाग आप से जुड़े होते हैं और आपको पूरी टीम को चलाना पड़ता है।
आप सभी की नजर में होते हैं
स्टार्टअप या व्यवसाय के दौरान अगर आप कुछ अच्छे काम करते हैं, लोग आपसे खुश रहते हैं, आप सफल माने जाते हैं, लेकिन अगर निर्णय गलत साबित होते हैं तो आपको बहुत जल्दी खराब भी मान लिया जाता है, आपको इन सब चीजों से निकल कर डटे रहना पड़ता है। आपके आसपास के लोग और आपके ग्राहक आपको देख रहे होते हैं और वे आपको लेकर फैसला भी कर लेते हैं। अगर आप बाजार में अपनी कीमत बनाते हैं और खबरों में भी बने रहते हैं, तो वे आपको सफल मानते हैं, लेकिन जरा सी चूक आपको जनता की नजर में नीचे भी गिरा देती है।
उम्मीद करते हैं कि, उद्यमी की इन सच्चाइयों को जानकर आप अपने व्यवसाय को लेकर डटे रहेंगे और आगे जरूर बढ़ेंगे, लेकिन अगर आप किसी मौके पर यह सोचते हैं कि, आप जो कर रहे हैं, वह सही नहीं हो रहा है और आपको कदम पीछे लेने की जरूरत है, तो हमेशा अपने आप से सवाल करें कि, आपने यह काम शुरु क्यों किया था। आप फिर से अपने काम की पटरी पर जरूर लौट आएंगे।