खुद को सभ्य और व्यवस्थित रखने के लिए पुरुषों को और प्रेरित कैसे किया जाए उसके लिए नेशनल मेन्स ग्रूमिंग डे को मनाया जाना शुरू किया गया, जोकि 2007 से मनाया जा रहा है। इसके माध्यम से पुरुषों को बताया जाता है कि वह कैसे अपने आप को ग्रूम कर सकते हैं।
आज हम जिस स्थिति में जीवन व्यतीत कर रहे हैं, क्या हम हमेशा से ही ऐसे थे? आपका उत्तर होगा नहीं। क्योंकि हमने प्रत्येक दिन, प्रत्येक वर्ष, प्रत्येक दशक को सिलसिलेवार ढंग से जीने के लायक बनाया। सदियों की मेहनत के बाद आज हम सुव्यवस्थित ढंग से सभ्य रूप ले पाएं हैं और ये कहने में हमें संकोच नहीं करना चाहिए कि हम उसमें भी पूरी तरह से सभ्य नहीं हो पाए हैं। बहुत दूर न जाते हुए सिर्फ 10,000 BC से पूर्व मनुष्य की स्थिति जानवरों के सामान ही थी या यूँ कहें की उसी ढर्रे के अनुसार चलती थी जैसी कि पशु-पक्षी जीते थे। मगर इंसानों के विकसित होते दिमाग ने प्राकृतिक रूप से एक बहुत बड़ा परिवर्तन पैदा कर दिया और देखते ही देखते कब मनुष्य जानवरों से एक दम अलग होकर उभरा। मनुष्य ने बुद्धि का सदुपयोग करते हुए सभ्यता और संस्कृति को जन्म दिया जिसका फल आज हमें दिखाई देता है।
जैसे-जैसे मानवीय सभ्यता में परिवर्तन होते गए लोगों ने अपने शरीर की ओर भी ध्यान देना शुरू कर दिया। जैसा कि आप लोग जानते ही हैं कि अब तक लोग भोजन पका कर खाने लगे थे, व्यवस्थित ढंग से कपड़े पहने लगे थे और भाषा एवं बोली का इस्तेमाल करने लगे। स्त्रियाँ स्वयं की त्वचा पर विशेष ध्यान देने लगी थीं। धीरे-धीरे स्त्रियों के लिए ख़ूबसूरती जैसे शब्द इस्तेमाल होंने लगे। परन्तु पुरुषों में अभी भी खुद को व्यवस्थित रखने की कला का विकास नहीं हुआ। पुरुष हमेशा से शक्ति प्रदर्शन में अग्रीण रहे हैं, उनके द्वारा अपने शरीर पर ध्यान न दिया जाना अभी तक जारी रहा। परन्तु धीरे-धीरे समय ने जैसे-जैसे करवट ली पुरुषों में भी खुद को व्यवस्थित रखने का इल्म या ज्ञान उत्पन्न हुआ।
खुद को सभ्य और व्यवस्थित रखने के लिए पुरुषों को और प्रेरित कैसे किया जाए उसके लिए नेशनल मेन्स ग्रूमिंग डे को मनाया जाना शुरू किया गया, जोकि 2007 से मनाया जा रहा है। इसके माध्यम से पुरुषों को बताया जाता है कि वह कैसे अपने आप को ग्रूम कर सकते हैं। आजकल के दौर में सबसे अधिक कॉर्पोरेट जगत की नौकरियां फैली हुई हैं। जहाँ सभी से कहा जाता है कि आप खुद को व्यवस्थित करके आयें। जैसे आपकी दाढ़ी बनी हुई होनी चाहिए, कपड़े व्यवस्थित ढंग के पहने हुए होने चाहिए और आपकी त्वचा साफ-सुथरी दिखनी चाहिए। इसी तरह की छोटी-बड़ी बातें आपको एक अलग इंसान बना सकती हैं। आपको बता दें कि नेशनल मेन्स ग्रूमिंग डे प्रत्येक वर्ष के अगस्त महीने के तीसरे शुक्रवार को मनाया जाता है।
ग्रूमिंग का इतिहास
राष्ट्रीय पुरुष सौंदर्य दिवस 2007 से मनाया जा रहा है। हालाँकि, प्राचीन काल के पुरुष खुद को संवारने के लिए प्राकृतिक वस्तुओं से बने उत्पादों का इस्तेमाल करते थे। पुरुषों के लिए ग्रूमिंग डे की शुरुआत सबसे पहले अमेरिकन क्रू नामक कंपनी ने की थी, जो पुरुषों के ग्रूमिंग उत्पादों की विशेष निर्माता है। फर्म ने शुरू में समग्र स्वीकृति प्राप्त की क्योंकि इसने पुरुषों के समग्र व्यक्तिगत सौंदर्य को बढ़ावा दिया। पुरुषों को संवारने की जरूरतों पर ध्यान देने के बाद सकारात्मक प्रभाव प्राप्त करने पर कंपनी ने आधिकारिक तौर पर इस दिन को मनाना शुरू कर दिया। ऐसे दिन का प्रतिनिधित्व करने का मुख्य उद्देश्य पुरुषों के बीच जागरूकता बढ़ाना और खुद को संवारने के प्रति अच्छी आदतों के लाभों की व्याख्या करना है। ग्रूमिंग का मतलब न केवल ट्रिमिंग और शेविंग करना है बल्कि इसका मतलब हेयरस्टाइल सहित किसी भी आदमी का समग्र रूप भी है। पुरुषों की ग्रूमिंग अक्सर किसी भी पुरुष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है क्योंकि उनका लुक हर जगह मायने रखता है। एक पूरी तरह से तैयार किया गया चेहरा अधिक सुंदर होता है क्योंकि यह एक पेशेवर और आकस्मिक दोनों तरह का दिखता है।
क्यों है स्वयं को व्यवस्थित रखना आवश्यक?-
संवारने का मूल्य, प्रसिद्ध कहावत से जाना जाता है, 'स्वच्छता ईश्वरीयता के बगल में है।' इसलिए, इस दिन को मनाना किसी भी पुरुष के लिए अपनी उपस्थिति को सक्रिय रूप से प्रबंधित करने के लिए संवारने के महत्व को दर्शाता है। इस दिन आपको और अधिक सुंदर बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। सुंदर दिखना इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि तब लोग आपसे बात करने में सहजता का अनुभव करते हैं। आप के पास लोग चल कर आते हैं बात करने के लिए। आप आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं और साथ ही साथ आप में एक धनात्मक ऊर्जा का निर्वाह होता रहता है। याद रखिये सुन्दर का मतलब ये नहीं कि आप अप्राकृतिक दिखें बल्कि इसका मतलब ये है कि आप स्वच्छ और प्राकृतिक दिखें। आप ऊर्जावान देखें और धनात्मक दिखें।
तो चलिए आइये मिल कर मनाते हैं, राष्ट्रीय पुरुष सौंदर्य दिवस!!!