भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फुटवियर उत्पादक है, जिसमें फुटवियर उत्पादन वैश्विक वार्षिक उत्पादन का लगभग 9 प्रतिशत है। तलवों से लेकर आत्मा तक, जूते हमारे मानवीय अनुभव में बहुत योगदान करते हैं। देश का फुटवियर बाज़ार संगठित और असंगठित खंड के बीच साझा किया जाता है। असंगठित खंड अपने मूल्य-प्रतिस्पर्धी उत्पादों के कारण भारतीय संदर्भ में प्रमुखता प्राप्त करता है, जो कीमत के प्रति जागरूक भारतीय उपभोक्ता के लिए अधिक उपयुक्त और आकर्षक होता है।
बाज़ार में उद्योग का एक बहुत बड़ा योगदान होता है और अगर बात फुटवियर उद्योग की हो तो यह भी उद्योग जगत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत में ऐसे कई छोटे और नए उद्योग हैं जो अपने उत्पादों को बाज़ारों तक विस्तृत करना चाहते हैं लेकिन उचित रणनीति के अभाव में वे मात्र अपने क्षेत्रों तक ही सीमित रह जाते हैं। किसी भी उत्पाद या सेवा को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचाने या अपने ब्रांड की जानकारी देने के लिए रणनीतियों का होना अति आवश्यक है जो व्यवसाय में अच्छा मुनाफा दिलाने में योगदान देती हैं। ब्रांड का लोगो, मार्केटिंग डिजिटल या पारंपरिक रूप से, विज्ञापन इत्यादि कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं जो किसी भी ब्रांड के प्रमोशन में उपयोगी होता है।
फुटवियर ब्रैंड का विस्तार
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फुटवियर उत्पादक है, जिसमें फुटवियर उत्पादन वैश्विक वार्षिक उत्पादन का लगभग 9 प्रतिशत है। तलवों से लेकर आत्मा तक, जूते हमारे मानवीय अनुभव में बहुत योगदान करते हैं। देश का फुटवियर बाज़ार संगठित और असंगठित खंड के बीच साझा किया जाता है। असंगठित खंड अपने मूल्य-प्रतिस्पर्धी उत्पादों के कारण भारतीय संदर्भ में प्रमुखता प्राप्त करता है, जो कीमत के प्रति जागरूक भारतीय उपभोक्ता के लिए अधिक उपयुक्त और आकर्षक होता है। फुटवियर बाज़ार में संगठित खुदरा तेजी से विकसित हो रहा है और भविष्य में इसके तीव्र गति से बढ़ने की उम्मीद है। लेकिन भारत में अभी भी कई नई कंपनियां अपनी उपस्थिति का विस्तार करने और अपने उपभोक्ता आधार को बढ़ाने के लिए खुद को स्थापित कर रही हैं। फुटवियर कंपनी विशिष्ट उत्पादों और मूल्य श्रेणियों को लॉन्च कर रही हैं। फुटवियर व्यवसाय खुदरा विक्रेता और निर्माता दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं। अपने ग्राहकों को अपने उत्पादों की प्रमुख विशेषताओं के बारे में अवगत कराने के लिए बुनियादी विपणन युक्तियों और तकनीकों को जानने की आवश्यकता होती है। वैसे भी फुटवियर उद्योग में प्रवेश का अर्थ है प्रतिस्पर्धा। खास कर के उत्पाद का ब्रांड नाम स्टेटस सिंबल माना जाता है और कई ग्राहक उन ब्रांडों को पसंद करते हैं जिन्हें वे जानते हैं। इसीलिए ब्रांड जागरूकता एक महत्वपूर्ण शक्ति है जो पूरे ब्रांड की कहानी को चालित करती है। कई उद्योगपति मानते हैं कि ब्रांड जागरूकता के बिना ब्रांड की कोई पहचान नहीं है। रचनात्मकता, शैली और थोड़ी व्यावसायिक समझ से फुटवियर उद्योग के लिए एक मार्केटिंग योजना विकसित की जा सकती है, जो प्रतिस्पर्धियों को टक्कर देने में सक्षम होगा।
विपणन अभियान शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण कारकों में से एक है ब्रांड के लोगो पर काम करना। एक ब्रांड को उसके नाम और लोगो से ही याद रखा जाता है। लोगो का आकार, रंग, अक्षर ये सभी दर्शकों के मस्तिष्क में एक प्रभाव डालते हैं और एक सकारात्मक जुड़ाव उत्पन्न करते हैं।
नवाचारों का विपणन
एक सफल फुटवियर व्यवसाय शुरू करने में पहला कदम एक नवीन अवधारणा है जो दर्शकों को आकर्षित करती है। जूता लाइन को नवीन बनाने और इसके चारों ओर एक मार्केटिंग योजना तैयार करने के लिए उचित अवधारणा का चयन आवश्यक है। जो दर्शक नवाचार के बारे में सबसे ज्यादा उत्साहित होते हैं उनकी जरूरतों के लिए विशेष योजना होनी चाहिए। अपने उत्पाद को बाज़ार के अन्य उत्पादों के मुकाबले अलग दिखाना भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अगर बात करें फुटवियर की तो उन्हेें अन्य ब्रैंडों के उत्पादों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शित करना जैसे कि आरामदायक, जूते की पोशाक, सोल आदि तथ्यों को ध्यान में रखते हुए।
सोशल मीडिया और पारंपरिक मार्केटिंग रणनीतियॉं
ज़्यादातर लोग जूते इसलिए खरीदते हैं, क्योंकि उन्हें जूते का स्टाइल या फंक्शन पसंद होता है। आज तकनीकों में बढ़ोतरी के कारण ज़्यादातर लोग ऑनलाइन खरीदारी करना पसंद करने लगे हैं। इसीलिए ग्राहक सेवा भी ग्राहक के खरीदने के निर्णय में एक भूमिका निभाती है। एक मार्केटिंग रणनीति को विकसित करना ग्राहक सेवा को अलग करती है और व्यवसाय को आकर्षित करने में मदद कर सकती है। जैसे कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर जूते की एड़ी की लंबाई, आकार, रंग और सामग्री के आधार पर लाइन की वेबसाइट को खोजने योग्य बनाने से ग्राहकों के लिए जूते की खरीदारी का अनुभव अधिक सकारात्मक हो सकता है। सोशल मीडिया द्वारा निर्मित ब्रांड जागरूकता अपने मौजूदा ग्राहकों को बनाए रखने का और साथ ही नए बाजार में प्रवेश करके उन लोगों तक जाने का बहुत अच्छा तरीका है। इसके अलावा टीवी, रेडियो और इंटरनेट पर विज्ञापनों से भी व्यवसाय में एक सकारात्मक परिणाम देखने मिल सकता है। उद्योग आधारित पत्रिकाएं या रेडियो विज्ञापन, जिंगल्स जैसे प्रकाशन अपने श्रोताओं या दर्शकों का ध्यान ब्रांड के पहलूओं पर केंद्रित करते हैं। इस तरह की एक अभिनव ग्राहक सेवा रणनीतियां अपनाने से ग्राहकों को जूता लाइन तक खींचने में मदद कर सकती है।
समुदाय के लिए बाज़ार
हालांकि इंटरनेट छोटे व्यवसायों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने उत्पादों का विपणन करने की इजाजत देता है, लेकिन आस-पास के समुदाय के सदस्य पहले ग्राहकों में से एक होते हैं। वे स्थानीय व्यवसायों का समर्थन करने की इच्छा से उत्पादों को खरीद सकते हैं। ये सबसे पहले उत्पादों के संपर्क में आते हैं। इसलिए अपने समुदाय के लिए मार्केटिंग करना जरूरी है। चाहे व्यवसाय एक छोटे से शहर में हो या एक ऐसे शहर में जो शैली में सबसे आगे हैं। निवेश की पर्याप्त उपलब्धता होने पर अपनी नई लाइन के फैशन शो की मेजबानी करके अपने समुदाय के लिए मार्केटिंग शुरू करना भी काफी प्रभावी हो सकता है। शो को निःशुल्क बनाना या फिर एक छोटा प्रवेश शुल्क और इसे स्थानीय चैरिटी को दान करना एक सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे लोगों के दिमाग में ब्रैंड को लेकर अच्छी छवि बनेगी। स्थानीय लोगों के लिए विशेष सौदों का विज्ञापन और अपने जूतों के नमूने स्थानीय त्योहारों, बाहरी बाज़ारों और अन्य सामुदायिक कार्यक्रमों में प्रस्तुत करना भी इस व्यवसाय में अच्छे परिणाम दे सकता है।
विभिन्न तरह के उत्पादों के लिए विभिन्न रणनीतियां
अपनी शू लाइन की मार्केटिंग कैसे करनी है, यह आंशिक रूप से बेचे जाने वाले जूतों के प्रकार से निर्धारित होता है। एथलेटिक जूतों की मार्केटिंग स्टिलेटोस या पुरुषों के ड्रेस जूतों की मार्केटिंग से काफी अलग है। इसलिए हर प्रकार के उत्पादों के लिए अलग-अलग मार्केटिंग तरीका अपनाया जाना चाहिए, चाहे वह तस्वीरों द्वारा हो या फिर विडियो द्वारा। एक लोकप्रिय शू लाइन ढूंढना जो समान उत्पादों को बेचती है और उनकी मार्केटिंग रणनीतियों का विश्लेषण करती है, उनसे संपर्क बनाना काफी मददगार हो सकता है, अपने फुटवियर व्यवसाय को आगे बढ़ाने में।
ये उपर्युक्त कुछ आवश्यक रणनीतियां और कदम अपना कर फुटवियर उद्योग में अपने प्रोडक्ट को मजबूत किया जा सकता है, जो व्यवसाय में अच्छी बढ़ोतरी दिलाने में समर्थ हो सकता है। हालांकि सिर्फ फुटवियर व्यवसाय में ही नहीं कोई भी अन्य व्यवसाय में भी उचित रणनीति व्यवसाय के बढ़ोतरी में महत्वपूर्ण होती है।