हर बड़ा व्यक्ति पहले असफल होता है और बाद में वह सफलता हासिल करता है लेकिन कई लोग ऐसे होते हैं जो अपनी असफलता के कारणों को जानना ही नहीं चाहते हैं और उन कारणों को पता करके दूर करने की बजाय वह अपनी समस्याओं में उलझे रहते हैं और इसीलिए वह कभी सफल नहीं हो पाते।
कई लोग ये कहते हैं कि सफल और असफल व्यक्ति के बीच में बस कुछ चीज़ों का फर्क होता है, ज्यादातर केस में वे समान ही होते हैं, लेकिन ये बिलकुल गलत है। सफल और असफल व्यक्ति की आदतों में ज़मीन आसमान का फर्क होता है। एक सफल व्यक्ति का जीवन जीने का तरीका ही बाकी लोगों से बिलकुल भिन्न होता है। आपको ऐसे कई लोग मिलेंगे, जिनकी आदतें असफल लोगों से मिलती जुलती होंगी, ऐसे लोगों से कम ही संपर्क में रहें। आइए उन 6 मुख्यआदतों के बारे में जानते हैं, जो एक असफल व्यक्ति में होती है habits of unsuccessful people, जिन्हें आपको कॉपी करने से बचना चाहिए।
जिस तरह सफल लोगों Successful People की कुछ आदतें होती हैं जिनकी वजह से वो जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। ठीक उसी तरह असफल लोगों की भी कुछ आदतें toxic habits of unsuccessful people होती हैं। सफल लोगों की आदतों को आप अच्छी आदतें good habits कह सकते हैं और असफल लोगों की आदतों को आप बुरी आदतें bad habits कह सकते हैं।
"The unsuccessful person is burdened by learning and prefers to walk down familiar paths. Their distaste for learning stunts their growth and limits their influence."
कई लोग ये कहते हैं कि सफल और असफल व्यक्ति के बीच में बस कुछ चीज़ों का फर्क होता है, ज्यादातर केस में वे समान ही होते हैं, लेकिन ये बिलकुल गलत है। सफल और असफल व्यक्ति की आदतों में ज़मीन आसमान का फर्क होता है। एक सफल व्यक्ति का जीवन जीने का तरीका ही बाकी लोगों से बिलकुल भिन्न होता है। आपको जीवन में ऐसे कई लोग मिलेंगे, जिनकी आदतें असफल लोगों से मिलती जुलती होंगी, ऐसे लोगों से कम ही संपर्क में रहें और उनकी आदतों को कॉपी करने से बचें क्योंकि ज्यादा समय भी नहीं लगेगा और आप खुद में बड़ा बदलाव पाएंगे।
आइए उन 6 आदतों के बारे में जानते हैं, जो एक असफल व्यक्ति में होती है habits of unsuccessful people, जिन्हें आपको कॉपी करने से बचना चाहिए-
बदलाव change एक ऐसी चीज है जिसका होना जरूरी है। आखिरकार, असफलता से सफलता की ओर जाना भी तो एक तरह का बदलाव है। एक परिवर्तन करने के लिए आपको कई परिवर्तन करने होते हैं। असफल लोगों में ये आदत होती है कि वे हर समय हर चीज को एक समान रखने की कोशिश करते हैं और कंफर्ट जोन comfort zone से बाहर नहीं आना चाहते हैं। अगर आपको सफलता success चाहिए तो आपको कंफर्ट जोन से बाहर निकलना होगा और अपनी बुरी आदतों को बदलना होगा।
जब हमारे साथ कुछ अच्छा होता है तो हम उसका श्रेय लेना नहीं भूलते हैं तो अगर कुछ गलत होता है तो उसका दोष भी हमें खुद को ही देना चाहिए। असफल लोगों में ये आदत होती है कि वे अपनी असफलता के लिए दूसरों को दोष देते हैं। कभी-कदार ऐसा हो जाता है कि किसी और की गलती की वजह से आपका काम बिगड़ जाता है लेकिन जब कोई व्यक्ति अपनी असफलता के लिए बार-बार किसी और को दोषी बना रहा है तो समझ लीजिए कि इसमें किसी और कि नहीं बल्कि खुद उस व्यक्ति की ही गलती है। अपनी गलती को मानने से आप फेल्यर या लूजर नहीं बन जाते हैं इसीलिए अपनी असफलता पर किसी और दोषी बनाने से अच्छा है अपनी गलती को मानिए और उससे सीखिए।
अगर आप लक्ष्य नहीं निर्धारित करेंगे तो आप कैसे ये जान पाएंगे कि आपके लिए क्या काम कर रहा है और क्या नहीं। सफल बनने के लिए लक्ष्य निर्धारित करना बहुत ज़रूरी है। असफल लोगों की यह आदत होती है कि उनके जीवन में जो चलता है, वे उसे वैसे ही चलते रहने देना चाहते हैं और उनका जीवन के प्रति ये एटीट्यूड होता है कि जो होगा देखा जाएगा। असफल लोग ज़िंदगी में कुछ बड़ा तो करना चाहते हैं लेकिन इसके लिए काम नहीं करना चाहते हैं, मेहनत नहीं करना चाहते हैं और ना ही लक्ष्य निर्धारित करना चाहते हैं।
आप कई ऐसे लोगों को जानते होंगे जिनकी समय आने पर आपने मदद की होगी लेकिन जब आपको उनसे मदद की ज़रूरत पड़ी तो उन लोगों ने कोई बहाना बना कर मदद करने से इंकार कर दिया। असफल लोगों की ये सबसे बुरी आदत होती है कि वे लोगों की कदर नहीं करते हैं।
किसी को आपकी मदद करके क्या मिल जाएगा लेकिन फिर भी लोग ऐसा करते हैं और ये उनका अच्छा व्यवहार है इसीलिए ऐसे लोगों को धन्यवाद कहें और जब उन्हें आपकी ज़रूरत हो तो उनकी भी मदद करें।
अगर आपने सीखना बंद कर दिया तो समझ लीजिए कि आप अपना भविष्य खराब कर रहे हैं। ये बात आज हर कोई जानता है कि ज्ञान के दम पर आप कुछ भी कर सकते हैं लेकिन फिर भी कई ऐसे लोग हैं, जो कुछ नया नहीं सीखना चाहते हैं। अगर आपको ऐसा लगता है कि आप सब कुछ जानते हैं तो आपको एक बार फिर से सोचने की ज़रूरत है।
असफल लोग बेहद क्रोधित होते हैं। वे आपको ज्यादातर क्रोधित और तनावग्रस्त मिलेंगे क्योंकि समस्या का समाधान निकालने की जगह वे उस समस्या के लिए शिकायत करते हैं और उनका ये मानना रहता है कि वे उस समस्या का समाधान नहीं निकाल पाएंगे। अगर आप भी किसी ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जो किसी समस्या के आने कर क्रोधित हो जाता है तो समझ लीजिए कि उसकी सफल बनने में कोई रुचि नहीं है।
सफल लोग ठीक इसके विपरित होते हैं। वे समस्या का समाधान खोजते हैं और इसीलिए वे आपको ज्यादातर खुश मिलेंगे।
यदि आपको अपनी ज़िंदगी में सब कुछ हासिल करना है, तो आपको आलस्य का त्याग करना होगा। अपने मन में ये बात बैठा लें कि आलस्य मेरा सबसे बड़ा दुश्मन है और इसके रहते मैं जीवन में कुछ अच्छा नहीं कर पाऊंगा। आइए एक उदाहरण की मदद से समझते हैं -
आपके बॉस आपसे कहते हैं कि सुबह 9 बजे मीटिंग है और तुम्हें इस मीटिंग में समय से पहले आना है। आप उस समय बॉस की हां में हां तो मिला देते हैं लेकिन अपने लेज़ी बिहेवियर के चलते आप सुबह 9 बजे की बजाय 10 बजे ऑफिस पहुंचते हैं। आप अपने स्वभाव और आलस्य की वजह से ना सिर्फ एक अच्छा अवसर गंवाते हैं बल्कि भविष्य में ही मिलने वाले कई अवसर को गवा बैठते हैं क्योंकि आपकी इस गलती के कारण शायद ही आपके बॉस आप पर आगे से भरोसा करेंगे।
अगर आपको सफलता से प्यार है तो आलस्य से आपको बहुत दूर जाना होगा।
आपको अपने आसपास ऐसे कई लोग मिल जाएंगे जो आपकी पीठ पीछे हमेशा आलोचना करेंगे। वह आपके बारे में बात कर रहे हैं ये गलत नहीं है लेकिन आप उनकी बातों पर ध्यान दे रहे हैं और ये सोच रहे हैं कि लोग मेरे बारे में क्या कहेंगे तो आप गलत हैं।
अगर कोई आपकी निंदा कर रहा है तो इससे आपको घबराना नहीं चाहिए क्योंकि जब आप कुछ अच्छा करते हैं और खुश रहते हैं तो लोगों को आपमें खामियां निकालना अच्छा लगता है। अगर आप अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं और आपको निंदा से डर नहीं लगता तो यकीन मानिए आप जल्द ही सफल होंगे।
आप ऐसे लोगों से ज़रूर मिले होंगे जो हर बात में खुद को दोषी ठहराते हैं। ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि उनमें आत्मविश्वास की कमी होती है और इसीलिए वे लोग आसानी से किसी की भी बातों में आ जाते हैं और खुद को ही गलत साबित कर देते हैं।
इस दुनिया में हर सफल व्यक्ति ने कभी न कभी असफलता का सामना किया है इसलिए आप हर असफलता के लिए खुद को दोषी ठहराने की बजाय अपनी कमियों को सुधारने पर ध्यान केंद्रित करिए और पहले से बेहतर बनिए।
यदि किसी भी काम को करने से पहले आपके मन में कई नकारात्मक और बुरे विचार आने लगते हैं, तो यह एक बुरी आदत है। अगर आप ये सोचते हैं कि जिंदगी में सारे दुख आपके ऊपर ही हैं तो आप गलत सोचते हैं। आप ये सोचिए कि मुझे कोई समस्या मिली है जिसका हल खुद मुझे ढूंढना है और मेरी ही तरह किसी और को कोई और समस्या मिली है, जिसका हल उसे ढूंढना है।
किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले मन में नकारात्मक और बुरे विचार न लाएं और मुसीबतों का हंसकर और डटकर सामना करें।
निष्कर्ष
इसके अलावा असफल लोग काम को टालते रहते हैं, बिना किसी रूटीन के काम करते हैं, कहते कुछ और हैं और करते कुछ और हैं, सुनने से ज्यादा बोलते हैं, रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, कोशिश नहीं करना चाहते हैं, समय बर्बाद करते हैं, लोगों से ईर्ष्या करते हैं, आदि। जैसा की आप देख सकते हैं कि असफल लोगों की आदतें सफल लोगों से ठीक विपरित होती है इसीलिए अब से ये मत कहिएगा कि असफल और सफल व्यक्ति में बस कुछ बातों का फर्क होता है।