यदि आप E-commerce के क्षेत्र में कदम रखना चाहते हैं तो Dropshipping Business एक अच्छा स्मॉल-बिज़नेस आईडिया (small-business idea) है, इस क्षेत्र में आपको कम लागत में अच्छा मुनाफा हासिल हो सकता है। केवल आपको थोड़ा ध्यान देने और प्रचार करने की आवश्यकता है। यदि आप भारत में अपना खुद का Dropshipping Business शुरू करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल में आपको इससे संबंधित जानकारी मिलेगी। तो पढ़ते रहिए -TWN
अगर आप अपने 9-5 रूटीन से ब्रेक लेकर अपने खुद के छोटे व्यवसाय के साथ ई-कॉमर्स (e-commerce) की दुनिया में प्रवेश करना चाहते हैं, तो ड्रॉपशिपिंग एक बेहतरीन बिजनेस आइडिया (great business idea) है। यह सबसे सुरक्षित और आसान ई-कॉमर्स व्यवसाय है।
इससे पहले कि हम व्यवसाय के लॉजिस्टिक्स में जाएं (logistics of the business), आइए समझते हैं कि ड्रॉपशीपिंग क्या है? उसके बाद, हम यह जानेंगे कि भारत में ड्रॉपशिपिंग व्यवसाय कैसे शुरू किया जाए?
भारत में ड्रॉपशिपिंग को एक छोटे और सरल लेकिन मुनाफा दिलाने वाले व्यवसाय के रूप में देखा जाता है। इसमें विक्रेता (Seller) इन्वेंट्री या उत्पादों (inventory or products) का रखरखाव नहीं करता है। इस तरह के सेट-अप यानि ड्रॉपशिपिंग में, विक्रेता एक निर्माता (तृतीय पक्ष) की सेवाओं का उपयोग करता है, जो उत्पाद का उत्पादन और वितरण या सप्लाई करता है। अतः विक्रेता को इन्वेंट्री का प्रबंधन करने की आवश्यकता नहीं है, आपको सिर्फ ग्राहकों से ऑर्डर लेना है और सप्लायर को सूचित करना है, और फिर सप्लायर ग्राहक तक उत्पाद पहुंचता है।
आप ऐसे सप्लायर से जुड़ सकते हैं जिसके पास उत्पाद भंडारण के लिए पर्याप्त जगह हो। फिर आप सीधे अपने सभी ऑर्डर उसे भेज सकते हैं, और वह उन्हें संबंधित ग्राहकों तक पहुंचाएगा। यह एक आसान और अच्छा व्यवसाय है जिसमें आपको अधिक परेशान नहीं होना पड़ेगा। यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो अधिक जोखिम नहीं लेना चाहते हैं, लेकिन अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो ड्रॉपशिपिंग एक अच्छा विचार है।
Amazon और eBay ने जबसे ड्रॉपशिपिंग allow किया है तबसे यह और अधिक लोकप्रिय हो गया है। Amazon और eBay जैसी कंपनियां एक छोटा ड्रॉपशिपिंग शुल्क लेती हैं और आपको अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेचने की अनुमति देती हैं। आज के समय में, ड्रॉपशीपिंग व्यवसाय एक अरब डॉलर का उद्योग बन गया है जिसमें बहुत अधिक स्कोप है। हालांकि, यह हम सभी जानते हैं कि कोई भी व्यवसाय बिना चुनौतियों के नहीं किया जा सकता।
आइए जानें कि 5 चरणों में भारत में अपना खुद का ड्रॉपशिपिंग व्यवसाय Dropshipping Business कैसे स्थापित करें:
ड्रॉपशीपिंग व्यवसाय खोलने का पहला कदम एक विश्वसनीय सप्लायर खोजना है। इसके लिए आपको चारों ओर रिसर्च करना होगा और यह पता लगाना होगा कि कौन सा सप्लायर टीम बनाने में सक्षम है और उस पर भरोसा किया जा सकता है। यह निर्णय महत्वपूर्ण है क्योंकि यदि आप गलत सप्लायर के साथ मिलकर काम करते हैं, तो आपका व्यवसाय कुछ ही समय में नीचे जा सकता है। ऑनलाइन ग्राहक सर्विस को लेकर बहुत सतर्क रहते हैं, और यदि उन्हें गुणवत्तापूर्ण सेवा नहीं मिलती है, तो वे आपसे फिर से खरीदारी नहीं करेंगे। इसलिए पहले एक अच्छा सप्लायर सुनिश्चित करें।
एक और बड़ा फैसला यह तय करना होगा कि आप किन उत्पादों को बेचना चाहते हैं। यह प्रक्रिया सप्लायर चुनने के बाद आता है, क्योंकि यदि आपने कोई उत्पाद चुना है, लेकिन अपने आस-पास इसका एक अच्छा सप्लायर नहीं खोज पाए तो आपकी मेहनत भी बेकार जायेगी। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि पहले अपना सप्लायर चुने और फिर उत्पाद चुनें। एक बार जब आप एक सप्लायर ढूंढ लेते हैं, तो आप आसानी से रिसर्च कर सकते हैं कि कौन सा उत्पाद सबसे अधिक बिकता है और कौन सा उत्पाद आपको सबसे अधिक लाभ दिलाएगा।
जब से सरकार ने GST पेश किया है, सभी व्यवसायों के लिए GSTIN का होना अनिवार्य हो गया है। आपको अपनी कंपनी को पंजीकृत करना होगा और अपने सप्लायर को अपना GSTIN प्रदान करना होगा। लेकिन यदि आप व्यवसाय चलाने वाले एक अकेले व्यक्ति हैं, तो आप बिना किसी GSTIN के अपना खुद का ड्रॉपशिपिंग व्यवसाय आसानी से चला सकते हैं। यह आपके लिए राहत की बात है! लेकिन किसी भी कानूनी झमेले से बचने के लिए पहले यह सुनिश्चित कर लें।
आपको एक आकर्षक और उपयोग करने में आसान, वेबसाइट बनानी होगी। जिसमे आपके द्वारा बेचे जा रहे सभी उत्पादों एवं उन के संबंधित विवरणों दर्ज होंगे। याद रखें कि आपकी वेबसाइट प्रोफेशनल और अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई होनी चाहिए क्योंकि ऑनलाइन ग्राहकों बेकार और पुरानी वेबसाइट की तरफ बिलकुल भी आकर्षित नहीं होते। जो कोई भी आपकी वेबसाइट पर जाता है, उसपर आपके व्यवसाय का अच्छा प्रभाव पड़ना चाहिए।
अपने उत्पादों को सूचीबद्ध करें और अपने ब्रांड (Brand) की मार्केट बनाएं। उत्पाद की तस्वीरों के साथ-साथ उससे संबंधित सभी महत्वपूर्ण विवरणों को भी दर्ज करें, इसके लिए आप अपने सप्लायर से भी पूछ सकते हैं। उत्पादों की सही तस्वीरों ही अपलोड करें जिससे कि ग्राहक ठीक तरह से समझ पाएं कि वो क्या खरीद रहे हैं। इसके बाद आता है ब्रांडिंग और मार्केटिंग पार्ट (branding and marketing part)। आपकी वेबसाइट पर अधिक ट्रैफ़िक आकर्षित करने के लिए मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग (Marketing and advertising) महत्वपूर्ण है। तो एडवरटाइजिंग वाले स्टेप को ध्यान पूर्वक कीजिये क्योंकि इससे आपके मुनाफे पर बहुत प्रभाव पड़ेगा।
इस व्यवसाय में उत्पादों के लिए इन्वेंट्री प्रबंधन का कोई तनाव या लागत नहीं है।
आप दुनिया भर के विभिन्न उत्पादों को अपने ऑनलाइन स्टोर से जोड़ सकते हैं।
उत्पादन और साथ ही भंडारण या रखरखाव दोनों ही, सप्लायर या आपूर्तिकर्ता द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
ड्रॉप शिपर मार्केटिंग और अन्य माध्यमों से आसानी से अपने प्रोडक्ट का प्रचार कर सकता है और व्यवसाय के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर सकता है।
व्यवसाय का संचालन किसी विशिष्ट स्थान तक सीमित नहीं होता, आप किसी भी शहर में अपने ग्राहक बना सकते हैं।