Zepto ने 10 मिनट क्विक कॉमर्स के साथ गुजरात में विस्तार किया

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Zepto ने 10 मिनट क्विक कॉमर्स के साथ गुजरात में विस्तार किया
19 Sep 2024
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News Synopsis

भारत में सबसे तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म में से एक ज़ेप्टो Zepto ने गुजरात की संभावनाओं का लाभ उठाने की योजना बना रहा है। कंपनी का लीडरशिप प्लेटफॉर्म के विकास के बारे में आशावादी है, क्योंकि स्टेट में कंस्यूमर्स के बीच समझदार कंस्यूमर प्रैकिटस और हाई टेक अपनाने की प्रवृत्ति है।

ज़ेप्टो इस साल के अंत तक सूरत, राजकोट और वडोदरा में भी विस्तार करने की योजना बना रहा है। 

ज़ेप्टो के चीफ ब्रांड ऑफिसर चंदन मेंदिरत्ता Chandan Mendiratta Chief Brand Officer Zepto ने कहा "ज़ेप्टो बिज़नेस में सस्टेनेबल प्रैकिटस पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करता है। हम गुजरात की आबादी की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उत्साहित हैं, साथ ही डायरेक्ट पार्टनरशिप के माध्यम से लोकल फार्मर्स और बिज़नेस का समर्थन भी करते हैं।"

भारत में क्विक कॉमर्स मार्केट भारत में सबसे तेजी से बढ़ते क्षेत्रों में से एक है। ब्लिंकिट, इंस्टामार्ट और ज़ेप्टो जैसे खिलाड़ियों के लीड में मार्केट सेगमेंट 2021-23 के बीच 230% रेट से बढ़ा।

भारतीय क्यू-कॉमर्स पर स्टेटिस्टा की रिपोर्ट के अनुसार इस सेगमेंट का रेवेनुए 2028 तक 8.8 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। सेगमेंट का वर्तमान रेवेनुए 2024 में 3.3 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है, जबकि 2019 में रेवेनुए सिर्फ 6.24 मिलियन था।

चंदन मेंदिरत्ता ने कहा "आखिरकार, सभी क्विक कॉमर्स बिज़नेस केवल एक चीज पर निर्भर करते हैं, ऑपरेशनल एफिशिएंसी। ज़ेप्टो अपने कॉम्पिटिटर्स से इस मायने में आगे है, कि हम एक ऐसी सिस्टम बना रहे हैं, जो सप्लाई चेन से मेडिएटर्स को समाप्त करती है। किसानों और ओरिजिनल प्रोडूसर्स के साथ सीधे काम करके ज़ेप्टो एक मूल्य लाभ और सुविधा प्रदान करता है, जो प्रोडूसर ज़ेप्टो और कंस्यूमर्स सहित सभी के लिए जीत की स्थिति प्रदान करेगा।"

उन्होंने कहा "हम किसी भी क्षेत्र में मांग की उपलब्धता के आधार पर अपनी विस्तार रणनीति निर्धारित करते हैं। हमें मिल रही मौजूदा मांग के आधार पर ज़ेप्टो का लक्ष्य मार्च 2025 तक एनसीआर दिल्ली सहित 11+ शहरों में मौजूदा 370 स्टोर से स्टोर की संख्या दोगुनी करना है।"

याद रहे कि हाल ही में Competition Commission of India ने ऑनलाइन कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर शिकारी कीमतों पर कार्रवाई करने की आलोचना की थी, और All India Consumer Products Distributors Federation ने डार्क स्टोर्स की इकनोमिक विजबिलिटी, प्रीडेट्री प्राइसिंग, लेबर लॉ विओलेशन्स और क्विक कॉमर्स सेगमेंट में एकाधिकारवादी प्रवृत्तियों के बारे में कई मुद्दे उठाए हैं। 

चंदन मेंदिरत्ता ने कहा "हम पहले से असंगठित मार्केट सेगमेंट को व्यवस्थित करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सभी स्टेकहोल्डर्स के लिए जीत की स्थिति बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हालांकि हम यह नहीं कह सकते कि इंडस्ट्री को रेगुलेट करने के लिए अधिकारी क्या रणनीति तैयार करेंगे, लेकिन यह न केवल क्यू-कॉमर्स इंडस्ट्री के लिए बल्कि कंटेंट राइटर और आर्टिस्ट्स जैसे गिग वर्कफोर्स वाले अन्य इंडस्ट्री के लिए भी फायदेमंद होगा।"

ज़ेप्टो को प्रतिदिन लगभग सात लाख ऑर्डर मिल रहे हैं, और इसका जीएमवी 1.5 बिलियन डॉलर से अधिक है। यह प्लेटफ़ॉर्म 50,000 से अधिक डिलीवरी पार्टनर्स के साथ 20,000 से अधिक प्रोडक्ट्स प्रदान करता है, और हर महीने 5,000 से अधिक पार्टनर्स जुड़ते हैं।

"ज़ेप्टो अपने डिलीवरी पार्टनर्स और पैकर्स के प्रति विचारशील है। गिग वर्कर्स के लिए अभी तक किसी भी सोशल सिक्योरिटी कोड, पीएफ और बीमा की अनुपस्थिति में ज़ेप्टो हमारे डिलीवरी पार्टनर्स के लिए हेल्थ और दुर्घटना बीमा प्रदान करता है। इसके अलावा हर स्टोर औसतन दो से चार किलोमीटर के दायरे में सेवाएँ प्रदान करता है। इससे पार्टनर्स को 40 किलोमीटर प्रति घंटे से कम की आरामदायक गति से गाड़ी चलाने की सुविधा मिलती है। वर्कर्स को साप्ताहिक आधार पर पेमेंट किया जा रहा है, जबकि इन वर्कर्स के लिए उचित पारिश्रमिक निर्धारित करने के लिए प्रयास, इलाके और मौसम जैसे चर पर विचार किया जाता है', चंदन मेंदिरत्ता ने कहा।