विश्व मच्छर दिवस -रक्त दान करें मगर मच्छरों को नहीं

Share Us

3121
विश्व मच्छर दिवस -रक्त दान करें मगर मच्छरों को नहीं
20 Aug 2021
5 min read

Blog Post

मच्छर भले ही एक छोटा सा कीट है, मगर आपको इस बात से हैरानी होगी कि दुनिया में अन्य जीवों की तुलना में सबसे अधिक मौतें मच्छर की वजह से होती हैं। क्या आप जानते हैं अभी तक युद्ध में हुई मौतों की तुलना में मच्छर के काटे जाने से हुई मौतें, इससे कई गुना अधिक हैं। आज हम आपको मच्छरों के बारे में कुछ रोचक तथ्य बता रहे हैं, जिनके बारे में जानकर आप हैरान हो जायेंगे -

एक मच्छर ने हमें काटा ये उसका जूनून था,

हमने खुजला लिया इसमें हमारा सुकून था,

मगर फिर भी हमने उस मच्छर को नहीं मारा

क्यों कि उसकी रगों में हमारा ही खून था...

आपने वो डायलॉग तो सुना ही होगा कि एक मच्छर आदमी को हिजड़ा बना देता है। आपको लग रहा होगा कि आज हम मच्छरों को इतना महत्व क्यूं दे रहे हैं, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दुनिया में लगभग 250 मिलियन लोग हर साल मलेरिया से संक्रमित होते हैं। इसीलिए हर साल 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है। विश्व मच्छर दिवस 2021 की थीम -जीरो मलेरिया लक्ष्य तक पहुंचना है। आपको पता है मच्छर धरती के सबसे घातक जीव हैं। मच्छरों के काटने से हर साल लगभग 10 लाख लोग मौत की चपेट में आ जाते हैं और यही नहीं अफ्रीका में तो हर 45 सेकंड में मच्छर की वजह से संक्रमित व्यक्ति की मौत हो जाती है। हम मच्छर को एक एक आम कीट समझकर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। मच्छर भले ही एक छोटा सा कीट है, मगर आपको इस बात से हैरानी होगी कि दुनिया में अन्य जीवों की तुलना में सबसे अधिक मौतें मच्छर की वजह से होती हैं। क्या आप जानते हैं अभी तक युद्ध में हुई मौतों की तुलना में मच्छर के काटे जाने से हुई मौतें इससे कई गुना अधिक हैं।

आज हम आपको मच्छरों के बारे में कुछ रोचक तथ्य बता रहे हैं, जिनके बारे में जानकर आप हैरान हो जायेंगे -

1. माना जाता है कि मच्छर डायनासोर के काल से इस धरती पर उपस्थित हैं। आप इसी बात से अंदाज़ा लगा सकते हैं कि विशाल आकार के डायनासोर, जो कितने खतरनाक प्राणियों में से एक थे वो तक नहीं बचे मगर मच्छर आज भी हमारे आस पास मंडरा रहे हैं। यह कितने खतरनाक हैं। 

2. मच्छरों को अफ्रीका, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में मोज़ीज़ कहा जाता है।

3. मच्छरों की दुनिया भर में 3500 से भी अधिक प्रजातियां मौजूद हैं।

4.आइसलैंड दुनिया का इकलौता देश है, जहाँ एक भी मच्छर नहीं पाया जाता।

5. आपको पता है, जो मच्छर हमें काटते हैं वह मादा मच्छर होती है। क्यों कि मादा मच्छरों को अपने अण्डों को विकसित करने के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है, जो उन्हें हमारे खून से मिल जाता है। जब कि नर मच्छर कभी नहीं काटते वे अपना भोजन फूल पत्तियों का रसपान कर ग्रहण करते हैं।

6. मच्छर अपने वजन से तीन गुना अधिक, 3 गुना खून पी सकता है। वह अपने एक डंक से 0.001 से 0.1 मिलीलीटर तक खून चूस लेते हैं। एक इंसान का पूरा खून चूसने के लिए एक मच्छर को हमारे शरीर पर लगभग 1.2 मिलियन बार काटना होगा। अगर मच्छरों को खून न मिले तो यह बच्चे पैदा नहीं कर सकते।

7. मच्छर एक सेकंड में लगभग 500 बार अपने पंख फड़फड़ाता है। इसलिए मच्छर जब हमारे पास होते हैं, तो हमें मच्छरों के भुनभुनाने की आवाज़ सुनाई देती है। मच्छरों की उड़ने की गति बहुत कम होती है, जो कि औसतन 1 से 1.5 मील/घंटा है। ज्यादातर मच्छर 25 फ़ीट की ऊंचाई तक ही उड़ पाते हैं।  

8. वैसे तो मच्छरों की देखने की क्षमता कम होती है। मगर मच्छर, नीले रंग की तरफ जल्दी आकर्षित होते हैं। अगर आपने अभी-अभी केला खाया है, तो भी मच्छरों को अपने आस-पास महसूस कर सकते हैं। अगर आपने किसी मच्छर को मारने का प्रयास किया है, तो वह मच्छर 24 घंटे तक आपके आस-पास तक नहीं भटकेगा।  

9. मच्छरों का जीवनकाल दो महीने से भी कम होता है। नर मच्छरों का जीवनकाल 20 दिन या उससे भी कम जीवन होता है। आमतौर पर मादा मच्छरों का जीवनकाल आदर्श परिस्थितियों में लगभग 6 से 8 सप्ताह होता है। उस अंतराल में मादाएं हर तीन दिनों में अंडे देती हैं और एक बार में लगभग 300 अंडे तक दे देती हैं। 

10.मनुष्य या जीव-जन्तु से निकलने वाली कार्बन डाई ऑक्साइड की वजह से  मच्छर अपने शिकार को 75 फ़ीट दूर से ही भांप लेते हैं।

11. एक शोध के अनुसार बियर पीने वालों को और जिन्हें अधिक पसीना आता है उन लोगों को मच्छर अधिक काटते हैं। और तो और मच्छर इंसान की गंध भी पहचान लेते हैं। वे आसानी से पहचान जाते हैं कि उस व्यक्ति से उसका पहले सामना हुआ है या नहीं। अगर आपका ब्लड ग्रुप O पॉजिटिव है, तो आपको भी मच्छर ज़्यादा परेशान करेंगे।

12. पूरे मानव इतिहास में युद्धों में लगभग 150 मिलियन से 1 बिलियन लोग मारे गए हैं। जबकि मच्छरों द्वारा जनित रोगों द्वारा अब तक 52 अरब लोग मारे गए हैं। इस बात को हम नज़रंदाज़ नहीं कर सकते।

13. मच्छर सिर्फ आपको काटते ही नहीं बल्कि खून चूसने के बाद आपकी त्वचा पर पेशाब भी कर देते हैं। जब मच्छर खून पीने के लिए ज्यादा ही उतावले हो जाते हैं, तो ये कपड़ों में से भी डंक मारने लगते हैं।

14.अगर दुनिया भर के मच्छरों को मारकर इकठ्ठा किया जाए तो पांच किलोमीटर ऊँचा ढेर लग जाएगा। 

15. मच्छरों से बचाव के लिए आप तुलसी के पत्तों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। मच्छर गेंदे के फूल और लहसुन की गंध से दूर भागते हैं। नीम और नारियल का तेल लगाने से भी मच्छर पास नहीं भटकते। यदि आपके शरीर के जिस हिस्से पर मच्छर बैठा हो, तो उस हिस्से को टाइट कर लें ऐसा करने से मच्छर उड़ नहीं पायेगा और आप उसे आसानी से मार सकते हैं।  

मच्छर वजन में भले ही हल्के हों मगर इन्हें हल्के में लेने की भूल बिलकुल ना करें। इन तथ्यों को पढ़कर आप भी सोच रहे होंगे कि अपनी जनसँख्या के साथ-साथ मच्छरों की संख्या पर भी रोक लगाना कितना आवश्यक है।