WhatsApp की फ्री कॉल के मजे जल्द हो सकते हैं खत्म, ये है पूरा मामला

Share Us

635
WhatsApp की फ्री कॉल के मजे जल्द हो सकते हैं खत्म, ये है पूरा मामला
25 Sep 2022
7 min read

News Synopsis

कथित तौर पर दूरसंचार विभाग Department of Telecom (DoT) ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) से इंटरनेट मैसेजिंग और वॉयस कॉलिंग एप्लिकेशन Internet messaging and voice calling applications के नियमन के लिए एक रूपरेखा तैयार करने पर उसके विचार मांगे हैं। रिपोर्ट की मानें तो, यह नियम Meta के स्वामित्व वाले WhatsApp, Signal, Google Meet और इनके जैसे अन्य ऐप और सर्विस जैसे ओवर-द-टॉप over-the-top (OTT) सर्विस प्रोवाइडर्स पर लागू किया जा सकता है। भारत में टेलीकॉम ऑपरेटरों telecom operators, ने कई वर्षों से ट्राई से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि टेलीकॉम के लिए उसके नियम इन सर्विस पर भी लागू हों जो समान कॉलिंग और मैसेजिंग सुविधाएं देते हैं।

न्यूज एजेंसी PTI द्वारा एक अनाम सरकारी कार्यकर्ता का हवाला देते हुए बताया गया कि इंटरनेट टेलीफोनी  internet telephony पर ट्राई की पिछली सिफारिशों को DOT द्वारा स्वीकार नहीं किया गया था, जिसके बाद इंटरनेट टेलीफोनी और ओटीटी सर्विस प्रोवाइडर्स पर व्यापक संदर्भ मांगा गया, जो यूजर्स को कॉल करने और इंटरनेट पर मैसेज भेजने की अनुमति देते हैं। वहीं, TRAI ने पहले कहा था कि OTT सर्विस को विनियमित करने की कोई आवश्यकता नहीं है, और DOT ने पिछले हफ्ते नई टेक्नोलॉजी new technology के साथ बदलते परिवेश के चलते ट्राई से नई सिफारिशें मांगीं।

उस समय, ट्राई ने सिफारिश की थी कि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स internet service providers (ISP) फोन नेटवर्क पर कॉल करने के लिए इंटरनेट टेलीफोनी प्रदान कर सकते हैं, अगर उन्होंने रिपोर्ट के अनुसार इंटरकनेक्शन फीस  interconnection fees का भुगतान किया और वैध इंटरसेप्शन एक्वपमेंट such as apps and services स्थापित किया। गौर करने वाली बात ये है कि, सरकार ने अभी तक ओटीटी सर्विस प्रोवाइडर  regulated OTT service provider को विनियमित करने की योजना की आधिकारिक ऐलान नहीं किया है।