प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर करें प्रण
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आज National Pollution Control Day है। देश और दुनिया में अक्सर देखा जाता है कि जब किसी विशेष दिन की शुरुआत होती है तो उस दिन लोग काफी जागरुकता फैलाने का काम करते हैं, लेकिन क्यों ना प्रदूषण Pollution की समस्या को हर व्यक्ति अपने जीवन की समस्या के रूप में ले और खुद जिम्मेदारी Responsibility उठाए।
आज National Pollution Control Day है। देश और दुनिया में अक्सर देखा जाता है कि जब भी किसी विशेष दिन की शुरुआत होती है तो उस दिन लोग काफी जागरुकता फैलाने का काम करते हैं, लेकिन क्यों ना प्रदूषण Pollution की समस्या को भी हर व्यक्ति अपने जीवन की समस्या के रूप में ले और खुद जिम्मेदारी Responsibility उठाए। अपने आसपास के वातावरण Environment को साफ Clean रखने का प्रण Pledge करें। प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर सारी दुनिया में प्रदूषण को रोकने को लेकर चर्चा की जाती है और इस बात पर अमल भी किया जाता है, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाने के पीछे लोगों में जागरूकता Awareness पैदा करना सबसे बड़ा मकसद है। अगर आप अपने जीवन में प्रदूषण के प्रति जागरूक हैं, तो आप इस दिन को सार्थक बना सकते हैं। साल में केवल एक दिन प्रदूषण के नियंत्रण का जाप करना और अगले ही दिन उसे भूलकर अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में खो जाना सही नहीं है।
आपके दिमाग में अक्सर इस बात को लेकर सवाल पैदा होते होंगे कि, आखिर आप व्यक्तिगत तौर पर प्रदूषण की समस्या से निजात पाने के लिए क्या कर सकते हैं। आप सोचते होंगे कि सरकार और सफाई कर्मी इसे लेकर जो काम कर रहे हैं, वह ही काफी है, लेकिन आप को भी इस बारे में विचार करना होगा कि, आप व्यक्तिगत तौर पर क्या कर सकते हैं और कैसे प्रदूषण की समस्या से खुद को और आपके आसपास रहने वाले हर व्यक्ति को सुरक्षित कर सकते हैं। साथ ही जब एक व्यक्ति इस तरह की पहल करता है तो धीरे-धीरे यह पहल एक लहर की तरह फैलती है। अगर आप सोचते हैं कि, आप प्रदूषण से नियंत्रण की पहल में क्या योगदान Contribution दे सकते हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसी साधारण बातें बताने वाले हैं जिन पर अमल करके आप भी अपना अमूल्य योगदान दे सकेंगे।
देश और दुनिया में बढ़ती धूल से बनता खराब माहौल
भारत से लेकर कई बड़े देशों में प्रदूषण की प्रमुख समस्याओं में में धूल Smoke की समस्या काफी बड़ी है। हर जगह धूल उड़ती है और जिसकी वजह से प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी हो रही है। इस बढ़ती धूल के चक्कर में सांस लेना काफी मुश्किल होता जा रहा है। लोग सांस सम्बंधित बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं दिल्ली Delhi में तो हालत इस कदर खराब हो गए हैं कि, लोगों का वहां जीना मुश्किल हो रहा है। State Of Globel Air के मुताबिक प्रदूषण से जुड़े आंकड़े बताते हैं, साल 2019 में भारत में करीब 16.7 लाख मौतें हो गई थी।। इस आंकड़े से पता चलता है कि प्रदूषण कितनी बड़ी जानलेवा समस्या है।
गांव हो या शहर सब जगह बढ़ रहा प्रदूषण
प्रदूषण की समस्या ना केवल बड़े शहरों Metro Cities में बल्कि गांवों Villages में भी बढ़ती जा रही है। पहले शहरों में ही बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां हुआ करती थीं। लेकिन जिस तरह गाँव में भी औद्योगीकरण हो रहा है वहां भी प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। प्रदूषण की समस्या से शहर और गांव दोनों ही जगहों पर जीना मुश्किल हो रहा है। बड़े शहरों में तो वायु की गुणवत्ता Air Quality Index को लेकर चर्चा भी की जाती है और इसे चेक करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल होता है, लेकिन गांव के लोग तो इस बात से भी वंचित रह जाते हैं कि, वे जिस वातावरण में जी रहे हैं वह सही है भी या नहीं?
आप भी दें योगदान और निभाएं अपनी जिम्मेदारी
सबसे जरूरी बात जो हम आज आपको बताने वाले हैं वह यह है कि आप व्यक्तिगत रूप से प्रदूषण से बचने के लिए क्या कर सकते हैं। अगर आप भी प्रदूषण से स्वयं को अपने आस पास के वातावरण को सुरक्षित करना चाहते हैं, तो अपने आसपास जितने ज्यादा हो सके उतने पेड़ लगाएं tree plantation, कई बड़े शहरों में सरकारी एवं सामाजिक संस्थाएं प्रदूषण की समस्या से निदान पाने के लिए पेड़ लगाने में जुटी हैं। आप भी अपने घर के आस-पास पेड़ लगाना शुरू करें।
इस क्षेत्र में काम कर रहे विशेषज्ञ कहते हैं कि, अगर नीम Neem, जामुन blackberry, आम Mango, आंवला Gooseberry आदि जैसे पेड़ आप के आस पास होंगे, तो यह वायु को प्रदूषित करने वाले तत्वों को दूर करेंगे। जिससे वातावरण शुद्ध होगा।
इसके अलावा आप जिस क्षेत्र में रहते हैं, उस इलाके का निरीक्षण कर सकते हैं और अगर आस-पास गन्दगी देखते हैं तोआप खुद भी सहायता Help कर सकते हैं और लोगों को जोड़कर उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक कर सकते हैं।
कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो प्रदूषण पर नियंत्रण करना तो दूर, कुछ ऐसे काम भी करते हैं जिनसे प्रदूषण बढ़ जाता है, जैसे कचरा कही भी फेंक देना, खाने का सामान फेंक देना आदि, आदतों को छोड़ने के लिए प्रेरित कर एक अच्छा नागरिक बनने की ओर अग्रसर कर सकते हैं।
प्रदूषण से बचाव की राह में हमें खुद जिम्मेदारी उठानी होगी। अगर हम खुद जिम्मेदारी उठाते हैं, तो दूसरों पर दोष देने का सवाल ही पैदा नहीं होता। उम्मीद करते हैं कि आप भी आज से प्रदूषण नियंत्रण में अपना योगदान जरूर देंगे।
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