इंदिरा नूई का सक्सेस मंत्र
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इंदिरा नूई ने पेप्सिको कंपनी में एक सीईओ और चेयरमैन के रूप में काम किया है। उन्हें भारत सरकार ने 2007 में पद्म विभूषण के सम्मान से भी नवाजा है और उनका नाम दुनिया के 100 प्रभावशाली 100 most influential people लोगों में भी शामिल है।
पेप्सिको PepsiCo की पूर्व चेयरमैन इंदिरा नूई Indra Nooyi ने 2001 में पेप्सिको कंपनी ज्वाइन की थी। उन्होंने वहां एक सीईओ और चेयरमैन के रूप में काम किया है। उन्हें भारत सरकार ने 2007 में पद्म विभूषण के सम्मान से भी नवाजा है और उनका नाम दुनिया के 100 प्रभावशाली 100 most influential people लोगों में भी शामिल है।
इंदिरा नूई के लिए ये सब मुकाम हासिल करना आसान नहीं था क्योंकि देश की सबसे बड़ी फूड और बेव्रेज कंपनी पेप्सिको food and beverages company को संभालने के लिए उन्हें कई एडजस्टमेंट करने पड़े। उनका कहना है कि घर और ऑफिस दोनों की जिम्मेदारियों को संभालने में उनकी मां की सीख ने उनकी काफी मदद की थी। आइए जानते हैं कि इंदिरा नूई का सक्सेस मंत्र success mantra of Indra Nooyi क्या है-
1. आत्मविश्वास से आप हर जंग जीत लेंगे
जब इंदिरा नूई छोटी थी तो उनकी मां उन्हें और उनकी बहन को एक टास्क देती थीं। रोज़ डिनर के वक्त उन्हें और उनकी बहन को यह इमैजिन करना पड़ता था कि अगर वे दुनिया की कोई बड़ी नेता बनेंगी तो समाज के लिए क्या करेंगी। दोनों बहनों को डिनर के बाद तैयार किया गया भाषण अपनी मां को सुनाना पड़ता था और जिसका भाषण अच्छा होता था, उनकी मां उसे वोट करती थीं। यह एक असामान्य खेल था और बहुत कम लोग इस तरह का खेल खेलने के लिए अपने बच्चों को प्रेरित करते हैं। इंदिरा नूई बताती हैं कि इस खेल से उनका आत्मविश्वास बढ़ता गया और उनकी मां ने उनका हर कदम पर साथ दिया।
इंदिरा नूई का मानना है कि अगर आपके पास आत्मविश्वास है तो आप जीवन में सब कुछ हासिल कर सकते हैं।
2. अपना पैशन जानें Know your passion
इंदिरा नूरी कहती हैं कि जीवन में सफल बनने के लिए हमें अपने पैशन को जानना होगा। अपने उस कौशल skill को पहचानें जिसमें आप सबसे ज्यादा बेहतर हैं और उसमें सर्वश्रेष्ठ बनें। इंदिरा नूई कहती हैं कि उनका पैशन है किसी भी मुश्किल काम को आसान बनाना। उन्हें जब कोई मुश्किल काम मिलता है तो वह एक स्टूडेंट की तरह सोचती हैं और काम को आसान बना देती हैं।
3. मजबूत रहें Be strong
जब इंदिरा नूई को पेप्सिको का सीईओ बनाया गया था तो वे थोड़ी चिंतित थीं क्योंकि उन्हें लग रहा था कि क्या वह सच में अच्छा काम कर पाएंगी। उनके सामने कई चुनौतियां भी आईं लेकिन उन्होंने हर चुनौती का डट कर सामना किया और मेहनत करना कभी बंद नहीं किया। उनकी मेहनत रंग लाई और कंपनी को जबरजस्त प्रॉफिट भी हुआ।
4. एक ग्राहक की तरह सोचें Think like a consumer
एक सीईओ होने के बावजूद उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैं एक दुकानदार हूं। उनका मानना है कि बिज़नेस को बढ़ाने के लिए आपको हर एंगल से सोचना पड़ेगा। उन्होंने अपनी सोच एक ग्राहक की तरह रखी। कई बार वह किसी रैंडम स्टोर में गईं और एक ग्राहक की तरह सोचा कि कोई ग्राहक उनके प्रोडक्ट को क्यों खरीदना चाहेगा। इसके अलावा पेप्सिको का एक चिप्स था जिसकी साइज थोड़ी बड़ी हुआ करती थी और उसे चबाने में ज्यादा समय लगता था इसीलिए उन्होंने अपने फैक्ट्री के मशीन को बदला और कंपनी ने छोटे आकार के चिप्स बनाने शुरू किए।
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