जानिये दुनिया के 10 सबसे कठिन एग्जाम्स के बारे में

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जानिये दुनिया के 10 सबसे कठिन एग्जाम्स  के बारे में
03 Aug 2022
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परीक्षा एक ऐसी प्रक्रिया है, जो हमेशा मुश्किल रहती है और हर कोई परीक्षा को पास नहीं कर पाता है। वैसे तो जब हम स्कूल जाना शुरू करते हैं तो तभी से ही परीक्षाओं का दौर शुरू हो जाता है। लेकिन आगे जाकर कुछ परीक्षाएं ऐसी होती हैं जिन्हें पास करने का सपना तो हर कोई देखता है लेकिन हर किसी का ये सपना पूरा नहीं हो पाता है। उसके लिए आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ-साथ बहुत ही कठिन परिश्रम करना होता है। छात्रों को कई ऐसी परीक्षाओं का सामना करना पड़ता है, जिसे क्लियर करने में वर्षों लग जाते हैं। भारतीय छात्र अपनी परीक्षाओं को सबसे मुश्किल समझते हैं लेकिन अगर हम दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं के बारे में बात करें तो भारत की कुछ ही परीक्षाएं इस मापदंड को पूरा करती हैं। दुनियाभर में कई ऐसी परीक्षाएं हैं, जिनको क्‍लीयर करना आसान खेल नहीं है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं, दुनिया के उन सबसे मुश्किल परीक्षाओं के बारे में जिनको क्‍लीयर करना सबके बस की बात नहीं है। तो चलिए आज इस आर्टिकल में दुनिया के टॉप-10 सबसे टफ एग्जाम TOP 10 Toughest Exam के बारे में जानते हैं। 

दुनियाभर में कुछ एग्जाम बेहद कठिन हैं। इन एग्जाम को पास करना इतना आसान नहीं है। लेकिन जिसने दुनिया के सबसे कठिनतम एग्जाम को पास कर लिया, समझ लीजिये उसकी उपलब्धि की ख्याति चारों ओर होगी। वैसे तो मानव जन्‍म लेने के बाद से शुरू होने वाली परीक्षाएं जीवन के आखिरी दौर तक चलती रहती हैं। लेकिन परीक्षा शब्‍द को ज्‍यादातर शिक्षा के क्षेत्र से ही जोड़कर देखा जाता है। हर छात्र को स्कूल में पढ़ाई के दौरान कई परीक्षाएं देनी होती हैं, लेकिन ये मात्र एक शुरूआत भर है। यानि आप जैसे-जैसे आगे बढ़ते जाएंगे, इन परीक्षाओं का ग्राफ भी मुश्किल होता जाएगा। ज्‍यादातर छात्र जिस परीक्षा में बैठते हैं, उसे ही सबसे मुश्किल समझते हैं। हम और आप भी भारत में होने वाले कंपटीटिव एग्‍जाम competitive exam को सबसे टफ मानते हैं। इन्‍हें क्रैक करने वाले उम्मीदवारों की संख्‍या भी बहुत कम होती है। लेकिन यदि हम दुनिया की बात करें तो दुनिया में कई ऐसी परीक्षाएं होती हैं, जिन्‍हें पास करने में लोगों की पूरी उम्र निकल जाती है। यहां इस आर्टिकल में हम ऐसे ही के बारे में जानेंगे जिन्‍हें दुनिया में सबसे कठिन माना जाता है। 

दुनिया के 10 सबसे कठिन एग्जाम TOP 10 toughest Exam in the World

गौका परीक्षा Gaokao Exam

चीन China में आयोजित होने वाली गौका परीक्षा को दुनिया में सबसे टफ माना जाता है। यह परीक्षा गौका या National Higher Education Entrance Examination के नाम से जाना जाता है। गौका चीन में एक अनिवार्य परीक्षा है, जिसमें उच्च शिक्षा की चाह रखने वाले प्रत्येक स्टूडेंट को शामिल होना होता है। यह परीक्षा चीन में प्रतिवर्ष होती है, जिसमें करीब एक करोड़ छात्र भाग लेते हैं। एग्जाम देने वालों में से केवल 0.2 प्रतिशत ही इतने अंक हासिल कर पाते हैं कि उन्हें देश के शीर्ष कॉलेजों में प्रवेश मिल सके। यूनिवर्सिटी में दाखिला देने के लिए यह परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है। इस देश में यह एग्जाम छात्रों का भविष्य तय करता है। यह परीक्षा करीब10 घंटे चलती है, जिसमें दो दिन का समय लगता है। इस देश में यह एग्जाम छात्रों का भविष्य तय करता है। चीन में होने वाली यह परीक्षा अमेरिका में SAT एग्जाम और इंग्लैंड में लेवल एग्जाम के बराबर है। यह एग्जाम आमतौर पर हर साल 7 से 9 जून के बीच आयोजित होता है। 

मास्टर सोमेलियर डिप्लोमा एग्जाम Master Sommelier Diploma Exam

इस परीक्षा को विश्‍व की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। ब्रिटेन में मास्टर ऑफ सोमेलियर डिप्लोमा परीक्षा (Master Sommelier Diploma Exam) का आयोजन ऐसे व्यक्तियों द्वारा किया जाता है जिन्हें कोर्ट ऑफ मास्टर सोमेलियर कहा जाता है। 1969 के बाद से जब यह पहली बार ब्रिटेन में आयोजित किया गया था, दुनिया भर में सिर्फ 269 पुरुष और महिलाएं इसमें सफलता हासिल करने में सफल रहे हैं। यह परीक्षा बेवरेजेज लॉलेज, होटल, रेस्टोरेंट और पूरे हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में प्रदान की जाने वाली सेवा में बेहतर मानकों को प्रोत्साहित करने का प्रयास करती है। यह परीक्षा कितनी कठिन है यह आप इस बात से समझ सकते हैं कि पिछले 50 वर्षों में केवल 277 लोग ही इसे क्रैक कर पाए हैं। यह परीक्षा वाइन निर्माता विशेषज्ञ बनने के लिए आयोजित होती है। इस परीक्षा में पास होने की औसत दर मात्र 10% है। इस परीक्षा को चार चरणों में बांटा गया है- इंट्रोडक्टरी, थ्योरी, सर्विस और ब्लाइंड टेस्टिंग। इसमें तीसरे चरण को सबसे टफ माना जाता है, क्‍योंकि टेस्टिंग के दौरान छात्रों को यह बताना पड़ता है कि संबंधित वाइन किस वर्ष और कहां बनी थी। इसमें 25 मिनट में 6 वाईन टेस्‍ट करने पड़ते हैं और ज्‍यादातर लोग इसी चरण में फेल हो जाते हैं। 

यूपीएससी UPSC

यूपीएससी (UPSC) एक सरकारी संगठन है जो भारत की सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Civil Services Exam) आयोजित करने के लिए जिम्मेदार है। UPSC का पूरा नाम Union Public Service Commission (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) यानी संघ लोक सेवा आयोग है। यह भारत के शीर्ष सरकारी अधिकारियों को भर्ती करती है। 100 साल पुरानी इस परीक्षा का पहला मकसद भारतीय विदेश सेवा Indian Foreign Service (IFS), भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) जैसी सिविल सेवा एजेंसियों में रोजगार के लिए प्रतिभाशाली मानी जाती है। भारत में हर साल यूपीएससी द्वारा आयोजित होने वाली सिविल सेवा परीक्षा को विश्‍व का तीसरा सबसे कठिन एग्‍जाम माना जाता है। इसके लिए उम्‍मीदवारों को कई साल तक मेहनत करनी पड़ती है। इस परीक्षा में हर साल लाखों लोग भाग लेते हैं, लेकिन पास होने वाले उम्‍मीदवारों का प्रतिशत बहुत कम होता है। इसमें लगभग 3 लाख छात्र उपस्थित होते हैं और शायद ही उनमें से सिर्फ कुछ सौ चुने जाते हैं। इस एग्‍जाम में बैठने वाले उम्‍मीदवारों में से केवल 0.1 से 0.4 प्रतिशत उम्‍मीदवार ही पास हो पाते हैं। यह परीक्षा तीन चरण में आयोजित की जाती है। पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा को प्रीलिम कहा जाता है, दूसरा चरण मुख्य परीक्षा मेन कहा जाता है, वहीं तीसरे चरण में साक्षात्कार होता है। 

ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन Joint Entrance Examination JEE

भारत में होने वाली एक और कठिन परीक्षा Toughest Exam आयोजित होती है ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE)। भारत में जेईई एडवांस परीक्षा इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है। भारत के टॉप संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के तमाम कॉलेज में एडमिशन के लिए यह परीक्षा आयोजित होती है। इस परीक्षा में तीन-तीन घंटे के दो ऑब्जेक्टिव टाइप के पेपर होते हैं, जिसमें लाखों की संख्या में छात्र शामिल होते हैं, लेकिन मुश्किल से कुछ हजार ही इस परीक्षा में पास हो पाते हैं। इस एग्जाम में 2 राउंड्स होते हैं, प्रिलिमनरी और जेईई मेन। यदि आप प्रिलिमनरी राउंड क्लियर करते हैं तब ही जेईई मेन में बैठ सकते हैं। इसमें लगभग हर साल 14 लाख छात्र परीक्षा प्रिलिमनरी परीक्षा देते हैं, जिसमें कुछ हजार ही जेईई मेन एग्जाम के लिए चुने जाते हैं। एक आंकड़े के अनुसार इसमें सिलेक्शन 0.71% होता है, जो कि बहुत ही कम है। आईआईटी की परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग सिस्टम होने के कारण एग्जाम ओर भी कठिन हो जाता है, इसलिए तो आईटी के कॉलेज सिर्फ भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में मशहूर हैं। इंजीनीयर बनने की इच्छा रखने वाला हर विद्यार्थी आईआईटी में एडमिशन चाहता है और उसके लिए इस परीक्षा में बैठता है। लेकिन सीट कम होने की वजह से कुछ ही लोग इसमें पास हो पाते हैं। जेईई (मेन) में प्रदर्शन के आधार पर जेईई एडवांस परीक्षा देने का मौका मिलता है। जेईई एडवांस परीक्षा के जरिए ही देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी के इंजीनियरिंग कोर्सेज में दाखिला लिया जा सकता है। यह परीक्षा दुनिया की कठिन परीक्षाओं में से एक है। माना जाता है कि इस परीक्षा में 45 बच्चों में से एक बच्चा पास होता है।

सीसीआईई Cisco Certified Internetworking Expert (CCIE)

नेटवर्किंग चैंपियन सिस्को नेटवर्क इंजीनियरों की भर्ती के लिए इस परीक्षा का आयोजन करती है। सिस्को द्वारा आयोजित सीसीआईई परीक्षा को दुनिया के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। सिस्को द्वारा दिया गया यह सर्टीफिकेट दुनियाभर में मान्य है, इस परीक्षा को पास करने वाला व्यक्ति टॉप लेवल का नेटवर्क इंजीनियर माना जाता है, इस सर्टिफिकेशन के लिए लिखित एवं लैब दोनों तरह के एग्जाम होते हैं, लिखित परीक्षा पास करने वाला ही लैब एग्जाम दे पाता है, लैब एग्जाम एक दिन में 8 घंटे की अवधि तक चलता है। इस परीक्षा में उम्मीदवार की विभिन्न क्षमताओं का आकलन किया जाता है। एग्जाम को दो चरणों के तहत छह भागों में विभाजित किया गया है। सिस्को का दावा है कि दुनिया भर में 1 प्रतिशत से कम नेटवर्क इंजीनियर यह सर्टिफिकेशन प्राप्त कर पाते हैं। 

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ऑल सोल्स प्राइस फेलोशिप एग्जाम The All Souls Prize Fellowship Exam

यह एग्जाम The All Souls Prize Fellowship exam ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के ऑल सोल्स कॉलेज की तरफ से आयोजित किया जाता है। यह फैलोशिप परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है। इसका मकसद तर्क और विश्लेषण में असाधारण क्षमताओं वाले छात्रों की पहचान करके कॉलेज को मदद करना है। इस परीक्षा में तीन-तीन घंटे के चार पेपर होते हैं। इस परीक्षा के दौरान हजारों उम्मीदवारों में से हर साल केवल दो सदस्यों को ही फैलोशिप के लिए चुना जाता है। यह दुनिया की सबसे कठिनतम परीक्षाओं में से एक है। यह पुरस्कार ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में सात साल की फेलोशिप है जिसमें आर्थिक पारिश्रमिक, भत्ते और अधिकार शामिल हैं। इसमें पूछे जाने वाले सवाल सब्जेक्टिव होने के चलते बेहद ट्रिकी होते हैं। 

मेन्सा आईक्यू टेस्ट Mensa IQ Test 

मेन्सा दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी हाई आईक्यू सोसायटी है। मेनसा संस्‍था इस परीक्षा से इंसानों का आईक्यू टेस्ट करता है। इस टेस्ट को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। यह दुनिया की सबसे पुरानी IQ सोसाइटी है। मेनसा सोसायटी में सिर्फ वही शामिल होते हैं जिनका इस टेस्‍ट में आईक्यू 98 परसेंटाइल या उससे ज्‍यादा होता है। इस परीक्षा को किसी भी उम्र का व्‍यक्ति भी दे सकता है। यह गैर-लाभकारी संगठन तर्क और समस्या-समाधान जैसे क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं को मापने के इच्छुक सदस्यों के लिए एक बहुत ही कठिन परीक्षा Mensa IQ Test आयोजित करता है। इसमें उम्र की कोई बाधा नहीं है क्योंकि मेन्सा की सदस्यता कम से कम 2 साल की उम्र से लेकर 100 साल से ज्यादा उम्र के लोगों तक के लिए जानी जाती है। मेनसा सोसायटी एक वैश्विक समाज है जिसमें उच्चतम आईक्‍यू वाले लोगों को शामिल किया जाता है।

चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट (सीएफए) Chartered Financial Analyst (CFA)

यह एग्जाम फाइनेंस प्रोफेशनल के सलेक्शन के लिए CFI इंस्टीट्यूट की तरफ से सालाना आयोजित किया जाता है। यह तीन-स्तरीय परीक्षा है। इसे फाइनेंस में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना गया है। 2016 के एक डाटा के अनुसार पूरी दुनिया में मात्र 1 लाख 32 हज़ार चार्टर होल्डर्स हैं। ऐसा देखा गया है कि इस परीक्षा (Chartered Financial Analyst) में कामयाब होने वाले कैंडिडेट की संख्या काफी कम होती है। वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, यह दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। 20 प्रतिशत से कम अभ्यर्थी ही इसे पास कर पाते हैं, वो भी बार-बार प्रयास करने के बाद। एक औसत स्टूडेंट कम से कम चार बार में एग्जाम क्रैक कर पाता है। इस परीक्षा में तीनों लेवल में से हर लेवल के लिए छह घंटे के भीतर 240 प्रश्नों का उत्तर दिया जाना होता है। चार्टर होल्डर बनने के लिये औसतन 4 साल तक का समय लेते हैं, सीएफए के अनुसार प्रोग्राम में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों में 20 फीसदी से भी कम उम्मीदवार सफल होते हैं जो दुनिया की सबसे नामी कंपनियों में काम करते हैं।

ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग Graduate Aptitude Test in Engineering GATE

ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग यानी गेट भारत में इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स के लिए एक कंप्यूटर बेस्ड एनुअल एग्जाम है। इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट को गेट कहा जाता है। यह एक अखिल भारतीय परीक्षा है जो कि इंजीनियरिंग और विज्ञान में स्नातक उम्मीदवारों की व्यापक समझ का परीक्षण करती है। इसमें मास्टर्स डिग्री हासिल कर रहे या सार्वजनिक उपक्रमों में काम कर इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स हिस्सा ले सकते हैं। एक उम्मीदवार के गेट स्कोर उसके या उसके प्रदर्शन के स्तर को दर्शाता है। आईआईटी और एम.टेक जैसे पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के लिये छात्रों के पास गेट स्कोर होना अनिवार्य है। भारत के अलावा, GATE को बांग्लादेश, इथियोपिया, श्रीलंका, सिंगापुर, यूएई, जर्मनी और नेपाल में मान्यता प्राप्त है। IISc और सात अन्य IIT भारत सरकार की ओर से इस परीक्षा का संचालन करते हैं। GATE परीक्षा का बड़ा सिलेबस इस परीक्षा को कठिन बनाता है। हर फरवरी में औसतन 700,000 से ज्यादा उम्मीदवार बैठते हैं। यदि बात की जाये गेट एग्जाम GATE Exam (Graduate Aptitude Test in Engineering) की तो यह एग्जाम इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स के लिए है लेकिन BCA, MCA, MSC के स्टूडेंट्स भी यह एग्जाम दे सकते है। दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटी भी GATE के बेस पर एडमिसन करती है। यदि आप GATE का एग्जाम क्लियर करते हो तो वर्ल्ड की टॉप 100 यूनिवर्सिटी में आपको एडमिसन मिल सकता है। सेंट्रल गवर्नमेंट में टॉप अफसर, सीनियर रिसर्च की जॉब डायरेक्ट सलेक्शन GATE द्वारा हो सकता है। अगर उम्मीदवार MTech कर रहे हो तो आपको सरकार पढ़ाई के साथ हर महीने 12000 रुपये का स्टाइपेंड भी देती है। इस परीक्षा को पास करने वाले उम्मीदवारों की बड़ी से बड़ी कम्पनी में डायरेक्ट सलेक्शन होने की संभावना बन जाती है। 

जीआरई परीक्षा टेस्ट  Graduate Record Examinations GRE Exam

ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशन GRE Exam के बारे अगर आपका सपना विदेश में पढ़ने का है तो आपको यह टेस्ट जरूर देना चाहिए। जीआरई टेस्ट एक अंतरराष्ट्रीय टेस्ट है जिसका आयोजन एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विसेज (ईटीएस) नाम की संस्था द्वारा कराया जाता है। इस टेस्ट को दुनिया का सबसे बड़ा एंट्रेंस टेस्ट माना जाता है। इसके आधार पर कई देशों खासतौर पर संयुक्त राज्य अमेरिका United States of America में ग्रेजुएट स्कूलों या बिजनस ग्रेजुएट स्कूलों में दाखिला मिलता है। दुनिया भर में करीब 700 केंद्रों पर इस टेस्ट का आयोजन होता है। इस एंट्रेंस एग्जाम में प्राप्त किये गए अंको को विदेशो के कई बड़े विश्वविद्यालय मानते हैं और मुख्य तौर पर इस एंट्रेंस टेस्ट में भारत के वो छात्र हिस्सा लेते हैं जो विदेशों में पढ़ने की इच्छा रखते हैं। उन छात्रों के लिए यह एग्जाम बहुत हेल्पफुल होता है। पेपर 3 घंटे 40 मिनट का होता है। पेपर में कुल छह सेक्शंस होते हैं और तीसरे सेक्शन की परीक्षा के बाद 10 मिनट का ब्रेक दिया जाता है। सामान्यतः पर जीआरई के लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट होता है लेकिन कुछ परीक्षा केंद्रों पर पेपर और पेन मोड में भी आप टेस्ट दे सकते हैं।