ग्राहकों की प्रतिभूतियों की सुरक्षा पर तकनीक में भारत सबसे बेहतर: सेबी चीफ
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शुक्रवार को सेबी की अध्यक्ष SEBI Chairperson ने अपने बयान में भारत की तारीफ करते हुए कहा है कि ग्राहकों की प्रतिभूतियों Clients' Securities को संरक्षित करने के मामले में भारत बेहतर है। उन्होंने कहा कि इसकी तकनीक के इस्तेमाल Usage of Technology के मामले में भारत से बेहतर दुनिया में कोई अन्य देश नहीं है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड Securities and Exchange Board of India (सेबी) की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच Madhabi Puri Buch ने कहा कि ग्राहकों की प्रतिभूतियों को संरक्षित करने के लिए तकनीक के इस्तेमाल के मामले में भारत से सबसे बेहतर है।
उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि हमारे यहां ग्राहकों की प्रतिभूतियों की सुरक्षा के लिए प्रौद्योगिकी का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच ने कहा कि विदेशी निवेशक Foreign Investor अक्सर उन्हें कहते हैं कि वह भाग्यशाली हैं कि देश में डेटा और प्रौद्योगिकी की संस्कृति है, जो पूंजी बाजार नियामक की भूमिका को प्रभावी बना रही है। सेबी अध्यक्ष ने 'पूंजी बाजार में डेटा और प्रौद्योगिकी Data and Technology विषय पर हुए कार्यक्रम में अपने व्याख्यान के दौरान कहा है कि पूरे बाजार में तकनीक के क्षेत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है।
हमने प्रतिभूतियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वो किया है जो दुनिया में कहीं भी कभी नहीं किया गया है। आज ग्राहकों की मार्जिन व प्रतिभूतियों की सुरक्षा के मामले भारत से बेहतर दुनिया का कोई भी देश नहीं है। अगर सेबी की बात करें तो, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड Security Exchange Board Of India (SEBI) भारत में प्रतिभूति और वित्त का नियामक बोर्ड है। इसकी स्थापना 12 अप्रैल 1988 में हुई तथा सेबी अधिनियम 1992 के तहत वैधानिक मान्यता Statutory Recognition 30 जनवरी 1992 को प्राप्त हुई।