किताबों का महत्व

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किताबों का महत्व
04 Oct 2021
9 min read

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विश्व के सबसे अमीर लोगों में से एक एलन मस्क का तो यहां तक बोलना है कि उन्होंने स्पेस एक्स जैसी कंपनी को बनाने के लिए रॉकेट साइंस किताबों से ही पढ़ कर सीखी। बिल गेट्स का कहना है कि वह हर साल लगभग 52 से ज्यादा किताबें पढ़ते ही हैं क्योंकि उनको लगता है कि कुछ नया सीखने की कोई उम्र नहीं होती और किताबें के जरिए यह काम बहुत ही आसान हो जाता है। ऊपर दिए गए सभी तथ्यों के आधार पर अब शायद आप यह बात समझ गए होंगे कि किताबें हमारे जीवन में कितना बड़ा किरदार निभाती हैं बस जरूरत है तो सही नजरिए की… और एक सही किताब चुनने की…

“Good books are our best friends.”

किताबें हमें नया जीवन प्रदान करती हैं और उस नए जीवन को जीने का नया नजरिया देती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि किताबें अपने आप में ज्ञान का पूरा भंडार हैं। इतिहास से लेकर साहित्य तक सब कुछ किताबों में पिरोया जा चुका है, जरूरत है तो बस हमको सही जानकारी और सही किताब तक पहुंचने की। 

हम सब को ज़िन्दगी में अपनी उम्मीदों के अनुसार बहुत कुछ हाँसिल करना है। अगर हम अपना जीवन का ज्यादातर समय गलतियां करने में निकाल देंगे और बार-बार वही एक गलती दोहराते रहेंगे, तो ऐसे में हम अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा नष्ट कर देंगें। जोकि हममें से ज्यादातर लोग करते भी हैं। ऐसे में समझदारी इसी में है कि हम लोगों के जीवन के बारे में जानकर और उनके द्वारा की गई गलतियों को समझकर गलतियां दोबारा न दोहराएं। अब जाहिर सी बात है, ऐसा तो है नहीं कि इतिहास से लोग हमारे सामने प्रकट होकर यह सबक देंगे। तो ऐसे में हम उनकी जीवनी के माध्यम से उनकी की गई गलतियों और दिए गए सबक के बारे में पढ़ और समझ कर उन गलतियों का आँकलन करें और उनसे सबक लेकर खुद वह गलतियां न दोहराएं।

उदाहरण के तौर पर मान लीजिए, आपको एक बिजनेसमैन बनना है, तो जाहिर सी बात है आपके पास अभी यह एकमात्र इच्छा भर है। ऐसे में आप बिजनेस की विशेषज्ञों की जीवनी या उससे जुड़ी किताबें पढ़कर, उनसे सबक लेकर आप कम समय और कम पैसा लगाकर ज्यादा से ज्यादा सीख सकते हैं। जैसे कि आप वॉरेन बफेट या बिल गेट्स की जीवनी पढ़कर उनसे सीख सकते हैं या फिर पैसों से जुड़ी मुसीबतों या पैसा बनाने के लिए आप "Rich dad poor dad" या फिर Think and Grow Rich जैसी किताबें पढ़ सकते हैं।

यही तरीका इतिहास और बाकी क्षेत्रों के लिए भी लागू होता है। आप समझ सकते हैं पूरे इतिहास को एक किताब भर में उड़ेल दिया गया है और यह आपको उपलब्ध भी है इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है? एक इंसान अपना पूरा जीवन जीने के बाद एक किताब लिखता है और वह सारा अनुभव आपके पास एक किताब के रूप में सामने रख दिया जाता है। अगर वह व्यक्ति या वह बिजनेसमैन अगर आपके सामने आपसे मिलकर बात भी करे तब भी शायद वह आपको वह सब नहीं बता पाएगा या उतना समय नहीं दे पाएगा जितना कि उसने उस किताब में पिरो दिया है।

आज के समय में एंजायटी और डिप्रेशन दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है, जिसका कारण है आज की तेज रफ्तार भरी ज़िन्दगी और हमारी सीमित सोच, साथ ही हम कम समय में ज्यादा पा लेने की होड़ में लगे रहते हैं। ऐसे में तनाव या एंजायटी से बचने के लिए भी किताबें हमारी बहुत ज्यादा मदद करती हैं। जहां पहले ऐसा माना जाता था कि अगर आपको एंजायटी जैसी कोई भी दिक्कत है, तो कुछ देर म्यूज़िक सुन लेने से या कुछ देर टहल भर लेने से आपकी एंजायटी कम हो जाती है और आपका मानसिक तनाव 64% तक कम हो जाता है जोकि अपने आप में बहुत ही रोचक और बहुत ही बड़ी बात है।यह इंसान को तनाव के दौर से गुजरने में मदद करती है। लेकिन अभी हाल ही एक सर्वेक्षण में पाया गया कि अगर आपको एंजाइटी या किसी भी तरह का मानसिक तनाव है तो लगातार 6- 12 मिनट तक किताब पढ़ने भर से आपका तनाव 68% तक कम हो जाता है, जोकि बहुत ही अचंभित करने वाला तथ्य है।

किताब पढ़ने के सबसे बड़े फायदों में से एक यह भी है कि अगर आप लगातार किताब पढ़ते हैं, तो ज्यादा उम्र के बाद भी आपको भूलने की बीमारी या फिर memory से संबंधित दिक्कतें नहीं आती, जोकि ज्यादातर बड़े बुजुर्गों में होना बहुत ही आम समस्या माना जाता है। कुछ रख कर भूल जाना या पुरानी बातें या चीजें याद ना आना इन्हीं में से एक है। साथ ही अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों का इलाज करने के लिए भी किताबें बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण किरदार निभाती हैं।

विश्व के सबसे अमीर लोगों में से एक एलन मस्क का तो यहां तक बोलना है कि उन्होंने स्पेस एक्स जैसी कंपनी को बनाने के लिए रॉकेट साइंस किताबों से ही पढ़ कर सीखी। बिल गेट्स का कहना है कि वह हर साल लगभग 52 से ज्यादा किताबें पढ़ते ही हैं क्योंकि उनको लगता है कि कुछ नया सीखने की कोई उम्र नहीं होती और किताबें के जरिए यह काम बहुत ही आसान हो जाता है। ऊपर दिए गए सभी तथ्यों के आधार पर अब शायद आप यह बात समझ गए होंगे कि किताबें हमारे जीवन में कितना बड़ा किरदार निभाती हैं बस जरूरत है तो सही नजरिए की… और एक सही किताब चुनने की…