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बीते कुछ वर्षों में मोबाइल और इंटरनेट को लेकर जागरूकता बढ़ी है। जिसमें समय-समय पर काफी बदलाव होते जा रहे हैं। जिसके कारण मोबाइल बैंकिंग में भी तेजी से वृद्धि हुई है। आजकल बैंकों के ज्यादातर लेन देन के कार्य मोबाइल से ही किये जा रहे हैं। इसी को देखते हुए कुछ निवेश कंपनियों ने मोबाइल की सुविधा को देखते हुए निवेश करने और पैसे के लेन देन के कई प्लेटफॉर्म बनाये हैं। लोगों को इन प्लेटफॉर्म से काफी सुविधा होती है। लोग इनमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा भी ले रहे हैं। लोगों ने अपना थोड़ा थोड़ा पैसा निवेश करना शुरू कर दिया है। जिसके कारण उन्हें अच्छा रिटर्न भी मिलता है। देखा जाये तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं। यहाँ तक कि बड़ी से बड़ी फाइनेंस और निवेश कंपनी गांव की तरफ अपना रुख कर रही हैं। हमारे देश में बैंकिंग इंडस्ट्री Banking Industry काफी तेजी से ग्रो कर रही है। यहां बैंक और फाइनेंस से जुड़ी कई हजार शाखाएं कार्य कर रही हैं। माना जा रहा है कि हमारा देश 2040 तक विश्व का तीसरे नंबर का बैंकिंग हब बन जाएगा। इन्हीं सब चीज़ों के कारण आजकल फाइनेंस एडवाइजर Financial Advisor या फाइनेंस से जुड़े प्रोफेशनल विशेषज्ञों की मांग बढ़ती जा रही है। तो चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं कि फाइनेंस एडवाइजर कैसे बने।
आज हमारा देश बैंकिंग इंडस्ट्री Banking Industry के क्षेत्र में काफी प्रगति कर रहा है। माना जा रहा है कि हमारा देश 2040 तक विश्व का तीसरे नंबर का बैंकिंग हब banking hub बन जाएगा। अभी कुछ सालों में मोबाइल और इंटरनेट के प्रति लोगों में जागरूकता काफी बढ़ी है। इस वजह से मोबाइल बैंकिंग Mobile banking में काफी तेजी से वृद्धि हुई है। क्योंकि आजकल लोग कोई भी ट्रांजैक्शन मोबाइल से ही करते हैं। मोबाइल से ज्यादातर लेन देन के कामों में आसानी रहती है। इसलिए निवेश कंपनियों investment companies ने मोबाइल इंटरनेट को देखते हुए निवेश करने और फाइनेंस पर पैसे लेने के प्लेटफॉर्म तैयार किये हैं। फाइनेंस के सेक्टर में हो रहे विकास के कारण आज इस क्षेत्र में करियर की काफी बेहतर संभावनाएं बनी हैं। अपने कस्टमर्स की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए और जरुरी सलाह देने का काम फाइनेंशियल एडवाइजर करते हैं। इनका मुख्य काम अपने ग्राहकों को निवेश, बीमा, बचत योजनाओं, कर्ज Investments, Insurance, Savings Schemes, Loans आदि के बारे में सही सलाह देना होता है। साथ ही यह भी सुनिश्चित करना होता है कि ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा मुनाफा और कम से कम नुकसान हो। फाइनेंशियल एडवाइजर Financial Advisor कॉमर्स से जुड़ा एक उभरता हुआ करियर है। अगर आप भी कॉमर्स बैकग्रॉउंड से जुड़े हुए फाइनेंस के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोच रहे हैं तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला है। चलिए इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि फाइनेंशियल एडवाइजर कैसे बने ?
How to become a Financial Advisor?
योग्यता Qualification
फाइनेंस सेक्टर में करियर बनाने के लिए आप कैट एग्जाम CAT Exam के जरिए भारत के किसी भी अच्छे कॉलेज में ऐडमिशन ले सकते हैं। इस सेक्टर में उच्च शिक्षा के लिए किसी भी स्ट्रीम में बैचलर डिग्री Bachelor Degree का होना जरूरी है। बैंकिंग सेक्टर banking sector में जाने के लिए आपको बारहवीं की परीक्षा कॉमर्स से पास करने के बाद ग्रेजुएशन Graduation में बी-कॉम करे। ऐसा करने से आपको बैंकिंग सेक्टर के बारे में जानकारी हो जाएगी। इसके अलावा अर्थशास्त्र Economics में भी ग्रैजुएट कर सकते हैं। पहले केवल कॉमर्स के छात्र ही इस क्षेत्र में भविष्य बनाते थे, लेकिन इसके बढ़ते क्षेत्र को देखते हुए बीएससी (मैथ-बायो), बीए, बीबीए और बीई/बीटेक के छात्र भी एडमिशन ले सकते हैं। चार्टर्ड एकाउंटेंसी Chartered accountancy और कॉस्ट एंड वर्क्स एकाउंटेंसी करने वाले छात्र फाइनेंस में एमबीए करना पसंद करते हैं। इस सेक्टर में उच्च शिक्षा के लिए किसी भी स्ट्रीम में बैचलर डिग्री का होना जरूरी है। वैसे बैंकिंग सेक्टर में ज्यादातर छात्र फाइनेंशियल मैनेजमेंट में मास्टर, इकोनॉमिक्स या कॉमर्स में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद कदम रखते हैं।
कोर्स Course
इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आप चाहें तो एमबीए इन फाइनेंस, एमएस इन फाइनेंस, मास्टर डिग्री इन फाइनेंशियल इंजीनियरिंग, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस, एडवांस डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस, मास्टर्स इन कमोडिटी एक्सचेंज MBA in Finance, MS in Finance, Master Degree in Financial Engineering, Post Graduate Diploma in Banking and Finance, Advance Diploma in Banking and Finance, Masters in Commodity Exchange आदि जैसे कोर्स कर सकते हैं। इसके अलावा, फाइनेंस के क्षेत्र में नए कोर्सेज, जैसे कि बिहेवियरल फाइनेंस, फाइनेंशियल इंजीनियरिंग, फाइनेंशियल प्लानर, फाइनेंशियल रिस्क मैनेजमेंट, प्राइवेट इक्विटी, अप्लाइड फाइनेंस Behavioral Finance, Financial Engineering, Financial Planner, Financial Risk Management, Private Equity, Applied Finance आदि जैसे कोर्स भी उपलब्ध हैं।
नौकरी के मौके Job Opportunities
आज के समय में हर जगह फाइनेंशियल एडवाइजर की मांग बहुत ज्यादा है। यदि आप इस क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो फाइनेंशियल मैनेजमेंट financial management के कोर्स करने के बाद आप किसी अच्छी कंपनी में टैक्स इंस्पेक्टर, ऑडिटर, अकाउंटेंट, इकोनॉमिस्ट, इंश्योरेंस सेल्स एजेंट, लोन ऑफिसर पर्सनल फाइनेंशियल एडवाइजर, , रेवेन्यू एजेंट, टैक्स इंस्पेक्टर Tax Inspector, Auditor, Accountant, Economist, Insurance Sales Agent, Loan Officer Personal Financial Advisor, Revenue Agent, Tax Inspector आदि के तौर पर काम कर सकते हैं। आप फाइनेंस में ग्रेजुएशन करने के बाद किसी बिजनेस अखबार, पत्रिका आदि में संवाददाता और वित्तीय विश्लेषक financial Analyst के रूप में काम कर सकते हैं। इसके अलावा बैंक, इंश्योरेंस और ट्रेडिंग कंपनियां Banks, insurance and trading companies अपने वित्तीय उत्पादों कर्ज, इंश्योरेंस, शेयर, ब्रांड्स और म्युच्युअल फंड को बेचने के लिए फाइनेंशियल एडवाइजर्स को नियुक्त करती है। सिर्फ भारत में ही नहीं विदेशों में भी फाइनेंशियल एडवाइजर्स की मांग बहुत ज्यादा है। आप इंटरनेशनल फाइनेंसिंग कंपनी, लैंडिंग एंड बॉरोइंग, मल्टी करेंसी ट्रेडिंग आदि फाइनेंशियल कंपनियों में नौकरी की तलाश कर सकते हैं। फाइनेंशियल एडवाइजर, फाइनेंशियल एनालिस्ट financial analyst, फाइनेंशियल प्लानर Financial planner, वेल्थ मैनेजमेंट (wealth management) प्रोफेशनल्स आदि जैसे पेशेवर की डिमांड सरकारी बैंक government bank, प्राइवेट बैंक, विदेशी बैंक Private Bank, Foreign Bank में काफी है। आपको एचडीएफसी (HDFC), आईसीआईसीआई (ICICI) आदि प्राइवेट बैंकों के साथ विदेशी बैंक जैसे-एबीएन मरो, सिटीगोल्ड वेल्थ मैनेजमेंट, सिटी बैंक, डच बैंक, एचएसबीसी (HSBC) आदि में नौकरी के पूरे मौके हैं। यानि आप यदि कॉमर्स और इकोनॉमिक्स (economics) से ग्रेजुएट हैं, तो इंटरनेशनल फाइनेंस कंपनियों (finance companies) आदि में जॉब की तलाश आसानी से कर सकते हैं। साथ ही आप जैसे बजाज कैपिटल, कोटक सिक्योरिटीज, आनंद राठी इंवेस्टमेंट Bajaj Capital, Kotak Securities, Anand Rathi Investment में भी जॉब्स के मौके ढूँढ सकते हैं। फाइनेंशियल एडवाइजर के तौर पर आपके पास कई तरह के जॉब आप्शंस मौजूद होते हैं। इसके साथ ही बैंक, इंश्योरेंस और ट्रेडिंग कंपनियां अपने वित्तीय उत्पादों, जैसे- लोन, इंश्योरेंस, शेयर, ब्रैंड्स और म्यूचुअल फंड mutual fund को बेचने के लिए फाइनेंशियल एडवाइजर को नियुक्त करती है।
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सैलरी Salary
फाइनेंस के सेक्टर में हो रहे विकास के कारण आज इस क्षेत्र में करियर की काफी बेहतर संभावनाएं बनी हैं। यदि आप फाइनेंशियल एडवाइजर Financial advisor के तौर पर जॉब करते हैं तो शुरुआत में आपको करीब 20 हजार से 30 हजार रुपये प्रति माह सैलरी आसानी से मिल जायेगी। फाइनेंस एडवाइजर के तौर पर करियर की शुरुआत करने पर ज्यादातर कंपनियां सैलरी के साथ-साथ कमिशन भी देती हैं। धीरे धीरे अनुभव बढऩे के साथ-साथ आपकी सैलरी 1 लाख से 2 लाख रुपये प्रतिमाह हो सकती है। यानि इस क्षेत्र में यदि आप एक विशेषज्ञ बन जाते हैं तो आप लाखों रुपये महीने के भी कमा सकते हैं।
मुख्य संस्थान Main Institution
डिपार्टमेंट ऑफ फाइनैंशल स्टडीज, दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली Department of Financial Studies, University of Delhi, New Delhi
द इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनैंशल एनालिस्ट ऑफ इंडिया, हैदराबाद The Institute of Chartered Financial Analyst of India, Hyderabad
टीकेडब्लूएस इंस्टिटयूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनैंस, नई दिल्ली TKWS Institute of Banking and Finance, New Delhi
इंस्टिट्यूट ऑफ फाइनैंशल मैनेजमेंट एंड रिसर्च, चेन्नई Institute of Financial Management and Research, Chennai
जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, भुवनेश्वर Xavier Institute of Management, Bhubaneshwar
फाइनेंशियल एडवाइजर का काम Financial Advisor Job
देखा जाये तो ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में न सिर्फ भारतीय अर्थव्यवस्था में अभूतपूर्व बदलाव आया है, बल्कि इसने भारतीय कॉर्पोरेट सेक्टर Indian Corporate Sector को भी नई दिशा दी है। युवा पीढ़ी आजकल चुनौतीपूर्ण कोर्सेज करने में काफी दिलचस्पी रखने लगी है। फाइनेंशियल एडवाइजर के काम की बात करें तो फाइनेंशियल एडवाइजर अपने ग्राहकों की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए उपयोगी सलाह देने का काम करते हैं। फाइनेंशियल एडवाइजर का मुख्य काम अपने ग्राहकों को निवेश, बीमा, बचत योजनाओं, कर्ज आदि के बारे में सही सलाह देना है। इसके अलावा इनका काम ग्राहकों को अधिक से अधिक मुनाफा और कम से कम नुकसान कराना है।
फाइनेंशियल एडवाइजर की चुनौतियां Financial advisor challenges
फाइनेंशियल एडवाइजर को कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है। क्योंकि फाइनेंस और बैंकिग से जुड़े कानून समय समय पर बदलते रहते हैं। इसके लिए जरुरी है कि आपको अपने आपको अपडेट रखना है। इस क्षेत्र में एक्सपर्ट बनने के लिए आपको इस क्षेत्र के सभी कामो के बारे में जानकारी प्राप्त करनी होगी अन्यथा इसमें नुकसान की अधिक संभावना रहती है। क्योंकि इसमें बिना जानकारी के आप गलतियां कर सकते हैं। इसमें सारा काम पैसों के लेन देन से जुड़ा होता है। साथ ही इस काम में आपके ऊपर काम का प्रेशर भी रहता है और आपके अंदर इस दबाव को सहन करने की काबिलियत भी होनी चाहिए।
फाइनेंसियल एडवाइजर के लिए अन्य स्किल Other Skills for Financial Advisor
फाइनेंसियल एडवाइजर के लिए अन्य स्किल की भी जरुरत होती है। कॉर्पोरेट सेक्टर में नई-नई नौकरियां सामने आ रही हैं। यदि आप भी फाइनेंस के क्षेत्र में एक अच्छा करियर बनाना चाहते हैं तो आपके पास फाइनेंस की डिग्री के अलावा कुछ अन्य योग्यता का होना भी जरुरी है। क्योंकि आज के समय में कॉम्पिटिशन हर क्षेत्र में है। जितनी अधिक आपके पास स्किल होंगी उतनी ही आसानी से आपको नौकरी मिलेगी। फाइनेंसियल एडवाइजर बनने के लिए आपके अंदर धैर्य, कार्य के प्रति अनुशासन, अपनी बातों को सही तरीके से बोलने की कला एवं मार्केटिंग स्किल Patience, discipline towards work, the art of speaking your words in the right way and marketing skills तो होना ही चाहिए लेकिन इसके साथ साथ टीम वर्क, ग्राहकों और कंपनियों से जुडी समस्याओं का समाधान करने की क्षमता, मैथ्स की अच्छी जानकारी, कंप्यूटर की जानकारी होना भी अत्यंत आवश्यक है।
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