राष्ट्रमंडल महासचिव ने सदस्य देशों के साथ यूपीआई तकनीक पर की भारत की तारीफ

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राष्ट्रमंडल महासचिव ने सदस्य देशों के साथ यूपीआई तकनीक पर की भारत की तारीफ
28 Oct 2022
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News Synopsis

यूपीआई UPI को लेकर भारत की प्रशंसा Commendation of India दुनियां भर में की जा रही है। इसी कड़ी में एकीकृत भुगतान इंटरफेस Unified Payments Interface (यूपीआई) पेमेंट के प्रस्ताव वाले कदम पर भारत की सराहना एक बार फिर की गई है। राष्ट्रमंडल महासचिव  Commonwealth Secretary General पेट्रीसिया स्कॉटलैंड  Patricia Scotland ने इस कदम को परिवर्तनकारी बताते हुए अन्य सदस्य देशों के साथ अपनी यूपीआई तकनीक UPI technology साझा करने के भारत के प्रस्ताव का स्वागत किया है। दरअसल, भारत ने 12 अक्टूबर को कॉमनवेल्थ बैंक ऑफ गवर्नर्स Commonwealth Bank of Governors की बैठक के दौरान यह प्रस्ताव दिया था। अगर यूपीआई की बात करें तो, ये एक तत्काल रीयल-टाइम भुगतान प्रणाली Instant Real-time Payment System है जो इंटर-बैंक पीयर-टू-पीयर  Inter-Bank Peer-to-Peer लेनदेन की सुविधा प्रदान करती है।

मोबाइल के माध्यम से की जाने वाली पेमेंट करने पर कोई अतिरिक्त शुल्क लागू नहीं होता है। स्कॉटलैंड  Scotland ने कहा कि, इस माध्यम ने कैशलेस अर्थव्यवस्था Cashless Economy में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया National Payments Corporation of India द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में यूपीआई के इस्तेमाल से देश में 11 लाख करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ है। उन्होंने कहा कि अपनी तकनीक को दूसरों के साथ साझा करने की भारत की इच्छा इसे अन्य देशों से अलग बनाती है। उन्होंने आगे कहा कि, भारत का यह अच्छा कदम है और इस तकनीक को साझा करने की इच्छा है। भारतीय बैंक ने हमारी सरकारी बैंक शासन बैठक में संकेत दिया है कि वे इस यूपीआई के लिए अन्य सदस्य राज्यों के साथ तकनीक को साझा करने के लिए तैयार हैं।

56 देशों के समूह के महासचिव ने कहा कि इस खुलेपन और उदारता का बहुत स्वागत है। उन्होंने कहा कि, भारत ने यूपीआई के जरिए पेमेंट के ऑप्शन पर अन्य देशों को एक राह दिखाई हैं। भारत ने न केवल इस तकनीक को विकसित किया है, बल्कि जनता की भलाई के लिए दूसरों के साथ साझा करने के लिए तैयार है। यह संभावित रूप से परिवर्तनकारी रहा है, क्योंकि भारत ने इसमें एक उज्जवल भविष्य देखा है। मॉरीशस Mauritius में राष्ट्रमंडल के कानून मंत्रियों की बैठक होगी। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान इस तकनीक को रखा जाएगा।