Chipotle कंपनी में CEO की शुरुआत और डिजिटल बदलाव

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Chipotle कंपनी में CEO की शुरुआत और डिजिटल बदलाव
16 Dec 2021
8 min read

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ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि, आप किसी ताजा-तरीन खबर की वजह से अपनी नई नौकरी को हासिल कर पाएं, चिपोटल Chipotle के सीईओ बनने की कहानी टीवी पर चलने वाली एक बड़ी खबर से शुरु हुई।

ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि, आप किसी ताजा-तरीन खबर की वजह से अपनी नई नौकरी को हासिल कर पाएं, चिपोटल Chipotle के सीईओ बनने की कहानी टीवी पर चलने वाली एक बड़ी खबर से शुरु हुई। यह किस्सा साल 2015 का है, जब एक मैक्सिकन फूड चेन Mexican Food Chain, जिसका नाम Chipotle Mexican Grill है, वह बुरे दौर से गुजर रही थी।

 साल 2017 में इस कंपनी ने एक अच्छे लीडर को खोजने की शुरुआत की जो कंपनी को अच्छी तरह संभाल सके। इत्तेफाक कुछ यूं हुआ कि इस खबर को जानने के बाद ब्रायन निकोल Brian Niccol को यह काम दिलचस्प नजर आया। निकोल पहले भी इस तरह का काम कर चुके थे और उन्हें इस बात का अनुभव था कि किस तरह एक फूड चेन को अच्छी तरह चलाया जा सकता है। इससे पहले वह टाको बेल Taco Bell नामक कंपनी में चीफ मार्केटिंग और इनोवेशन ऑफिसर थे। उन्हें पता था कि, सभी कंपनियों में बड़ी प्रतियोगिता है, लेकिन उन्होंने चिपोटल में जाने का मन बना लिया था। साल 2018 में निकोल ने चिपोटल के सीईओ का कार्यभार संभाला और उनका एक ही मकसद था। वह चाहते थे, हर ग्राहक जब उनके पास आए, तो उनका अनुभव बेहतरीन रहे।

निकोल के कार्यकाल में हुई जबरदस्त बढ़ोतरी

जब निकोल काम कर रहे थे, इस दौरान चिपोटल की बिक्री 30% तक बढ़ गई। जिसकी मदद से प्रति शेयर के रूप में 60% की आय में भी बढ़ोतरी हुई। स्टॉक की कीमतों में 500% तक की वृद्धि देखने को मिली। इस दौरान केवल कंपनी को ही फायदा नहीं हुआ। सभी कार्य कर रहे कर्मचारियों के वेतन में भी वृद्धि हुई।

सभी की सुनते थे निकोल

निकोल के कार्यकाल के दौरान करीब 1,00000 कर्मचारियों को बड़ा फायदा हुआ। सभी विभागों में काम कर रहे लोग उनके निर्णयों को पसंद कर रहे थे। उनकी खासियत यह थी कि, वह सभी की बात को सुनते थे, समझते थे और फिर निर्णय लेते थे। लोगों पर निर्णय थोपने के बजाय वह उनकी बात सुना करते थे। अपने सभी प्रबंधकों Managers की बात सुनने के बाद ही वह किसी अंतिम निर्णय पर पहुंचते थे। 

एक सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा था कि, लोगों पर राज करने के लिए उन्हें समझना बेहद जरूरी है, नतीजों से ज्यादा, उन्हें समझ में आना चाहिए कि आप उनका भला चाहते हैं। जब आप समझ जाते हैं कि, आपके ब्रांड को क्या शानदार बनाता है, तो आपको हर किसी को महत्व देना होगा।

ईमानदारी के साथ भोजन

उस दौरान चिपोटल का मोटो Moto था, Food With Integrity यानी की ईमानदारी के साथ भोजन। यह उनका आदर्श वाक्य हुआ करता था। इसे लेकर निकोल कहते थे, हमारी कंपनी को एकजुट करने के लिए यह आदर्श वाक्य है। हम छोटे किसानों, जानवरों और ब्रह्मांड के सभी ग्रहों की परवाह करते हैं। इस तरह की सोच रखने का ही नतीजा है कि, चिपोटल कंपनी को निकोल ने बड़ी ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।

निकोल के काम का प्रभाव

निकोल के काम के दौरान कंपनी ने बेहतरीन विकास और सफलता अर्जित की है। उनके कार्यकाल के दौरान एक लाख से ज्यादा कर्मचारी साथ जुड़े जो पहले 85000 हुआ करते थे। कंपनी पहले 2400 जगहों पर काम किया करती थी, लेकिन निकोल की बेहतरीन योजना और रणनीतियों के चलते यह संख्या बढ़ती चली गई। उन्होंने इस दौरान कंपनी के हर विभाग में बदलाव और नई योजनाओं के साथ काम किया। मार्केटिंग Marketing हो या ऑपरेशन Operations या फिर ग्राहक सेवा Customer Service हर चीज में उन्होंने अव्वल होने का मुकाम हासिल किया।

डिजिटल बदलाव बना सफलता का जरिया

महामारी के दौरान देश और दुनिया में कई फूड बिजनेस की हालत खस्ता हो चुकी थी, लेकिन निकोल के नेतृत्व में महामारी के दौरान भी सफलता का जरिया अपनाया और डिजिटल तकनीक Digital Technology को अपनाकर इस मैक्सिकन फूड चेन का विकास किया। उन्हें पता था कि ग्राहक इस डिजिटल युग में डिजिटल को जरूर चुनेंगे। निकोल हमेशा कहा करते थे कि, सफलता आपके निर्णय लेने पर निर्भर करती है। जब भी आप किसी अवसर को देखें तो अस्थायी ना बनें। उन्होंने डिजिटल सेवाओं को दुरुस्त बनाने के लिए डिजिटल ऑर्डर्स के लिए अलग रसोई और सामान्य ऑर्डस Orders के लिए अलग रसोई के निर्माण पर ध्यान केंद्रित किया। जिसकी मदद से कर्मचारियों पर भी ज्यादा भार नहीं बढ़ा और काम सुचारू रूप से चलता रहा।

47 वर्षीय निकोल हमेशा व्यक्तिगत लक्ष्यों से परे सोचते हैं और हमेशा कंपनी को तवज्जो देते हैं। उनका मकसद था कि वह खाने के पदार्थों के बिजनेस की दिशा को बदलें और अच्छी दुनिया बनाएं, उन्होंने इस बात को पूर्ण रूप से साबित भी किया है।