व्यवसाय का लाइफ-साइकिल?

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व्यवसाय का लाइफ-साइकिल?
27 Dec 2021
7 min read

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व्यवसाय कर रहे हर व्यक्ति के लिए व्यवसाय के लाइफ साइकिल को समझना बेहद जरूरी है, क्योंकि इस प्रक्रिया को समझ कर वह बिजनेस के दौरान आने वाली समस्याओं और उसके समाधान, साथ ही अच्छी तरह से बिजनेस चलाने को लेकर समझ पैदा कर सकता है। आज हम आपको व्यवसाय के लाइफ साइकिल से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

व्यवसाय Business किसी भी क्षेत्र का हो, चाहे छोटा हो या बड़ा, एक ही तरह के दौर से गुजरता है, इसमें विकास और उसका जीवन-चक्र यानी की लाइफ-साइकिल Life cycle of Business शामिल है। व्यवसाय कर रहे हर व्यक्ति के लिए व्यवसाय के लाइफ साइकिल को समझना बेहद जरूरी है, क्योंकि इस प्रक्रिया को समझ कर वह बिजनेस के दौरान आने वाली समस्याओं और उसके समाधान, साथ ही अच्छी तरह से बिजनेस चलाने को लेकर समझ पैदा कर सकता है। आज हम आपको व्यवसाय के लाइफ साइकिल से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।

1. स्टार्टअप Startup या व्यवसाय की शुरुआत

यह व्यावसायिक लाइफ साइकिल का पहला चरण है, इसमें व्यवसाय से जुड़ी वित्तीय योजनाएं, प्रारंभिक विकास और रिसर्च शामिल है, इसके साथ ही इसमें व्यवसाय से जुड़ी कानूनी प्रक्रिया भी शामिल है। यह चरण काफी अस्थाई होता है, क्योंकि व्यवसाय कर रहे व्यक्ति की योजनाओं और नीतियों पर इस प्रक्रिया में काम किया जाता है। जिसमें सफलता और असफलता दोनों ही हाथ लग सकती हैं। 

Fundsquire के आंकड़े के मुताबिक पहले 3 साल में करीब 60% लोग सफलता के मुकाम को हासिल नहीं कर पाते। आपका आइडिया, योजना, रणनीति कितनी भी अच्छी हो, इस चरण में आपको कहीं ना कहीं संघर्ष करना ही होता है। इस दौर में आपको पता चल जाता है कि, आपका व्यवसाय बाजार Market में कितनी पकड़ बना पाया है।

2. विकास Growth and Development

जब कोई व्यवसाय किसी क्षेत्र में पकड़ बना लेता है और ग्राहकों को पसंद आने लगता है, तो व्यवसाय विकास के पहले चरण पर होता है। इसके साथ ही जब किसी व्यवसाय की मांग को पूरा करने के लिए उन्हें अन्य कर्मचारियों की जरूरत पड़ने लगती है, तो व्यवसाय विकास की ओर बढ़ने लगता है। इस व्यवसाय के चरण में व्यवसाय कर रहा मालिक विस्तार की तरफ आगे बढ़ता है। इस दौर में भौगोलिक, आर्थिक या अन्य कोई विस्तार भी शामिल हो सकता है।

3. प्रतिस्पर्धा का खेल

जब व्यवसाय बड़े पैमाने पर विकास की तरफ बढ़ता है तो ग्राहकों को बनाए रखने के लिए प्रतिस्पर्धा Competition in Business  का चरण शुरू हो जाता है। इसमें कई तरह के प्रतियोगियों से आप का सामना होता है, इस दौरान आपको उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं, इस दौर में कई बार लोग असफल भी हो जाते हैं। व्यवसाय के लाइफ साइकिल की इस प्रक्रिया को व्यवसाय को मजबूत बनाने और आर्थिक दृष्टि से अच्छा माना जाता है।

4. परिपक्वता

व्यवसाय की शुरुआत, विकास और प्रतिस्पर्धा की प्रक्रिया के बाद सभी व्यवसाय परिपक्वता पर ध्यान केंद्रित करते हैं और वह बाजार में लगातार बने रहने का लक्ष्य बनाते हैं। इस प्रक्रिया में व्यवसाय कर रहे लोग थोड़ा सुकून महसूस कर सकते हैं, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है और आपको इस बात का अंदाजा होना चाहिए कि, बाजार में बदलाव आने पर आप क्या प्रतिक्रिया देंगे। इसकी मदद से आपका व्यवसाय सुचारू रूप से आगे बढ़ सकेगा।

5. पतन 

व्यवसाय की दुनिया में उतार-चढ़ाव चलते रहते हैं। बाजार में हो रहे हैं उतार-चढ़ाव का भी इस पर प्रभाव पड़ता है, इस बात की कोई गारंटी नहीं होती कि, आपका व्यवसाय हमेशा ग्राहकों को आकर्षित कर सकेगा। इस व्यावसायिक जीवन चक्र की प्रक्रिया में आप कहीं ना कहीं व्यवसाय के उतार-चढ़ाव के चक्कर में वित्तीय स्थिति में कमी financial Crisis देख सकते हैं। इस चरण के दौरान कई बार असफलता भी महसूस होती है, लेकिन अच्छे बिजनेस मॉडल Business Model को इस्तेमाल में लाकर आप इससे बच सकते हैं। यह बड़ा ही चुनौतीपूर्ण समय होता है, इस दौरान आपको मार्गदर्शन की जरूरत भी पड़ सकती है। आप किसी विशेषज्ञ से सलाह लेकर भी अपने व्यवसाय को बचा सकते हैं। 

उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा बताए गए व्यवसाय के लाइफ साइकिल के प्रमुख चरणों को जानकर आप व्यवसाय को सही ढंग से चलाने के बारे में समझ पाए होंगे।