Tata Capital के बोर्ड ने IPO प्लान को मंजूरी दी

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27 Feb 2025
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News Synopsis

टाटा ग्रुप की एंटिटी टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज़ Tata Capital Financial Services एक मेगा इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग के साथ पब्लिक होने के लिए तैयार है। कंपनी के बोर्ड ने लगभग 230 मिलियन शेयरों के नए इश्यू को हरी झंडी दे दी है, जिसे प्रमोटरों द्वारा सेल के लिए प्रस्ताव के साथ जोड़ा जाएगा। इस मेगा IPO से लगभग 15,000 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।

बोर्ड ने कंपनी के मौजूदा शेयरहोल्डर्स को राइट्स बेसिस पर 1,504 करोड़ रुपये तक के शेयर जारी करने का भी फैसला किया है। 2023 में टाटा टेक्नोलॉजीज की बंपर लिस्टिंग के बाद यह टाटा ग्रुप की किसी कंपनी का पहला आईपीओ होगा।

बजाज हाउसिंग फाइनेंस Bajaj Housing Finance ने सितंबर 2024 में करीब 6,560 करोड़ रुपये जुटाए थे। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने अगस्त 2023 में रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग होने के बाद अपने शेयरों को एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध किया था।

टाटा कैपिटल Tata Capital में पैरेंट कंपनी टाटा संस की 92.8 फीसदी हिस्सेदारी है। 31 दिसंबर 2024 तक टाटा संस के पास टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन में भी 68.51 फीसदी हिस्सेदारी है। टाटा कैपिटल के अन्य शेयरहोल्डर्स में टाटा ग्रुप की कंपनियां (2.46 फीसदी), इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (1.91 फीसदी) और कर्मचारी कल्याण ट्रस्ट (1.16 फीसदी) शामिल हैं। शेष 1.64 फीसदी हिस्सेदारी अन्य इन्वेस्टर्स के पास है।

फरवरी की शुरुआत में टाटा कैपिटल के बोर्ड ने अपने ज्ञापन और एसोसिएशन के लेखों में बदलावों को मंजूरी दे दी, जिससे कंपनी सितंबर तक अपनी पब्लिक लिस्टिंग के लिए तैयार हो गई।

टाटा कैपिटल में 2.2 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन का शेयर मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 7.29 प्रतिशत बढ़कर 6169.20 रुपये पर पहुंच गया।

इसके अलावा मौजूदा शेयरहोल्डर्स को ऑफर फॉर सेल के माध्यम से अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचने की अनुमति दी जाएगी। यह कदम टाटा कैपिटल द्वारा निवेश बैंकरों के साथ चर्चा और लिस्टिंग प्रोसेस को आगे बढ़ाने की मंजूरी के बाद उठाया गया है।

टाटा कैपिटल ने टाटा ग्रुप के भीतर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो इसके विभिन्न निकायों के लिए प्राइमरी फाइनेंसिंग शाखा के रूप में कार्य करता है। कंपनी इंडिविजुअल कंस्यूमर्स, बिज़नेस और इंस्टीट्यूशन की जरूरतों को पूरा करने के लिए फाइनेंसियल प्रोडक्ट्स और सर्विस की एक विस्तृत रेंज प्रदान करती है। इन सर्विस में पर्सनल लोन, मोर्टगेजेस, क्रेडिट कार्ड, इन्वेस्टमेंट बैंकिंग और लाइफ इंश्योरेंस आदि शामिल हैं।

आरबीआई ने टाटा कैपिटल को एक प्रणालीगत रूप से महत्वपूर्ण नॉन-बैंकिंग फाइनेंसियल कंपनी के रूप में वर्गीकृत किया है, जिसके लिए सख्त रेगुलेटरी कंप्लायंस की आवश्यकता होती है। इसके तहत टाटा कैपिटल को एक निर्दिष्ट अवधि के भीतर स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होना चाहिए।

नियोजित इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग न केवल इन रेगुलेटरी दायित्वों को पूरा करती है, बल्कि कंपनी को वैल्यू अनलॉक करने और भविष्य के विकास में तेजी लाने के लिए एक प्लेटफार्म भी प्रदान करती है।

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