इलेक्ट्रिक कारों की खामियां
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यह जानना चाहते हैं कि इलेक्ट्रिक कार EV Car को लेने के बाद आपको किन खामियों का सामना करना पड़ सकता है, तो आज हम इस लेख के माध्यम से आपको इलेक्ट्रिक कार में होने वाली कुछ खामियों के बारे में बताएंगे।
जिस तरह सिक्के के दो पहलू होते हैं, उसी तरह जहां इलेक्ट्रिक कार Electric Car आपको पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों से होने वाले नुकसान से बचाती है, वहीं इलेक्ट्रॉनिक कार में कुछ खामियां भी होती हैं। जिसे जानना बेहद जरूरी है। अगर आप भी इलेक्ट्रिक कार खरीदने का मन बना रहे हैं। उसके बारे में पूर्ण जानकारी हासिल करना चाहते हैं और यह जानना चाहते हैं कि इलेक्ट्रिक कार EV Cars को लेने के बाद आपको किन खामियों का सामना करना पड़ सकता है, तो आज हम इस लेख के माध्यम से आपको इलेक्ट्रिक कार में होने वाली कुछ खामियों के बारे में बताएंगे।
जानें क्या है खामियां
आज के इस दौर में जहां पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं, वहां इलेक्ट्रिक वाहन एक शानदार विकल्प है लेकिन कई बार इसमें मोटर और बैटरी के कई तरह के मामले सामने आ जाते हैं, जिसकी वजह से ग्राहकों को परेशान होना पड़ता है। कई बार देखा गया है कि बैटरी की समस्या को लेकर कंपनी ने कुछ गाड़ियों को वापस बुलाया और उनकी जांच कर ठीक करने के बाद फिर से वापस ग्राहकों को सौंप दिया। इस तरह की बैटरी और मोटर की समस्या से ग्राहक कुछ हद तक परेशान हो सकते हैं, जिस को एक कमी के रूप में देखा जा सकता है।
फिलहाल इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों का बाजार धीरे-धीरे बढ़ रहा है और इस पर शोध भी जारी है। धीरे-धीरे इन मामलों पर सुधार किया जाएगा और बैटरी और मोटर की समस्याओं को सुलझा लिया जाएगा, लेकिन फिलहाल यह कमी लोगों को भुगतनी पड़ सकती है।
चार्जिंग में लगता है ज्यादा समय
जिस तरह आप अपनी सामान्य गाड़ियों में बैठकर कहीं भी निकल जाते हैं, यह सोचे बिना कि इसमें पेट्रोल या डीजल हम कहीं भी भरवा लेंगे और तुरंत आगे बढ़ जाएंगे, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों में ऐसा नहीं होता। इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों में बैटरी चार्ज करने के लिए ज्यादा समय लगाना पड़ता है। जिसकी वजह से यह समय की खपत को देखते हुए एक बड़ी खामी है। अगर आप लंबे सफर पर निकले हैं और अगर आपकी बैटरी बीच रास्ते में कहीं कम हो गई, तो आपको रास्ते में रुक कर कुछ समय बैटरी को चार्ज करने पर खर्च करना होगा। इसके बाद ही अब आगे की यात्रा कर सकते हैं।
अगर बैटरी चार्जिंग के समय की बात की जाए तो फास्ट चार्जर से 1 घंटे में बैटरी चार्ज होती है। जबकि अगर AC Wall Box Charger एसी वॉल बॉक्स चार्जर से कार को चार्ज किया जाए तो 6 से 8 घंटे लग जाते हैं, बल्कि पोर्टेबल चार्जर Portable Charger का इस्तेमाल हो तो यह समय दुगना हो जाता है, यानी कि 16 से 20 घंटे, अब आप निर्णय कर सकते हैं कि इलेक्ट्रिक गाड़ी का विकल्प आप सिटी के लिए चुनेंगे या लंबे सफर के लिए।
बाजार में सीमित है EV कारें
इलेक्ट्रिक कार के बाजार में आप कोई गाड़ी लेने का मन बनाएंगे, तो आपको ज्यादा विकल्प नहीं मिलेंगे, क्योंकि फिलहाल इस क्षेत्र में काम जारी है और काफी सीमित विकल्प मौजूद हैं। फिलहाल भारत में चार या पांच ही ऐसी गाड़ियां है जो इलेक्ट्रॉनिक पद्धति से चलती है, इस लिहाज से यह भी आपके लिए एक खामी का विषय है।
चार्जिंग स्टेशनों की कमी
जिस तरह भारत में पेट्रोल और डीजल के लिए पंप जगह-जगह मौजूद है। वैसे अभी इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों के लिए चार्ज करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों को चार्ज करने के लिए आपको या तो अपने घर से या फिर बड़ी मुश्किल से कहीं चार्जिंग स्टेशन मिल पाएंगे। इस क्षेत्र में भारत में काफी तेजी से काम चल रहा है जो कि आने वाले भविष्य में जनता के लिए नई सौगात साबित होगी।
इसके अलावा एक समस्या यह भी है कि अगर चार्जिंग स्टेशन बन जाते हैं और कई कारें एक साथ इन स्टेशन पर जाकर चार्ज होने के लिए खड़ी हो जाती है, तो इसका प्रबंधन किस तरह से हो सकेगा, क्योंकि एक गाड़ी को चार्ज करने में कम से कम एक घंटा लगता है और इस प्रक्रिया में गाड़ियों की लंबी कतार लग सकती है।
यहां हमने इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियों के बारे में कुछ खामियां बताई है, लेकिन यह आजकल के महंगाई भरे जमाने में एक अच्छा विकल्प है, यहां खामियों बताने का मकसद सिर्फ इतना है कि आप जब EV गाड़ी खरीदें तो इन खामियों को ध्यान में रखकर खरीदें।
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