विदेशी पर्यटन, अर्थव्यवस्था में सुधार
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पर्यटन देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो कई तरीके से लाभदायक होता है। इसलिए सरकारें भी देश के पर्यटन को बढ़ाने के लिए कई तरह की योजनाएं बनाती हैं। इसके साथ-साथ सरकारें उन पर्यटन स्थलों की साफ सफाई, ऐतिहासिक इमारतों का संरक्षण, पर्यावरण का बचाव आदि विषयों पर विशेष ध्यान देती हैं। अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए देश के पर्यटन उद्योग का मजबूत होना अति आवश्यक है। न केवल अर्थव्यवस्था को बल्कि पर्यावरण के संरक्षण के दृष्टिकोण से भी पर्यटन की एक महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
किसी देश की पर्यटन उद्योग में वृद्धि का अर्थ है उस देश की अर्थव्यवस्था में वृद्धि। पर्यटकों द्वारा खर्च किए गए पैसे उस देश की मुद्रा को उत्पन्न करते हैं और राजस्व को बढ़ाते हैं। साथ ही यह देश के निवासियों के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा करती है और वहां की संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करती है। पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के बीच उन संस्कृतियों का आदान-प्रदान में मदद करता है। इन पर्यटनों से प्राप्त धन विकास कार्यों में सहायक होता है। इसलिए सरकारें पर्यटन की ओर विशेष ध्यान देती हैं और इसे बढ़ाने में अनेक प्रयास करती हैं।
पर्यटन और अर्थव्यवस्था
छुट्टियों के दिनों में लोग अक्सर घूमना-फिरना पसंद करते हैं। लोग अलग-अलग गंतव्यों पर जाने की योजनाएं बनाते हैं। और अगर योजना विदेश यात्रा करने की हो तो यह और उत्तम हो जाता है। परिवार के साथ विदेश में छुट्टियां बिताना इन दिनों जैसे ट्रेंड बन गया है। अक्सर लोग अन्य देशों की जगहों से ज्यादा आकर्षित होते हैं। दुनिया भर में लोग गर्मियों और सर्दियों के दौरान अलग-अलग जगहों पर जाना पसंद करते हैं। घूमने फिरने के दौरान लोग पर्यटन और खरीदारी में अच्छे पैसे भी खर्च करते हैं। इससे उस देश की अर्थव्यवस्था की तेजी को सहायता मिलती है। पर्यटन किसी देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इससे जो पैसा देश को मिलता है वह सभी के लिए मददगार होता है। यह क्षेत्रीय विकास को बढ़ाता है।
पर्यटन का लोगों पर प्रभाव
पर्यटन में बढ़ोतरी का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि यह उस पर्यटन स्थल के स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अनेक अवसर पैदा करता है। ये रोजगार न केवल पर्यटन क्षेत्र में बल्कि कृषि क्षेत्र, संचार क्षेत्र, स्वास्थ्य क्षेत्र, आदि अन्य क्षेत्रों में भी शामिल होते हैं। पर्यटन से अर्जित पैसे स्थानीय लोगों को अपनी आजीविका चलाने में मदद करता है। यह युवा उद्यमियों को नए उत्पादों और सेवाओं को स्थापित करने की अनुमति देता है। जैसा कि हर देश की संस्कृति और सभ्यता भिन्न होती है। लोग उन नई संस्कृतियों और परंपराओं को जानने व अनुभव करने में रुचि लेते हैं। जिसके परिणामस्वरूप उन जगहों की संस्कृति, सभ्यता और परंपराएं संरक्षित होती है। साथ ही पर्यटन पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों के बीच उन खास सांस्कृतियों के आदान-प्रदान में मदद करता है। इसके अलावा, विदेशी पर्यटक मेजबान देश में विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि लाते हैं। साथ ही लोगों को इन विशेष संस्कृतियों के अनुभव की चाह स्थानीय रेस्तरां, शॉपिंग सेंटर और स्टोरों के लिए लाभदायक सिद्ध होती है।
पर्यटन का आर्थिक प्रभाव
किसी देश के पर्यटन में बढ़ोतरी, देश की विदेशी मुद्रा को उत्पन्न करने में सक्षम होता है। यह लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करता है और विशेष रूप से छोटे व्यवसाय क्षेत्रों में यह व्यापार, आय और उद्यमिता को प्रोत्साहित करता है। पर्यटन के द्वारा अर्जित मुद्राओं का उपयोग देश के विकास कार्यों में सहायक होता है। अच्छी सड़कें, हवाई अड्डे, स्वच्छता, बेहतर सेवाएं जैसे विकास के कार्य पर्यटन को बढ़ावा देते हैं। सरकारें अपने राजस्व के एक बड़े प्रतिशत के लिए पर्यटन पर निर्भर करती हैं जिनका उपयोग वे देश के बुनियादी ढांचे और सेवाओं को विकसित करने में करती हैं। साथ ही पर्यटन, करों और राजस्व का संग्रह कर देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में योगदान देता है। पर्यटन पर्यावरण और उसके वन्यजीवों की रक्षा करने में भी मदद करता है। दर्जनों प्राकृतिक क्षेत्र पर्यटन के कारण संरक्षण प्राप्त करते हैं। इन प्राकृतिक नज़ारों और वन्यजीवों को देखने की लोगों की लालसा पर्यटन को बढ़ावा देती है। इन संरक्षित क्षेत्रों को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय उद्यानों द्वारा लगाया गया प्रवेश शुल्क राजस्व पर सीधा सकारात्मक प्रभाव डालता है। जिम्मेदार पर्यटन के बिना, कई समुदायों, संस्कृतियों, जानवरों और भूमि को नुकसान होता है इसलिए पर्यटन एक अच्छी आय अर्जित करने में मदद करता है जिससे इन संरक्षित क्षेत्रों का बचाव किया जा सके। अतः यह कहा जा सकता है कि पर्यटन का किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा हाथ होता है।
पर्यटन देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो कई तरीके से लाभदायक होता है। इसलिए सरकारें भी देश के पर्यटन को बढ़ाने के लिए कई तरह की योजनाएं बनाती हैं। इसके साथ-साथ सरकारें उन पर्यटन स्थलों की साफ सफाई, ऐतिहासिक इमारतों का संरक्षण, पर्यावरण का बचाव आदि विषयों पर विशेष ध्यान देती हैं। अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए देश के पर्यटन उद्योग का मजबूत होना अति आवश्यक है। न केवल अर्थव्यवस्था को बल्कि पर्यावरण के संरक्षण के दृष्टिकोण से भी पर्यटन की एक महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
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